फिटनेस और आरोग्‍य के लिए राष्‍ट्रव्‍यापी गतिविधियाँ चलाई जाएंगी


नयी दिल्ली - फिट इंडिया अभियान को लोकप्रिय बनाने के लिए अब दोनों मंत्रालयों की गतिविधियों का समावेश होगा, क्योंकि इस राष्ट्रीय अभियान का उद्देश्‍य सकारात्मक, निवारक और प्रोत्‍साहक स्वास्थ्य और आरोग्‍य के लिए लोगो को प्रोत्साहित करना है। उन्‍होंने कहा कि यह इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि आज विश्‍व हमारी बदलती जीवन शैली के कारण बढ़ रहे गैर-संचारी रोगों के बोझ से ग्रस्‍त है। योग, ध्‍यान, दैनिक शारीरिक गतिविधियां जुंबा आदि स्‍वास्‍थ्‍य और आरोग्‍य के अभिन्‍न अंग है। उन्‍होंने कहा कि कुछ राज्‍यों जैसे गुजरात में शिरोधारा कुछ स्‍वास्‍थ्‍य और आरोग्‍य केंद्रों में प्रयुक्‍त की जाती है। पैदल चलना, साइकिल चलाना, कार्यालय और काम के घंटों के दौरान स्ट्रेचिंग, जिमिंग और जॉगिंग से हमें फिट और स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।


एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में यह निर्णय लिया गया है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, युवा मामले और खेल मंत्रालयों की गतिविधियों का परस्‍पर समावेश किया जाएगा।  इस आंदोलन की शुरूआत दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधियों और खेलों को शामिल करके लोगों को स्वस्थ और फिट बने रहने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु की गई थी। डॉ. हर्षवर्धन ने ऐसा देश के विभिन्न आयु वर्गों के लोगों में शारीरिक फिटनेस को लोकप्रिय बनाने के लिए बेहतर दृष्टिकोण और तालमेल के लिए दोनों मंत्रालयों के समावेशी कार्यों का रेखाचित्र बनाने के बारे में युवा मामले और खेल राज्‍य मंत्री किरन रिजिजू से मुलाकात के बाद कहा।


डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उनका मंत्रालय फिटनेस और आरोग्‍य के बारे में राष्‍ट्रव्यापी चेतना पैदा करने के लिए चिकित्सा संस्थानों और आईएमए जैसे संगठनों के साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के सभी संस्थानों के साथ मिलकर कार्य करेगा। मंत्रालय राज्य सरकारों, राज्य स्वास्थ्य मंत्रियों और विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ भी सक्रिय रूप से कार्य करेगा। इसके अलावा समुदायों के साथ घनिष्ठ सहयोग से राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन (एनएचएम) को लागू करने वाले स्वास्थ्य पदाधिकारियों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।


स्वास्थ्य मंत्रालय लोगों को स्वस्थ खाने-पीने की आदतों के साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने की प्राथमिक पर ध्यान दे रहा है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, "हमने एफएसएसएआई की 'ईट राइट इंडिया' पहल शुरूआत की है, जिसमें जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ईट राइट मेले की शुरूआत सहित विभिन्न प्रचार को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां शामिल है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि एफएसएसएआई प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में ट्रांसफ़ैट के बारे में जागरूकता पैदा कर रहा है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव सुश्री प्रीति सूदन,  खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया, सीईओ (एफएसएसएआई) पवन अग्रवाल और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक के दौरान उपस्थित थे।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

राजस्थान चैम्बर युवा महिलाओं की प्रतिभाओं को पुरस्कार