फैड इंटरनेशनल ने लंदन फैन वीक और मिलन फैशन वीक कैलैंडर में दिखाया अपना कौशल

नेशनल: फैड इंटरनेशनल एकेडमी प्रतिष्ठित संस्थान है,जो फैशन, लग्जरी और स्टाइल संबंधित कोर्स संचालित करता है। इंस्टीट्यूट ने हाल ही में अपने 3 उभरते डिजाइनर का वर्क आयोजित लंदन फैशन वीक और मिलन फैशन वीक कैलेंडर में प्रदर्शित किया।



ईवेंट पर बात करते हुए फैड इंटरनेशनल एकेडमी के संस्थापक डायरेक्टर शिवांग ध्रुवा ने कहा कि “हम इस विजन के साथ अपने छात्रों में निवेश कर रहे हैं कि वे भारत ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें। विश्वस्तरीय शिक्षा देने के साथ ही हमारा उद्देश्य उन्हें बेहतर इंडस्ट्री एक्सपोजर मुहैया कराना और उन्हें एक छात्र से सफल ब्रैंड बनाना है। ‘रनवे टु रिटले’ सिद्धांत के साथ फैड इंटरनेशनल के इन छात्रों को फैशन के क्षेत्र अपनी जगह बनाते देखते हुए हम गर्व महसूस कर रहे हैं।”


फैडटैलेंट्स लेबल- म्यूजू, हाउस ऑफ डीके और कुशिप परमार द्वारा रैप – लंदन में 14 फरवरी, 2020 को अपना रनवे शो प्रस्तुत किया। उन्होंने 23 फरवरी, 2020 को मिलान में आयोजित डोलेस एंड गबाना में प्रस्तुति दी। किसी भारतीय संस्थान या डिजाइनर के लिए इस शो में भाग लेने का यह पहला मौका था। फैड इंटरनेशनल के छात्रों द्वारा तैयार किए गए कलेक्शन का फोकस सस्टेनेबिलिटी, क्राफ्टमैनशिप और यूनिक टेक्सटाइल पर था।


म्यूजू


म्यूजू एक फैशन लेबल है, जिसकी स्थापना फैड एकेडमी की छात्रा शगुन चौहान द्वारा की गई। चौहान के डिजाइन में भारतीय क्राफ्टमैन्रशिप, हैंड एम्ब्रॉयडरी और सुनहरे रंगों से सुसज्जित हैं। यह चौहान की बेहतरीन बोल्ड ग्राफिक का ही नतीजा है कि उनके म्यूजू ने आगामी डिजाइनर के तौर पर उनको प्रदर्शित किया है।


हाउस ऑफ डीके


हाउस ऑफ डीके के डिजाइनर डेवेश कोठारी ने रोचक डिजाइन तैयार करने के लिए पूरा फोकस नए और एक्साइटिंग टेक्सटाइल व फैशन टेक्निक पर केंद्रित किया है। कोठारी ने अपना इन्नोवेटिव कॉन्सेप्ट बनाते हुए पारंपरिक फर के विकल्प के तौर उपयोग हो चुके डेनिम को अप-साइकल करने पर काम किया है। इसके साथ ही अप साइकल शैंपेनबॉटल और वाइन के कॉर्क का उपयोग किया है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस

वाणी का डिक्टेटर – कबीर