जब बात वाइब्रंट स्टार्ट-अप अर्थव्यवस्था विकसित करने की होती है तो सरकार के पास दृष्टिकोण की कमी साफ़ नजर आती है

नयी दिल्ली - वे देश का गौरव हैं और $ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सरकार फिर दोहरा सकती है कि डेमोग्राफिक डिविडेंड एनर्जी सफलता के स्तंभों में से एक है, लेकिन क्या हम यह घोषणा कर रहे हैं कि सिलिकॉन वैली और ग्रेटर बे एरिया (हांगकांग / चीन) की तरह सफल स्टार्ट-अप इकोसिस्टम बनाया जाए?



वेंचर कैटेलिस्ट्स के सह-संस्थापक और 9यूनीकॉर्न्स एक्सीलेटर फंड के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.अपूर्व रंजन शर्मा की ओर से इकोनॉमी फंड पर -  "प्रधानमंत्री द्वारा घोषित $ 266 बिलियन (20 लाख करोड़ रुपये) महामारी पैकेज एक प्रशंसनीय कदम है। यह भारत की जीडीपी का लगभग 10% है जो कि घातक कोविड-19 वायरस की वजह से पस्त हो चुकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। पीएम मोदी ने स्पष्ट संकेत दिया है। इस राशि का उपयोग छोटे व्यवसायों की मदद के लिए किया जाएगा, लेकिन इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि भारतीय स्टार्ट-अप इकोसिस्टम, जिसका वायरस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, को इससे लाभ होगा।


 यह समझा जाता है कि राजकोषीय प्रोत्साहन का बड़ा हिस्सा मजदूरों, मध्यम वर्ग और एसएमई को समर्थन करने पर खर्च होगा। लेकिन सरकार को इस बात पर पर्याप्त शोध करने की आवश्यकता है कि किस तरह से सर्वोत्तम संभव तरीके से इस राशि का उपयोग किया जाए और इसका अधिकाधिक लोगों तक लाभ पहुंचाया जाए। गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों और अकुशल श्रमिकों के बारे में सोचना अच्छा है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि सरकार लाखों कुशल युवा पेशेवरों पर ध्यान दें। दुर्भाग्य से जब बात वाइब्रंट स्टार्ट-अप अर्थव्यवस्था विकसित करने की बात होती है तो हमारी सरकार के पास दृष्टिकोण की कमी स्पष्ट नजर आती है। भारतीय अर्थव्यवस्था को केवल स्टार्ट-अप द्वारा पुनर्जीवित किया जा सकता है, न कि केवल पुराने परंपरागत और पारंपरिक व्यवसायों की मदद करने से जो वृद्धिशील विकास प्रदान कर सकते हैं। लंबी छलांग केवल मजबूत स्टार्ट-अप इकोसिस्टम बनाने से ही संभव है। अर्थव्यवस्था का नया स्तंभ बनाने के लिए यह हाइटाइम है।”


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

राजस्थान चैम्बर युवा महिलाओं की प्रतिभाओं को पुरस्कार