प्रणेता द्वारा सार्थक ऑनलाईन काव्य गोष्ठी का आयोजन

नयी दिल्ली - प्रणेता ऑनलाईन काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम पटल पर विराजमान सभी मेहमान मेजबान भी थे। अध्यक्षता : शकुंतला मित्तल,मुख्य अतिथि : सुषमा भंडारी ,विशिष्ट अतिथि: डॉ. भावना शुक्ल ,संस्थापक एवं महासचिव:- एस.जी.एस. सिसोदिया 'निसार',संचालिका: सरिता गुप्ता ,सभी प्रणेता के कार्यकर्ता हैं उच्च पदों पर विराजित है। ये एक पारिवारिक गोष्ठी थी ।



इसमें शिरकत करने वाले सभी साहित्यकार भी प्रणेता पारिवार से ही है। प्रति वर्ष की भान्ति प्रणेता साहित्य संस्थान द्वारा प्रकाशित होने वाले साझा संकलन के ये सभी सदस्य हैं। इन्ही सदस्यो द्वारा आज काव्यपाठ किया गया जिसका कुशल संचालन सरिता गुप्ता जी ने किया। आदरणीय अशोक पाहुजा ने सस्वर सरस्वती माँ का आह्वान किया तत्पश्चात संस्थान के संस्थापक एस जी एस सिसोदिया ने संस्था के उद्देश्यों , क्रिया कलापों से अवगत कराया व गोष्ठी का शुभारंभ करवाया।



उपास्थित रचनाकार थे-1. शारदा मिश्रा ,2. लाडो कटारिया ,3. कुसुम 'मंजरी',4. अतुल सिंह 'अक्स',5. चन्नी वालिया ,6. परिणीता सिन्हा , गुरूग्राम,7. रशीद ग़ौरी ,8. चंचल पाहुजा,9. कुमार जितेन्द्र "जीत" ,10. प्रेम लता कोहली,11.पुष्पा शर्मा "कुसुम",12.सीमा मोंगा,13.सरिता गुप्ता,,14.अनिता प्रभाकर,15. विकास जैन,16. डॉ मीना कुमारी सोलंकी 'मीन',17.मनीष माना



गोष्ठी उपरांत पटल की विशिष्ठ अतिथि डॉ भावना शुक्ल ने सारगर्भित वक्तव्य दिया व सभी रचनाकारों की रचनाओं की समीक्षा की , तत्पश्चात मुख्य अतिथि सुषमा भंडारी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में सारगर्भित वक्तव्य व रचना की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अध्यक्षा शकुंतला मित्तल ने बहुत ही विस्तृत व खूबसूरत ढंग से कार्यक्रम की समीक्षा की व संस्था के द्वारा होने वाले कार्यों को बताया। अंत में एस जी एस सिसोदिया ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की व सबका धन्यवाद ज्ञापित किया।



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