लुफ़्थांसा ने भारत के लिए इनबाउंड पैसेंजर फ़्लाइट्स शुरू की

नयी दिल्ली : लुफ्थांसा यह घोषणा करके काफ़ी खुश है कि यात्री भारत के लिए लुफ्थांसा उड़ानों पर यात्रा कर सकते हैं। भारत और जर्मनी के बीच हुए एक द्विपक्षीय समझौते के बाद, भारत में निम्नलिखित मार्गों के लिए इनबाउंड पैसेंजर फ़्लाइट्स बहाल कर दी गई है :



-फ्रैंकफर्ट से दिल्ली


-म्यूनिख से  दिल्ली


-फ्रैंकफर्ट से बैंगलोर


-फ्रैंकफर्ट से मुंबई


अगस्त के अंत तक दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर के लिए 40 से ज़्यादा  इनबाउंड फ़्लाइट्स ऑफ़र के तहत जारी रहेंगी। लुफ्थांसा अगस्त से आगे भी भारत के लिए इनबाउंड फ़्लाइट्स जारी रखने के लिए आवेदन करेगा और समय रहते भारतीय प्राधिकरणों के साथ बात पूरी की जाएगी। साउथ एशिया सेल्स के लिए लुफ्थांसा समूह के सीनियर डायरेक्टर जॉर्ज एटीयिल कहते हैं, “हम लोगों को भारत लौटने और फ़िर से व्यापारिक यात्रा शुरू करने में मदद करके बेहद खुश और सौभाग्यशाली महसूस करता है, क्योंकि दुनिया अब धीरे—धीरे अनलॉक की ओर बढ़ रही है। भारत में आने वाली और भारत से जाने वाली हमारी फ़्लाइट्स, सुरक्षा और स्वच्छता के उच्चतम मानकों को कायम रखते हुए हमारे भारतीय ग्राहकों को इस अभूतपूर्व समय में यात्रा करने की सुविधा देने की लुफ्थांसा की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”


जुलाई के बाद से, लुफ्थांसा भारतीय ग्राहकों को फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख एयरपोर्ट पर शॉर्ट नोटिस के बाद कोरोनोवायरस का परीक्षण करवाने का सुविधाजनक विकल्प देता आया है। इन पीसीआर कोरोनोवायरस परीक्षणों में केवल थ्रोट स्वाब की ज़रूरत पड़ती है और ये जर्मन स्वास्थ्य प्राधिकरण से प्रमाणित होते हैं। एटीयिल कहते हैं, “फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख में हमारे हब्स में स्थित दोनों कोरोनोवायरस परीक्षण केंद्रों से जर्मनी में आने वाले ग्राहकों को क्वारंटीन होने से बचने का मौका मिलता है, अगर उनकी कोरोनावायरस की जांच निगेटिव आए तो।” आमतौर पर परीक्षण के बाद चार से पांच घंटे के भीतर परिणाम मिल जाते हैं और ग्राहक की फ़्लाइट टिकट से जुड़े होते हैं। एटीयिल: “इससे दुनिया भर के अन्य देशों में सुरक्षित यात्रा करना भी आसान हो जाता है जो प्रमाणित पीसीआर कोरोनावायरस परीक्षण स्वीकार करते हैं, जिससे क्वारंटीन से बचा जा सकता है।”


यात्रियों की सुरक्षा लुफ्थांसा की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है और रहेगी, विशेष रूप से ज़मीनी स्तर पर और फ़्लाइट आॅनबोर्ड करने पर ज़्यादा से ज़्यादा सफ़ाई के संदर्भ में। इस वजह से, पूरी यात्रा के दौरान सभी प्रक्रियाओं की समीक्षा की जाती है और आगे भी की जाएंगी, ताकि हर किसी को सुरक्षित रखा जा सके। ये हालिया पता चले निष्कर्षों और विशेषज्ञों द्वारा समर्थित स्वच्छता के मानकों पर आधारित हैं।


लुफ्थांसा ग्रुप एयरलाइंस द्वारा संचालित एयरक्राफ्ट में फिल्टर हैं जो धूल, बैक्टीरिया और वायरस जैसे दूषित पदार्थों को केबिन से साफ करता है। मौजूदा हालात में भी, कभी-कभी इसकी वजह से होने वाले प्रतिबंधों के साथ, लुफ्थांसा ग्रुप अपने मेहमानों को ज़्यादा से ज़्यादा आराम और सुरक्षा देने की कोशिश करता है।


ज़मीनी स्तर पर किए गए उपायों की बात करें, तो लुफ्थांसा ग्रुप की सभी एयरलाइंस अपने घरेलू हब्स और गंतव्य देशों में संबंधित एयरपोर्ट्स के साथ नज़दीकी से काम करके सोशल डिसटैंसिंग और स्वच्छता के अन्य उपायों पर ध्यान देती है। फ़्लाइट पर आने से लेकर उतरने तक मुंह और नाक का मास्क लगाना अनिवार्य किया है है, जो कि लुफ्थांसा ग्रुप के स्वच्छता उपायों में प्रमुख उपाय है। ऑन बोर्ड करने की सेवा को फ़िर से डिजाइन किया गया है। यह ध्यान रखा गया है कि फ़्लाइट में सफ़र के दौरान मेहमान और क्रू कम से कम संपर्क में आएं, जिससे यात्रा के दौरान संक्रमण का खतरा कम हो। सभी सावधानियों के साथ, फ़्लाइट के दौरान वायरस का संक्रमण फैलने का जोखिम बेहद कम है।


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