फिक्की हील के 14 वें आयोजन का उद्घाटन उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू करेंगे

फिक्की 29 सितंबर,को वर्चुअल प्लेटफाॅर्म पर अपने चिरप्रतीक्षित ‘हेल्थकेयर एक्सिलेंस अवाॅड्र्स’ के 12 वें संस्करण का आयोजन करेगा। भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के पूर्व सचिव सी के मिश्रा प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल की अध्यक्षता करेंगे। पुरस्कार समारोह का संचालन फिक्की हेल्थ सर्विसेज कमिटी के सलाहकार; एनएबीएच के पूर्व अध्यक्ष; मेडिकल आॅपरेशंस के सलाहकार और फोर्टिस मेडिकल काउंसिल, फोर्टिस हेल्थकेयर लि. के अध्यक्ष डाॅ.नरोत्तम पूरी करेंगे।



नई दिल्ली - फिक्की ने हाल में अपने वार्षिक स्वास्थ्य सम्मेलन फिक्की हील 2020 के 29 सितंबर 2020 से 1 अक्टूबर 2020 तक आयोजन की घोषणा की। वर्चुअल प्लैटफाॅर्म पर फिक्की हील के 14 वें आयोजन का थीम ‘‘कोविड के बाद स्वास्थ्य सेवा - एक नई शुरुआत’ है। इसमें मुख्य संबोधन, पैनल डिस्कशन के साथ-साथ प्लीनरी सेशन होंगे जिनमंे स्वास्थ्य सेवा के सभी पहलुआंे पर विचार किया जाएगा जैसे कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा, स्वास्थ्य सेवा आपूर्ति, दवा, निदान, चिकित्सा उपकरण, पारंपरिक चिकित्सा के एकीकरण के साथ-साथ डिजिटल स्वास्थ्य।


फिक्की हील 2020 का उद्घाटन उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू करेंगे और सरकार और उद्योग जगत के कई दिग्गज जैसे कि डॉ. हर्षवर्धन, भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, डॉ.वी के पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), एनआईटीआईयोग,भारत सरकार, डॉ. स्कॉट एटलस, सलाहकार-व्हाइट हाउस कोरोनावायरस टास्क फोर्स; स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक दर्शन और सार्वजनिक नीति में रॉबर्ट वेसन वरिष्ठ फेलो, प्रोफेसर रिचर्ड सी हॉर्टन एफआरसीपी, एफमेडसाइ, मुख्य संवादक, द लांसेट, प्रो.अरविंद पनगरिया, अर्थशास्त्र के प्रोफेसर और जगदीश भगवती, प्रो.-भारतीय राजनीतिक अर्थव्यवस्था, कोलंबिया विश्वविद्यालय, प्रो.आशीष झा, डीन- ग्लोबल स्ट्रेटजी, के.टी. ग्लोबल हेल्थ स्ट्रैटजी,  के टी ली प्रोफेसर, ग्लोबल हेल्थ, निदेशक, हार्वर्ड ग्लोबल हेल्थ इंस्टीट्यूट, राजेश भूषण, सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र, सचिव, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवधर्न विभाग ’ डॉ. पी. डी. वाघेला, सचिव, रसायन विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार। 


फिक्की स्वास्थ्य सेवा समिति के अध्यक्ष और और मेडिका अस्पताल समूह के अध्यक्ष डॉ.आलोक रॉय ने कहा, ‘‘कोविड-19 ने हमारे हेल्थकेयर सिस्टम की कमियांे को उजागर किया है। खास कर महामारी के इलाज की कमी हमारे सामने है। लेकिन इसके साथ स्वास्थ्य सेवा जगत को भविष्य के लिए बेहतर तैयार करने के कई अवसर सामने आए हंै। क्षेत्र के भागीदारों के बीच सहयोग बढ़ाने, कार्य प्रक्रियाओं और नीतियों पर पुनर्विचार करने और खास कर मरीजों और उनके समुदायों के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था करने पर जोर देना होगा। हमारा मानना है कि फिक्की हील 2020 इसके लिए सबसे सही मंच है।’’


फिक्की हेल्थ सर्विसेज कमेटी के संस्थापक और महाजन इमैजिंग के संस्थापक एवं प्रमुख रेडियोलॉजिस्ट डॉ. हर्ष महाजन ने कहा, “फिक्की हील 2020 सभी भागीदारों को कोविड के बाद स्वास्थ्य सेवा का अनुभव साझा करने और समाधान और सुधार पर विचार-विमर्श करने के लिए एकजुट करने का बड़ा प्रयास है।  सम्मेलन में स्वास्थ्य और संबद्ध उद्योगों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नीति निर्माता, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा प्रमुख एकजुट होंगे।’’ तीन दिन के लंबे आयोजन में कई सूझबूझ भरे बिजनेस सेशन होंगे जिनके विषय हैं ‘वायरल होती डिजिटल क्रांति’; फार्मा उद्योग का बदलता परिदृश्य; मेक इन इंडिया के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत का निर्माण; निदान - महामारी और इसके बाद; कोविड-19 का सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन; घर पर स्वास्थ्य सेवा; कोविड के बाद कैसी हो दुनिया की तैयार आदि।


 गौतम खन्ना, सह-अध्यक्ष, फिक्की हेल्थसर्विस कमेटी और सीईओ, पी डी हिंदुजा अस्पताल भी डॉ. हर्ष महाजन और डॉ. आलोक राय के साथ इस प्रोग्राम के विकास में योगदान दे रहे हैं।  कोविड-19 के विरुद्ध जारी लड़ाई में नवीनतम आंकड़ों, अनुभवों, प्रेरक विकासों और शोध के सर्वोत्तम परिणामों को साझा करने हेतु विज्ञान सत्रों में भारत और समस्त विश्व के शीर्षस्थ चिकित्सा विशेषज्ञ एक साथ भाग लेंगे। कुछ सत्र इस प्रकार हैं- प्राइवेट हेल्थकेयर ऐट दि फोरफ्रंट बैटल विथ कोविड-19: फ्राॅफ स्ट्रटीजी टु फ्रंटलाइन ट्रेंचेज; कोविड-19: स्पेक्ट्रम आॅफ क्लिनिकल सिंड्रोम्स, कंप्लिकेशंस; थेरेपीज फाॅर कोविड-19: करेंट थेरेपीज एंड देयर इफेक्टिवनेस; और कई अन्य। इन विज्ञान कार्यक्रमों का आयोजन मैक्स हेल्थकेयर के मेडिकल क्वाॅलिटी विभाग की वाइस प्रेसिडेंट डाॅ. आरती वर्मा और फिक्की हेल्थ सर्विसेज कमिटी के को-चेयर एन सुब्रमणियन तथा इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के मेडिकल सर्विसेज के निदेशक व मूत्रविज्ञान विभाग के सलाहकार के सहयोग से किया जा रहा है।


कोविड महामारी की पृष्ठभूमि में और स्वास्थ्यकर्मियों के जज्बे को सम्मान देने के लिए, इस वर्ष विशिष्ट श्रेणियों को लागू किया गया है। ये श्रेणियां रोगियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा सुनिश्चित करने के उद्योग के प्रयासों को मान्यता देने के लिए तैयार की गई हैं। एस्ट्रोन हाॅस्पिटल एंड हेल्थकेयर कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डाॅ. वाई पी भाटिया और आंक्वेस्ट लैबोरेटाॅरीज लि. के मेडिकल स्ट्रटीजी एंड एडवाइजरी बोर्ड के निदेशक एवं अध्यक्ष डाॅ.रवि गौर पुरस्कार कार्यक्रम के अध्यक्ष और सह-अध्यक्ष होंगे। एस्ट्रोन हेल्थकेयर पुरस्कारों के आयोजन में सहायता करते हैं तथा विश्व स्तर की परामर्श कंपनी अन्स्र्ट एंड यंग एलएलबी इसकी टेब्युलेटर है।
 
बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की साझेदारी में, फिक्की ने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएएचएम) के एक निर्धारित विभाग ओपेन डिजिटल हेल्थ ईकोसिस्टम की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक अध्ययन का संचालन भी शुरू किया है। ‘‘यूशरिंग इन दि डिजिटल ईरा फाॅर हेल्थकेयर डेलिवरी इन इंडिया’’ शीर्षक इस रिपोर्ट का विमोचन सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान किया जाएगा।


 सम्मेलन के दूसरे दिन फिक्की एक हेल्थ टेक इनोवेशन बूटकैम्प कार्यक्रम आयोजन भी करेगा, जिसका उद्देश्य भारतीय इनोवेटर्स और उद्योग के अन्य मुख्य हितधारकों के बीच जारी अंतर को दूर करना है। फिक्की मेडिकल डिवाइसेज कमिटी के सह-अध्यक्ष; फीनिक्स मेडिकल सिस्टम्स के प्रबंध निदेशक श्री शशि कुमार; और फिक्की मेडिकल डिबाइसेज कमिटी के सह-अध्यक्ष; फोरस हेल्थ एंड रिनैलिक्स हेल्थ सिस्टम्स के संस्थापक एवं निदेशक श्री श्याम बासुदेव बूटकैंप का संचालन करेंगे। 


फिक्की की सहायक महासचिव सुश्री शोभा मिश्रा घोष ने आगे कहा कि भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और हाल में नीति आयोग की सहायता से फिक्की वर्ष 2007 से अपने वार्षिक स्वास्थ्य सम्मेलन, फिक्की हील का आयोजन कर रहा है। बीते वर्षों में, ज्ञान और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करने के ध्येय से स्वास्थ्य उद्योग के हितधारकों के लिए यह एक युगांतरकारी कार्यक्रम और एक विश्वसनीय मंच के रूप में उभर कर सामने आया है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस

वाणी का डिक्टेटर – कबीर