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अक्तूबर 30, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कियाएआई का भारत मेटा,मेटावर्स के जरिये दुनिया को कराएगा अयोध्या के ऑनलाइन दर्शन

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० आशा पटेल ०  मुंबई। फिनटेक कंपनी, कियाएआई, अपने मेटावर्स प्लेटफॉर्म, भारतमेटा के माध्यम से आध्यात्मिक पर्यटन के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए तैयार है। कंपनी ने राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी और सरयू नदी के किनारे स्थित विभिन्न घाट सहित प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थलों का 3डी वर्चुअल एक्सपीरिएंस विकसित करने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण के साथ साझेदारी की है। इस पहल का उद्देश्य है, 2025 की शुरुआत तक अयोध्या के पवित्र स्थलों को वैश्विक दर्शकों के लिए सुलभ बनाना। भारत का पहला स्वदेशी मेटावर्स प्लेटफॉर्म, भारतमेटा, अपनी पहचान परसिस्टेंट वर्ल्ड के रूप में करता है जो वास्तविक दुनिया के साथ मौजूद रहता है। यह लोगों को बैंकिंग/फिनटेक, प्रशिक्षण, वाणिज्य, रियल एस्टेट, मनोरंजन, संस्कृति और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सार्थक इमर्सिव एक्सपीरिएंस के लिए जुड़ने, लोगों के साथ संवाद करने, व्यवसाय करने, गठजोड़ करने और एआई-आधारित कंटेंट तैयार करने में मदद करता है। यह समाधान डिजिटल भुगतान, बाजार, खुले वाणिज्य और अतिरिक्त डोमेन के लिए भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाकर विभिन्न उद्योगों ...

आईसीआईसीआई ने राज्य में 220 स्थानों पर करेंसी एक्सचेंज मेले लगाए

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० आशा पटेल ०  जयपुर। आईसीआईसीआई बैंक ने हाल ही में राजस्थान में अपनी चुनिंदा शाखाओं में 220 स्थानों पर करेंसी एक्सचेंज मेलों का आयोजन किया। ये मेले भारतीय रिजर्व बैंक के तत्वावधान में आयोजित किए गए थे। मेलों का उद्देश्य आम जनता को सिक्के वितरित करना और साथ ही गंदे और कटे-फटे नोटों के बदले नए नोट उपलब्ध कराना था। यह पहल रिजर्व बैंक की स्वच्छ नोट नीति के अनुरूप है। बैंक ने जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा और बीकानेर सहित राज्य के 139 शहरों में ये मेले आयोजित किए। भारतीय रिजर्व बैंक, जयपुर के निर्गम विभाग के सहायक महाप्रबंधक अभिषेक दीक्षित ने जयपुर के बजाज नगर स्थित बैंक की शाखा में एक्सचेंज मेले का उद्घाटन किया। इन शहरों में लगभग 8,000 ग्राहकों ने भाग लिया, जहाँ उन्होंने 10, 5, 2 और 1 रुपये के मूल्यवर्ग के लगभग 14 करोड़ रुपये के सिक्कों के साथ-साथ 10, 20 और 50 रुपये के नए नोट बदले। व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं, सेवानिवृत्त व्यक्तियों सहित सभी क्षेत्रों के  लोगों ने इन मेलों में भाग लिया और छोटे मूल्यवर्ग के नोट और सिक्के प्राप्त किए, जिससे उन्हें सुविधाजनक तरीके से छोटे टिकट लेनदेन ...

पटाखों के चलते अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के रोगी बढ़े : डॉ विकास पिलानिया

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० आशा पटेल ०  जयपुर : दिवाली आने के साथ कुछ दिनों के लिए, कई समारोह की तैयारी में व्यस्त है। लेकिन अस्थमा से पीड़ित लोग दिवाली से दूरी बनाये हुये है या फिर दूर जाने की कोशिश कर रहे है। दिवाली पर पटाखों का धुआं अस्थमा रोगियों पर बुरा असर डालता है। यह इतना बुरा हो जाता है की कई रोगियों को तो अस्पताल में भर्ती होना पडता है। पटाखों से उत्सर्जित गैसीय वायु प्रदूषक अस्थमा के रोगियों में अस्थमा के जोखिम को बढ़ाते है। ऐसे प्रदूषकों में अस्थमा के नए मामले पैदा करने की क्षमता भी होती है। पटाखे बचपन मे ब्रोन्कियल अस्थमा के लिए उत्तेजक कारकों में से एक हैं,  अब यह साबित हो चुका है की श्वसन रोगों के किसी भी पूर्व इतिहास के बिना 26 प्रतिशत लोगों को विशेष रूप से दिवाली के दौरान खांसी, घरघराहट और सांस फूलने के लक्षण विकसित होते हैं। कारण यह है कि पटाखों में 75 प्रतिशत पोटेशियम नाइट्रेट, 15 प्रतिशत कार्बन और 10 प्रतिशत सल्फर होते हैं, और जब वे जलाए जाते हैं, तो हानिकारक गैसें जैसे कि सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, मैंगनीज और यहां तक कि कैडमियम, जैसी खतरनाक गैसे निकलती ...