"बाल यौन उत्पीड़न" पर परिचर्चा एवं "इनसे मिलिए" कार्यक्रम का रोचक आयोजन


नयी दिल्ली - बाल यौन उत्पीड़न पर परिचर्चा हुई, फिर इनसे मिलिए में मुख्य अतिथियों लक्ष्मी शंकर वाजपेयी और ममता किरन से सवाल जवाब और अन्त में अध्यक्ष विनोद बब्बर जी का वक्तव्य। निर्णायक मंडल में सर्वश्री कीर्तिवर्धन अग्रवाल,  प्रो. (डॉ) रवि शर्मा और शिप्रा कुलश्रेष्ठ शामिल थीं। मंच संचालन किशोर श्रीवास्तव, भावना शर्मा और सुमन द्विवेदी ने संभाला।


  दिल्ली में व्यंग्यकार राजीव तनेजा के संजीवनी पीजी सभागार में हम सब साथ साथ और सहयोगी संस्थाओं;  सुरभि संगोष्ठी, नव प्रभात जन सेवा संस्थान तथा केबीएस प्रकाशन के संयुक्त तत्वावधान में  "बाल यौन उत्पीड़न, समस्या और समाधान" पर आयोजित परिचर्चा में देश के विभिन्न स्थानों से आई विद्वान प्रतिभाओं (सर्वश्री अन्नपूर्णा बाजपेयी (कानपुर, उप्र), अशोक कुमार (दिल्ली), चक्रपाणि द्विवेदी (रायबरेली, उप्र), इंदु रानी (अमरोहा, उप्र), डॉ. ज्योति लाकड़ा (दिल्ली), डॉ. मुक्ता (गुड़गांव, हरियाणा), मोती प्रसाद साहू (अल्मोड़ा, उ.खं.), मीनाक्षी भसीन (दिल्ली), परिनिता सिन्हा (गुड़गांव, हरि.), रश्मि अग्रवाल (नजीबाबाद, उप्र), रेनू राय (दिल्ली), प्रो. शरद नारायण खरे (मंडला, मप्र),


सुरभि सप्रू (दिल्ली), सुरेंद्र अरोड़ा (गाज़ियाबाद, उप्र), शशि किरण (गाज़ियाबाद, उप्र), सुशीला शर्मा (जयपुर, राज.), सत्यम झा (दिल्ली), सोनू (दिल्ली), डॉ. तारा सिंह (गोरखपुर, उप्र), डॉ. तारीफ़ दराल (दिल्ली), यशोदा जोशी (दिल्ली) ने अपने प्रेरक और रोचक विचार प्रस्तुत किये और उन्हें उनके उत्कृष्ट विचारों के लिए सहभागिता सम्मान  प्रदान किया गया। 


इस अवसर पर आयोजित "इनसे मिलिए" कार्यक्रम में देश की सुप्रसिद्ध हस्तियों सर्वश्री लक्ष्मी शंकर वाजपेयी एवं ममता किरण के साथ अनूठे सवाल जवाब ने कार्यक्रम को एक विशेष गरिमा प्रदान की।  कार्यक्रम की अध्यक्षता  विनोद बब्बर ने कइस अवसर पर अन्य अतिथियों सर्वश्री कीर्तिवर्धन अग्रवाल, डॉ रवि शर्मा एवं शिप्रा कुलश्रेष्ठ की भी गरिमामय उपस्थिति रही। 
 मंच संचालन में मेरे साथ श्रीमती भावना शर्मा एवं श्रीमती सुमन द्विवेदी ने अपनी कुशलतापूर्वक भूमिका निभाई।
     


कार्यक्रम की शुरुआत में सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर और पटका पहनाकर स्वागत किया गया। साथ ही राजीव तनेजा को उनके जन्म दिन पर बधाई और शुभकामनाओं के साथ उन्हें स्मृति चिन्ह देकर व पटका ओढ़ाकर उनका अभिनंदन किया गया।
      अंत में श्रीमती संजू तनेजा ने सभी आगंतुकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
     समस्त व्यवस्था में तनेजा दम्पत्ति एवं संजय साफ़ी का योगदान बेहद सराहनीय रहा।


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