बड़े पर्दे पर डेब्‍यू करने वाली अदाकारा आकांक्षा अवस्‍थी ने कर ली शादी



शादी के बाद पहली बार मीडिया के सामने आईं आकांक्षा अवस्‍थी ने ढ़ेर सारी बातें शेयर की और बताया कि विवेक की सिंपल लाइफ स्‍टाइल उन्‍हें बेहद पंसद थी। इस बीच परिवार वालों की रजामंदी के बाद दोनों ने जीवन भर एक दूसरे के साथ चलने फैसला किया और परिणय सूत्र में बंध गए। आकांक्षा ने कहा कि विवेक के साथ जबसे रिलेशनशिप में हूं, तब से मुझे नार्मल जिंदगी वाली ढ़ेर सारी छोटी – छोटी खुशियां मिलती है। यह मुझे बेहद पसंद है। अगर मैं सेम फील्‍ड में किसी से शादी करती तो वहां मुझसे फील्‍ड के हिसाब से एक्‍सेप्‍टेशन होता, जो हमारी जिंदगी को टफ करता। इसलिए मैंने दूसरे फील्‍ड से आने वाले विवेक से शादी की, जिनके साथ मेरी अंडरस्‍टेंडिंग काफी अच्‍छी है।

 

मुंबई - भोजपुरी फिल्‍म 'दबंग सरकार' से बड़े पर्दे पर डेब्‍यू करने वाली खूबसूरत अदाकारा आकांक्षा अवस्‍थी ने शादी कर ली है।  आकांक्षा ने बिजनेस मैन विवेक कुमार के साथ बीते दिनों में लखनऊ में शादी कर ली। आकांक्षा और विवेक की शादी बेहद सादगी से संपन्‍न हुई, जिसमें सिर्फ उनके परिवार वाले ही शामिल हुए। शादी में फिल्‍म इंडस्‍ट्री से किसी को निमंत्रण नहीं था, लेकिन जल्‍द ही आकांक्षा अपनी शादी की पार्टी मुंबई में आयोजित करने वाली हैं।

 

 शादी की खबर मिलने के बाद फिल्‍म इंडस्‍ट्री के सभी कलाकारों ने उन्‍हें फोन पर बहुत सारी बधाई व शुभकामनाएं दी। आकांक्षा ने अपनी भोजपुरी में अपने फिल्‍मी करियर की शुरूआत सुपर स्‍टार खेसारीलाल यादव के साथ की थी और अब वे जल्‍द ही पवन सिंह के साथ फिल्‍म 'जय हिंद' में भी नजर आने वाली हैं।

 

 विवेक ने आकांक्षा की जमकर तारीफ की और कहा कि मुझे अपनी लाइफ में लाइफ पार्टनर की जरूरत थी, सर्वेंट की नहीं। इसलिए मैं चाहता था कि मेरी बेटर हाफ जिंदगी को जीने वाली हो और हमारे बीच एक बेहतर अंडस्‍टेडिंग हो, ताकि हम दोनों एक दूसरे का सपोर्ट सिस्‍टम बन सकें। ये सब आकांक्षा में है, इसलिए हमने शादी कर ली। आकांक्षा बेहद रिस्‍पेक्‍ट फुल वीमेन हैं। सबका सम्‍मान करती हैं। वहीं, आकांक्षा अवस्‍थी और विवेक कुमार ने अपने हनीमून को लेकर कहा कि जब तक वे अपनी होम प्रोडक्‍शन की एक प्रोजेक्‍ट पूरा नहीं कर लेते तब तक वे हनीमनू को नहीं जायेंगे। आकांक्षा ने तो अपने होम प्रोडक्‍शन की फीस में तो विवेक से रेंज रोवर का करारा भी करवा लिया है।


 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस

वाणी का डिक्टेटर – कबीर