हिंसा मुक्त बचपन ’पर जागरूकता बढ़ाने के लिए वॉकथॉन,28 सितंबर को उदयपुर में


महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर विशेषज्ञों के साथ एक विशेष टॉक शो का आयोजन सितम्बर 28 को किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी होंगे।


उदयपुर, अखिल भारतीय मीडिया कांफ्रेंस 2019 का चौथा संस्करण में हिंसा मुक्त बचपन का समर्थन करने के लिए नई पहल के तहत वॉकथॉन शामिल की गयी है।  कन्वेंशन ऑफ द चाइल्ड राइट्स के 30 साल और यूनिसेफ इंडिया के 70 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 28 सितंबर को सम्मेलन के दूसरे दिन उदयपुर में फतेह सागर झील के किनारे हिंसा मुक्त बचपन की जागरूकता बढ़ाने के लिए वॉकथॉन का आयोजन किया जाएगा।


नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, 2015 और 2016 के बीच भारत में बच्चों के खिलाफ हिंसा में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।  आंकड़ों के हिसाब से, 2016 में रिपोर्ट किए गए बच्चों के खिलाफ कुल अपराधों की संख्या 1,06,958 थी, जबकि 2015 में 94,172 रिकॉर्ड की गई थी, और बच्चों क खिलाफ अपराधों मे 12,786 की वृद्धि  हुई है। 2012 में, भारत में 9500 बच्चे और किशोर मारे गए थे, जो कि दुनिया भर मे मारे गए बच्चों और किशोरों मे से 10 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते थे और भारत को बाल हत्या में तीसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता बनाते थे।


बच्चों के खिलाफ हिंसा मे, विशेष रूप से लड़कियों के खिलाफ हिंसा पर चौंकाने वाला आंकड़े निराशाजनक है अखिल भारतीय मीडिया कांफ्रेंस -2019 के आयोजन अध्यक्ष कल्याण सिंह कोठारी ने कहा, "हम हिंसा मुक्त बचपन के प्रति जागरूकता बढ़ाने  के लिए 'वॉकथॉन' के माध्यम से माहौल बना रहे हैं।"


तीन दिवसीय आल इंडिया मीडिया कांफ्रेंस (AIMC)-2019 का आयोजन  उदयपुर मे होगा। इस कांफ्रेंस का विषय है - डिजिटल कम्युनिकेशन एंड एम्पावरमेंट: इमर्जिंग ओप्पोरचुनिटीज़ एंड की चैलेंजेज।  लोक संवाद संस्थान, एक प्रीमियर मीडिया एडवोकेसी संगठन जिसे तीन आल इंडिया मीडिया एडुकेटर्स कांफ्रेंस आयोजन करने का श्रेय प्राप्त है, इस साल उदयपुर की एनएसीसी मान्यता प्राप्त 'ए' ग्रेड यूनिवर्सिटी - एमएल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के साथ इस कांफ्रेंस की मेजबानी  27 - 29 सितम्बर, 2019 को उदयपुर मे करेंगे।  


उन्होंने कहा कि बाल अधिकारों पर कन्वेंशन हर जगह सभी बच्चों के अधिकारों की रक्षा करता है, भेदभाव, हिंसा और उपेक्षा से मुक्त होने के लिए, जबकि सरकार और भागीदारों के साथ मिलकर, यूनिसेफ यह सुनिश्चित करने के लिए काम करता है कि हर बच्चे के जीवन में सबसे अच्छी शुरुआत हो। जीवन, अपनी पूरी क्षमता के लिए साथ विकसित हो और खुशहाल रहे।  

श्री कोठरी ने बताया कि पूरे भारत से लगभग 250-300 मीडिया शिक्षक, शिक्षाविद, मीडिया पेशेवर, कॉर्पोरेट कम्युनिकेटर, जान प्रतिनिधि  और सोशल मीडिया कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में उदयपुर के गैर सरकारी संगठन और नागरिक समाज संगठनों, स्कूली बच्चों और जनता इस वॉकथॉन मे भाग लेंगे।  


तीन दिवसीय कांफ्रेंस के दौरान, यूनिसेफ राजस्थान और लोक सम्मान संस्थान डेवलपमेंट जोउर्नलिसमल फॉर चेंज के लिए मीडिया रिकग्निशन प्रदान करेंगे। शॉर्टलिस्ट की गई प्रविष्टियों में से पहले तीन विजेताओं के लिए प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह के साथ  20,000 रुपये, 18,000 रुपये और 15,000 रुपये के नकद पुरस्कार प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि देश भर के पत्रकारों को 14 सितंबर, 2019 से पहले अपनी प्रविष्टियां देने को कहा गया है मीडिया शिक्षण में अभिनव प्रयोगों को  प्रोत्साहित करने के लिए, इस वर्ष मीडिया शिक्षकों के लिए एक  विशेष श्रेणी का पुरस्कार भी रखा गया है। इस श्रेणी के तहत, पिछले दो वर्षों के दौरान मीडिया शिक्षा में नवाचार करने वाले प्रोफेसरों, एसोसिएट प्रोफेसरों, सहायक प्रोफेसरों और मीडिया शोधार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।


इस सम्मेलन को यूनिसेफ राजस्थान; एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (एआईएमसी);  अदमास यूनिवर्सिटी, कोलकाता; इंक्लूसिव मीडिया फॉर चेंज;  जी डी गोयनका इंटरनेशनल स्कूल, उदयपुर; अणुव्रत ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन (अनुविभा) - बाल शांति निलयम (चिल्ड्रन पीस पैलेस) राजसमंद और वन वर्ल्ड फाउंडेशन इंडिया द्वारा सहयोग दिया जा रहा है।  


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