लद्दाख में आईस हॉकी को मान्यता दी जाएगी, तीरंदाजी अकादमी खोलने का भी फैसला


सोनीपत - रिजिजू ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि देश में एक नया खेल संस्कृति विकसित हो। हमारी सुविधाएं विश्वस्तरीय हों और भविष्य में खिलाड़ियों को कैरियर की सभावनाएं दिखें। उन्होंने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि सभी खिलाड़ियों को सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों में नौकरी दिलवाई जाए। नौकरी में रहते हुए ही सभी खिलाड़ी अपने खेल पर ध्यान दें और देश के लिए पदक लेकर आएं। वे रिटायरमेंट के बाद कोचिंग के क्षेत्र में खेलों के लिए अपना अमूल्य योगदान दें। 


केन्द्रीय युवा मामले व खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरण रिजिजू ने कहा है कि  केन्द्र सरकार ने निर्णय लिया है कि अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में जो खिलाड़ी पदक लेकर आएंगे उन्हें देश में लौटते ही तत्काल ईनाम राशि का चेक दिया जाएगा। इससे खिलाड़ियों को मनोबल बढ़ेगा और उन्हें आगे बढऩे की प्रेरणा मिलेगी। रिजिजू को सोनीपत में उत्तर क्षेत्रीय खेल प्राधिकरण (साई) के बहालगढ़ केन्द्र का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। 


 रिजिजू ने कहा कि केन्द्र सरकार नवगठित केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू व कश्मीर में खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रही है। लद्दाख चूंकि 12 हजार फिट से अधिक ऊंचाई पर है इसलिए वहां पर सिंथेटिक ट्रैक विकसित किए जाएंगे। इसके साथ ही केन्द्रीय खेल मंत्रालय आईस हाकी को भी मान्यता देने जा रहा है। उन्होंने कहा कि लद्दाख में तीरंदाजी अकादमी खोलने का भी निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि खेल व खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही नवीनतम खेल नीति लाई जाएगी। इस नीति में देश में खेल व खिलाडिय़ों को आगे बढ़ाने के लिए नए कदम उठाए जाएंगे। 


 रिजिजू ने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में जिला स्तर पर खेल की बेहतर सुविधाएं मिलें। इसके लिए जल्द ही देश के सभी राज्यों के खेल मंत्रियों का एक सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा। उन्होंने खिलाड़ियों के मांग पर सोनीपत साई सेंटर में और अधिक बेहतर खेल सुविधाएं भी विकसित करने की बात कही। 


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