निर्मोही का जुड़ाव किसी राजनीतिक दल से नहीं है


नयी दिल्ली - निर्मोही ने फेसबुक और वाट्सएप पर अपने पुरस्कारों और सम्मानों की सूची प्रकाशित की जिस पर अनेक प्रतिक्रियाएं मिली हैं , जिनमें से सबसे अजीब प्रतिक्रिया छपरा ( बिहार ) निवासी डॉ.अरूण कुमार गिरि की मिली है ।


उन्होंने  निर्मोही की उपलब्धियों से गदगद होकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील कर डाली है ---"हमारे देश के पांच करोड़ गोस्वामियों की आवाज़ ,हमारे समाज के तुलसीदास ,सैंकड़ों पुरस्कारों के विजेता, गोस्वामी समाज के हृदय सम्राट,अनेक ग्रंथों के रचियता भारत -नेपाल - मॉरीशस के गोस्वामी समाजों के सिरमौर नयी दिल्ली वासी गिरिवर गिरि गोस्वामी निर्मोही को भारत के किसी प्रदेश का राज्यपाल बनाया जाये "--- डॉ. अरूण कुमार गिरि , प्रदेश अध्यक्ष,अखिल भारतीय दशनाम गोस्वामी समाज ,बिहार ।


डॉ. अरूण कुमार गिरि को  निर्मोही की ओर से सादर ओइम नमो नारायण । निर्मोही ने तो कभी पार्षद बनने की बात भी नहीं सोची। आप निर्मोही के लिए इतना कुछ सोच रहे हो। आपके विचारों का स्वागत है, अभिनंदन है । लेकिन निर्मोही की ऐसी कोई ख्वाहिश नहीं है और न ही निर्मोही में ऐसी कोई योग्यता है क्योंकि निर्मोही का जुड़ाव किसी राजनीतिक दल से नहीं है ।


किसी पद को पाने की लालसा भी नहीं है । हां ,मन में इतनी भावना अवश्य है कि हमारा यह देश भारतवर्ष सदैव स्वतंत्र एवं अखंड रहे और जिसमें हमारे गोस्वामी समाज का मान- सम्मान बना रहे । समाज से जो मिला था उसे अब समाज को लौटा रहा हूँ  बिना किसी के प्रति राग- द्वेष रखे ।


पहले दिल्ली में रहकर गोस्वामी समाज दिल्ली ( रजिस्टर्ड ) के विभिन्न पदों पर 40- 45 साल सेवा करके अब राष्ट्रीय स्तर पर कार्य ( सेवा ) करने का सौभाग्य मिला है । सिर पर ईश्वर का हाथ है और गले पर देवी सरस्वती की महती अनुकम्पा है । किसी चीज की कोई कमी नहीं है । गोस्वामी समाज में निर्मोही की पहचान धन या पद से नहीं बल्कि ज्ञान और सेवा से है । फिर भी जहाँ ज़रूरत पड़ी है वहाँ धन भी खर्च किया है और समय भी । बिना गुटबंदी के स्वतंत्र रूप में कार्य किया है । विरोधी विचारकों से भी मान- सम्मान मिला है ।


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