विवाहिता महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए रखती हैं व्रत


विवाहिता महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए रखती हैं. व्रत भाद्र पद मास के शुक्ल पक्ष के तृतीया के हर तालिका तीज व्रत करती हैं यह व्रत अविवाहित युवतियां व विवाहित महिलाएं मनचाहा वर् के लिए निर्जला व्रत करती है। इस व्रत में फलाहार भी नहीं किया जाता है व्रत काफी कठिन होता है. 


शास्त्र के अनुसार तीज माता गौरी और भगवान शिव के नाम से स्थापना पूजन दीप जलाकर करना चाहिए ओम उमाय नमः: हर तालिका तीज  के दिन व्रत करने वाली महिला महापति देवी ने बताया यह व्रत पति व पुत्र के लंबी दीर्घायु के लिए करते हैं. यह 58 वर्ष की महिला है ,उन्होंने बताया कि यह व्रत बहुत कठिन होता है बिना पानी पिए से व्रत किया जाता है प्यास लगने के वजूद भी पानी नहीं पीते हैं.


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस

वाणी का डिक्टेटर – कबीर