कैट का शीघ्र ही दिल्ली में ब्रांड् कंपनियों की एक मीटिंग बुलाने का इरादा 


नयी दिल्ली - देश भर के व्यापारी दशकों से ब्रांड्स के साथ काम कर रहे हैं, जहाँ तक उनकी मूल्य नीति का सवाल है व्यापारियों को ब्रांड कंपनियों पर हर विश्वास है । किन्तु जिस प्रकार से अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट ने सरकारी बैठक में अपने ई कॉमर्स पोर्टल पर  छूट की जिम्मेदारी ब्रांड कंपनियों पर सीधे रूप से डाली है और इसे दोनों कंपनियों ने अपना अधिकृत बयान करार दिया है तो कैट ने इसे बेहद गंभीरता से लिया है।


इस बारे में ब्रांड्स से स्पष्टीकरण मांगते हुए कैट ने प्रत्येक ब्रांड को भेजे पत्र में कहा कि  "चूंकि आपका ब्रांड अमेज़न फ्लिपकार्ट   कॉमर्स पोर्टल्स पर बेचा जा रहा हैइसलिए हम आपसे आग्रह करते हैं की आप यह स्पष्ट करें कि क्या इन पोर्टल्स पर गहरी छूट दी जा रही है क्या वो आपके द्वारा दी जा रही है  ? आपका स्पष्टीकरण इसलिए आवश्यक है क्योंकि इस बेहद गंभीर मुद्दे को हम सरकार के शीर्ष नेतृत्व के पास ले जाएंगे 


कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) एवं अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट के बीच वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई बैठक के सन्दर्भ में आगे कदम उठाते हुए कैट ने उन सभी प्रमुख ब्रांडों एक पत्र भेजा है जिनके उत्पाद अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट दोनों के ई वाणिज्य पोर्टलों पर बेचे जाते हैं और सभी ब्रांड कंपनियों से  यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि क्या अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर विभिन्न उत्पादों पर गहरी छूट उनके द्वारा दी जा रही है जैसा कि अमेज़न और फ्लिपकार्ट दोनों ने  उपरोक्त बैठक में दावा किया है ! 


कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भारतीय एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने ब्रांड्स कंपनियों को भेजे पत्र में  कहा कि अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट पर उनके ब्रांड के  विभिन्न उत्पादों पर दी जा रही गहरी छूट के सवाल पर अमेज़न और फ्लिपकार्ट दोनों ने स्पष्ट रूप से कहा कि पोर्टल कोई छूट नहीं दे रहे हैं और यह विभिन्न ब्रांड हैं जो इस तरह की गहरी छूट दे रहे हैं और अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट की उनके पोर्टल्स पर छूट में कोई भूमिका नहीं है। अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट दोनों ने कहा कि यह ब्रांड ही हैं जो इन पोर्टलों पर  विक्रेताओं को विशेष उत्पाद देते हैं जो बाज़ार में नहीं मिलते और इस पर भी अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट की  कोई भूमिका नहीं है। यह उनका आधिकारिक बयान है, जो कैट को वाणिज्य मंत्रालय द्वारा बुलाई गई आधिकारिक बैठक में दिया गया है। 


 भरतिया और खंडेलवाल दोनों ने कहा कि अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट का ऐसा बयान जो ऑफ़लाइन और ऑनलाइन व्यापार दोनों में  ऑनलाइन एवं ऑफलाइन व्यापार में मूल्य और छूट में अलग अलग नीति  होने से ब्रांडों की दोहरी नीति को दर्शाता है, जो सीधे रूप से व्यापारिक भेदभाव और अनुचित व्यापार प्रथाओं को दर्शाता है जिसे  व्यावसायिक मानदंडों के तहत अनुमति नहीं है। कैट ने शीघ्र ही इस मुद्दे पर नई दिल्ली में ब्रांड् कंपनियों की एक मीटिंग बुलाने का भी इरादा जताया और ब्रांड कंपनियों से इस मीटिंग में शामिल होने का आग्रह भी किया है !


 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस

वाणी का डिक्टेटर – कबीर