प्लास्टिक के विरूद्ध 2 करोड़ लोग इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं


नयी दिल्ली - दिल्‍ली साइक्लि‍स्‍ट प्‍लॉग रन आरंभ किया। एक वीडियो जिसमें 'गूगल मानचित्रों पर एसबीएम टॉयलट' पहल को दर्शाया गया, जो निकटतम आधुनिक शौचालय का पता लगाने में उपयोगकर्ताओं की सहायता करता है, भी इस अवसर पर लांच किया गया। अभी तक 2300 नगरों में गूगल मानचित्रों पर कुल 57000 आधुनिक शौचालयों को लाइव किया गया है और यह संख्‍या आने वाले दिनों में और बढ़ेगी।


मंत्रालय के सक्रिय सहयोग के साथ यूनाइटेड वे ऑफ इंडिया एवं गो नेटिव द्वारा भारत वर्ष के 50 नगरों में इंडिया प्‍लॉग रन का भी आयोजन किया जा रहा है। इंडिया गेट पर प्‍लॉगिंग ड्राइव में इंडिया गेट के आसपास तीन किलोमीटर के भूभाग को कवर किया गया।


आवास एवं शहरी मामले, नागरिक उड्डयन राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती का समारोह मनाने के लिए इंडिया गेट के राजपथ लॉन पर स्‍वच्‍छ ही सेवा इंडिया प्‍लॉग रन आरंभ किया। इस समारोह का उद्देश्‍य प्‍लास्टिक अपशिष्‍ट के नुकसानदायक प्रभावों पर जागरूकता का प्रसार करना और सिंगल यूज प्‍लास्टिक (एसयूपी) के उन्‍मूलन के लिए नागरिकों का समर्थन सूचीबद्ध करना था। इस अवसर पर आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, नई दिल्‍ली के राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र सरकार के मुख्‍य सचिव विजय कुमार देव, केन्‍द्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्‍ल्‍यूडी) के महानिदेशक प्रभाकर सिंह एवं एनडीएमसी तथा आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय के अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।


'स्‍वच्‍छता ही सेवा' संकल्‍प एवं डिस्‍पोजेबल प्‍लास्टिक के उपयोग के विरूद्ध शपथ दिलाते हुए पुरी ने कहा,'स्‍वच्‍छ भारत मिशन की पांचवीं सालगिरह और महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती पर आज मैं सभी को खुले में शौच मुक्‍त भारत (पश्चिम बंगाल के 52 यूएलबी को छोड़कर) के स्‍वप्‍न को साकार करने पर बधाई देता हूं। यह आंदोलन के सबसे बड़े हितधारकों – इस देश के नागरिकों की सहभागिता से संभव हो पाया है। हम प्रधानमंत्री के एसयूपी मुक्‍त भारत के विजन के प्रति वचनबद्ध हैं। इंडिया प्‍लॉग रन के लांच के साथ मुझे भरोसा है, वह दिन दूर नहीं, जब भारत एसयूपी से मुक्‍त हो जाएगा।'


 दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा, 'देश भर के लगभग दो करोड़ लोगों की सहभागिता के साथ पूरे शहरी भारत में नागरिकों द्वारा आयोजित 55000 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है। मंत्रालय प्‍लास्टिक अपशिष्‍ट प्रबंधन पर कई पहल कर रहा है और इसके पुनर्उपयोग और पुनर्चक्र को बढ़ावा दिया जा रहा है। एसयूपी के विरूद्ध आंदोलन में पिछले कुछ दिनों में बेशुमार गति हासिल की है। इस प्रकार एक नये जन आंदोलन आरंभ हो चुका है।”


स्‍वच्‍छ एवं हरित तथा टिकाऊ विकास के लिए राष्‍ट्रीय प्रयासों की दिशा में सीपीडब्‍ल्‍यूडी के योगदान के रूप में विभिन्‍न पहलों का उल्‍लेख करते हुए सीपीडब्‍ल्‍यूडी के महानिदेशक प्रभाकर सिंह ने कहा, 'प्‍लास्टिक की उपस्थिति को कम करने के सामूहिक प्रयासों के एक हिस्‍से के रूप में हमने 'एकल उपयोग प्‍लास्टिक' को 'न' कहना आरंभ किया है। इस अभियान में सघन स्‍वच्‍छता एवं हरित मुहिम के अतिरिक्‍त जीपीआरए कालोनियों में प्‍लास्टिक की मनाही-कमी-पुनर्उपयोग एवं पुनर्चक्र पर जागरूकता पैदा करना शामिल है।'


प्‍लॉगिंग कचरा चुनने के साथ-साथ जॉगिंग करने का समिश्रण है और यह प्‍लास्टिक प्रदूषण को लेकर बढ़ती चिंताओं के बाद पहली बार 2016 में स्‍वीडन में शुरू हुआ था। आज, प्‍लॉगिंग एक लोकप्रिय गतिविधि बन चुकी है और नागरिक समूहों, शहरी स्‍थानीय निकायों इत्‍यादि द्वारा भारत में कई प्‍लॉगिंग ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है और यह फिट इंडिया आंदोलन के संयोजन में है। इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों के लिए अन्‍य आकर्षण भी हैं जैसे कि वीमेन रन क्‍लॉथ बैग काउंटर, जिसमें आगंतुकों को पुराने कपड़ों से बने हुए पर्यावरण अनुकूल थैले दिए जाएंगे तथा एसयूपी के मुद्दे पर कई नुक्‍कड़ नाटकों का भी आयोजन किया जाएगा।     


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