राष्‍ट्रपति गणमान्‍य वरिष्‍ठ नागरिकों और संस्‍थाओं को वयोश्रेष्‍ठ सम्‍मान प्रदान करेंगे


नयी दिल्ली - वयोश्रेष्ठ सम्मान सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया पुरस्‍कार है, जो अब राष्‍ट्रीय श्रेणी के पुरस्‍कारों में शामिल हो चुका है। यह सम्‍मान प्रत्येक वर्ष भारत में वरिष्‍ठ नागरिकों की नि:स्‍वार्थ सराहनीय सेवा करने वाले संस्‍थानों और वरिष्‍ठ नागरिकों को उनकी उत्‍तम सेवाओं और उपलब्धियों के सम्‍मान स्‍वरूप प्रदान किया जाता है। हिस्से के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं।


 यह पुरस्‍कार वरिष्‍ठजनों के हितों को लेकर सरकार की चिंताओं तथा समाज में ऐसे लोगों को उनका पूरा हक दिलाने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह समाज और राष्‍ट्र निर्माण में वरिष्‍ठजनों के योगदान से युवा पीढ़ी को परिचित कराने का अवसर भी प्रदान करता है। ये पुरस्कार देश के किसी भी हिस्से के संस्थानों/संगठनों/ व्यक्तियों को दिए जाते हैं। इसके लिए सरकारी और गैर-सरकारी एजेंसियों से नामांकन आमंत्रित किए जाते हैं।


राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद 3 अक्‍टूबर को नई दिल्‍ली में अंतर्राष्‍ट्रीय वृद्धजन दिवस के उपलक्ष्‍य में सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में गणमान्‍य वरिष्‍ठजनों और संस्‍थाओं को 'वयोश्रेष्‍ठ सम्‍मान 2019' प्रदान करेंगे। यह सम्‍मान वरिष्‍ठजनों के लिए की गई उत्‍कृष्‍ट सेवाओं के लिए दिया जाता है। अंतर्राष्‍ट्रीय वृद्धजन दिवस हर साल 1 अक्‍टूबर को मनाया जाता है।


समारोह की अध्‍यक्षता सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत करेंगे। इस अवसर पर सामजिक न्‍याय और अधिकारिता राज्‍य मंत्री कृष्‍णपाल गुर्जर, रामदास आठवले और रतनलाल कटारिया भी उपस्थित रहेंगे।


पुरस्‍कार योजना के तहत केन्‍द्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों उनके स्‍वायत्‍त संगठनों, राज्‍य और केन्‍द्र शासित प्रदेशों, पद्म, वयोश्रेष्‍ठ सम्‍मान और अन्‍य राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार प्राप्‍त कर चुके व्‍यक्तियों अथवा संस्‍थानों, वरिष्‍ठ नागरिकों की राष्‍ट्रीय परिषद के सदस्‍यों तथा फिक्‍की, सीआईआई, एसोचैम, नेसकॉम और पीएचडी जैसे उद्योग संगठनों से नामांकन आमंत्रित किए जाते हैं।   


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