जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 69 देशों की 240 फिल्में होंगी प्रदर्शित


जयपुर। जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल। दुनिया भर में अपनी ख़ास पहचान और जगह बना चुके जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [जिफ] का यह 12वां संस्करण होने जा रहा है। सिने प्रेमियों के लिए यह जानना किसी खुशखबरी से कम नहीं है कि जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ट्रस्ट और आर्यन रोज़ फाउण्डेशन की ओर से आयोजित जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [ जिफ] का आगाज़ आगामी वर्ष 17 से 21 जनवरी 2020 को आयनॉक्स सिनेमा हॉल, जी.टी. सेन्ट्रल में होने जा रहा है।

जिफ में प्रदर्शित होने वाली फिल्मों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह जिफ की एक बड़ी उपलब्धि है कि यहां दुनिया भर में सबसे अधिक संख्या में फिल्मों का चयन होता है। या यूं कहें, यहां होता है विश्व की फिल्मों का हाइएस्ट सलेक्शन। जिफ पिछले साल से ही विश्व का सबसे बड़ा कॉम्पिटिटीव फिल्म फेस्टिवल है। आयनॉक्स सिनेमा हॉल [जी.टी. सेन्ट्रल] के स्क्रीन – 1, 3, 6 और 7 में फिल्में प्रदर्शित होंगी। 18 से 21 जनवरी तक सुबह 9:30 से फिल्मों की स्क्रीनिंग शुरू होगी, जो रात 9:30 बजे तक जारी रहेगी। 17 जनवरी 2020 को ओपनिंग सेरेमनी महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम में होगी। इसके बाद 18 जनवरी को 79 फिल्में, 19 जनवरी को 45 फिल्में, 20 जनवरी को 63 फिल्में और 21 जनवरी को 42 फिल्में दिखाई जाएंगी। 21 जनवरी को क्लोजिंग सेरेमनी से फेस्टिवल का समापन होगा।

जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इस वर्ष 98 देशों से 2411 फिल्में आईं, जिनमें 69 देशों की 229 फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी। प्रदर्शित होने वाली फिल्मों में अभी 11 फिल्में और जुड़ेंगी। वहीं डेस्कटॉप श्रेणी में 186 फिल्में प्रदर्शित होंगी। 


नन्हे दर्शकों के लिए ख़ास
बड़ों के लिए ही नहीं, बल्कि शहर के नन्हे दर्शकों के लिए भी जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [जिफ] में कई फिल्में दिखाई जाएंगी। ख़ास बच्चों के लिए बनाई गई फिल्में सुबोध पब्लिक स्कूल, जयपुरिया विद्यालय, संस्कार स्कूल और स्प्रिंगडेल स्कूल में दिखाई जाएंगी। सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक फिल्मों का प्रदर्शन होगा।

राजस्थान की फिल्मों का प्रदर्शन होगा ख़ास
ज़ाहिर तौर पर राजस्थान के लोगों के लिए यह बहुत खुशी और गर्व की बात है कि जनवरी माह में होने वाले जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में राज्य की 11 फिल्में प्रदर्शित होंगी। राजेश सेठ के निर्देशन में बनी शॉर्ट फिक्शन फिल्म वेटिंग टिल टुडे दिखाई जाएगी। राहुल सूद निर्देशित शॉर्ट फिक्शन फिल्में – मज़ार – ए – लैला मजनू फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। डॉ. हेमा उडावत के निर्देशन में बना चार मिनट लम्बा सॉन्ग [गीत] करीब  दिखाया जाएगा। राजस्थान से राजेश सोनी निर्देशित शॉर्ट फिक्शन फिल्म सबक और पूर्णिमा कौल की डॉक्यूमेंट्री फिल्म हौसले की उड़ान दिखाई जाएगी। वहीं, राजस्थान की राजधानी जयपुर पर बनी चन्दन सिंह की फिल्म अलबेलो जयपुर का भी जिफ में प्रदर्शन होगा। राघव रावत और मोहित शर्मा की फिल्म पंछी का प्रदर्शन भी ख़ास रहेगा, जो गरीब और मजदूर परिवार के संघर्षों की कहानी है। फीचर फिल्म देसी बैंड और एक स्टोरी टैलिंग सॉन्गरात का प्रदर्शन होगा। विनोद सैम के निर्देशन में बनी एड फिल्म डू नॉट ड्रिंक एंड ड्राइव का प्रदर्शन ख़ास रहेगा।

होगा राजस्थानी फिल्म चीड़ी बल्ला का प्रदर्शन
राधेश्याम पिपलवा निर्देशित चीड़ी बल्ला [स्मैश] स्कूल में पढ़ रहे भगत के बारे में है, जिसे किसी तरह अपने स्कूल को बचाना है। चीड़ी – बल्ला खेलने वाले भगत के सामने चुनौती है कि वह राज्य स्तर के बैडमिंटन टूर्नामेंट में अपने स्कूल को जिता सके। राजस्थानी भाषा में बनी एक घण्टे 51 मिनट की यह फीचर फिल्म राजस्थान की कला, खेल और संस्कृति की ख़ासियत बताती हुई आगे बढ़ती है। भारत की फीचर फिक्शन फिल्म मेजर निराला की स्क्रीनिंग ख़ास रहेगी। मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशांक के उपन्यास पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन गणेश वीरन ने किया है, जो 19 जनवरी को दिखाई जाएगी।

होगा फिल्मों का विश्व प्रीमियर
कई फिल्मों का वल्ड प्रीमियर भी जिफ में ख़ास रहेगा। अभय डालाकोटी की 29 मिनट लम्बी भारतीय फिल्म चैम्पियन और मैरिना लिबिक की नो मैन्स ट्रूथ का प्रदर्शन ख़ास रहेगा। ब्राजील की फिल्म हैनरी कार्टियर – ब्रेसन, फॉर दा लव ऑफ इंडिया फिल्म का प्रीमियर ख़ास होगा। स्टेवार्ट मार्शल और जोश मैसन की आयरन सिटी1978 की स्क्रिनिंग होगी, वहीं मणि शंकर अय्यर की फिल्म सत्तम का प्रदर्शन होगा।

ऑस्कर की दौड़ में रही फिल्मों की स्क्रीनिंग
जब फिल्म पुरस्कारों की बात हो, तो ऑस्कर की प्रतिष्ठा से हम सब बखूबी परिचित हैं। यह जिफ की बड़ी उपलब्धि है कि ऑस्कर की दौड़ में रही फिल्में – डॉटर, जोसेफअमेरिकन मिरर – इंटीमेशंस ऑफ इमॉरेलिटी और ईरान की फाइंडिंग फैरिदे भी जिफ में दिखाई जाएंगी। ऑस्कर की टॉप फिल्मों में अपनी जगह बना चुकी डारिया शचीवा निर्देशित फिल्म डॉटर जिफ में दिखाई जाएगी। यह 15 मिनट की एनिमेशन शॉर्ट फिल्म है।
ईरान की फिल्म फाइंडिंग फैरिदे एक लड़की फैरिदे की कहानी है, जो अपने जन्म से जुड़े रहस्यों को खोजने में जुटी है। वहीं यू.एस. में बनी अमेरिकन मिरर – इंटीमेशंस ऑफ इमॉरेलिटी आज के इस सच को दिखाती है कि हम किस तरह सोशल मीडिया पर झूठी और दिखावटी जिंदगी जी रहे हैं। एक घंटे की यह फिल्म ऑस्कर सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल कर चुकी है। वहीं सुशान्त मिश्रा की हिन्दी फिल्म जोसेफ – बॉर्न इन ग्रेस एक छोटी कहानी जोसेफ पर आधारित है।


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