उचित भोजन से बीमारियों को कम करने में मदद मिलेगी

"द पर्पल बुक" यह बीमारियों के लिए उचित आहार बताने वाली पुस्तिका है। इस पुस्तिका में अस्पतालों के लिए मधुमेह, अत्यधिक तनाव, कैंसर, पेट की बीमारियां आदि से संबंधित भोजन के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। यह पुस्तिका www.fssai.gov.in  से निशुल्क डाउनलोड की जा सकती है।



नयी दिल्ली - भारत एक तरफ अल्प-पोषण से जूझ रहा है जिससे एक तरफ वास्टिंग और स्टंटिंग जैसी बीमारियां सामने आई हैं और दूसरी तरफ लोग मोटापे से ग्रसित हो रहे हैं। मोटापे का मुख्य कारण अधिक मात्रा में जंक फूड का उपभोग, गलत आहार का चयन अधिक मात्रा में भोजन लेना और व्यायाम की कमी है। भोजन से संबंधित बीमारियों की वृद्धि से पता चलता है कि पिछले दशक की तुलना में लोग कम स्वास्थ्यप्रद भोजन ले रहे हैं। इस संदर्भ में एफएसएसएआई द्वारा शुरु किया गया ईट राइट आंदोलन समय की मांग के अनुरूप है।


केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम में दूसरे ईट राइट मेले (खानपान की अच्छी आदतों से जुड़ा मेला) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि उचित भोजन से बीमारियां कम होगी। स्वस्थ भोजन की आदत डालने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इसके लिए जल आंदोलन आयोजित किए जाने चाहिए। इससे देश के बीमारियों के बोझ में कमी आएगी। एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण) का ईट राइट मेला एक सराहनीय प्रयास है। ईट राइट मेले को सामुदायिक कार्यक्रमों और स्थानीय मेलों का हिस्सा बनाया जाना चाहिए ताकि लोग विभिन्न आहारों के स्वास्थ्य और पोषण फायदों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। विशेषज्ञों द्वारा लोगों को आहार की सलाह दी जानी चाहिए। व्यंजन बनाने के तरीकों का लाइव प्रदर्शन होना चाहिए। ऐसे आयोजनों से लोगों को मनोरंजन भी मिलेगा।


 कार्यक्रम में डॉ. हर्षवर्धन ने NetSCoFAN (भोजन सुरक्षा और पोषण के लिए वैज्ञानिक सहयोग नेटवर्क) लॉन्च किया, जो भोजन और पोषण के क्षेत्र में काम करने वाले शोध व शैक्षणिक संस्थानों का नेटवर्क है। इस नेटवर्क में विभिन्न प्रमुखों / निदेशकों और वैज्ञानिकों के बारे में विस्तृत जानकारी एक निदेशिका के तहत दी गई है। NetSCoFAN के अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले संस्थानों के आठ समूह है। इन क्षेत्रों में प्रमुख है – जीव विज्ञान, रसायन, पोषण, पशुओँ से प्राप्त भोजन, पेड़ पोधों से प्राप्त भोजन, जल व अन्य पेड़, भोजन की जांच सुरक्षित और टिकाऊ पैकेजिंग आदि। एफएसएसएआई ने आठ नोडल संस्थानों की पहचान की है, जो शोध, सर्वेक्षण और संबंधित कार्य करेंगे। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि NetSCoFAN खाद्य सुरक्षा मामलों पर डाटा इकट्ठा करेगा और डेटा बेस तैयार करेगा।


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