देवकी देवी ने अपनी संचित पूंजी  दस लाख प्रधानमन्त्री कोरोना रक्षा कोष में दान किए


पौड़ी गढ़वाल - देवकी भंण्डारी गौचर जनपद चमोलीउत्तराखण्ड की निवासी हैं। इनकी मातृभूमि खिर्सू  ब्लाक जनपद पौड़ी गढ़वाल की है। इनके पिता अवतार सिंह आजाद फौज के स्वतंत्रता सेनानी थे। जिन्होंने ने अपना जीवन देश सेवा में अर्पित किया था। वहीं रक्त लक्षण उनकी पुत्री में भी अवतरित हुए।


श्रीमती देवकी देवी ने अपनी संचित पूंजी  दस लाख प्रधानमन्त्री कोरोना रक्षा कोष में भेंट कर दिए। आपका विवाह हुकमसिंह भंण्डारी से हुआ ,उनका देहान्त आज से बाहर साल पहले हो गया। वे रेशम विभाग में कार्यरत थे। प्राचीन काल में माता देवकी ने अपने पुत्र कृष्ण को माता यशोदा को सौंपा था। लेकिन इस मां देवकी ने पुत्र गोद लिया  जिसको योग्य बनाने में वह कर्म रत हैं। आपकी माता श्रीमती बचन देई की धार्मिक शिक्षा का आप पर प्रभाव आज भी दिखाई देता है। आपका सामाजिक जीवन उन्हीं की प्ररेणा शक्ति है। गौचर में आपका अपना घर था जिसको बेच कर आप कुछ बच्चों को गोद लेकर शिक्षा का भार उठा रहीं हैं।वे बीटेक जैसी शिक्षा में आवद्ध हैं। जबकि आप किराये के घर में रहती हैं।


देश विदेश और अपने देश में कोरोना के संक्रमण से विह्वल मन में एक भावुक मन बोल उठा जो तेरे पास है उसे समर्पित कर ही समर्पण उन्हें बैंक की ओर ले गया। उनके साथ अनिल नेगी पार्षद सेंट्रल बैंक पहुंचे और मां देवकी ने जीवन भर की संचित राशि दस लाख की एफडी तोड़ कर कोरोना रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री केयर्स फंड में डाल दी। मां देवकी का बलिदान कृष्ण बनकर देश रक्षा में बरदान बने ऐसी आशा आपके चरणों में समस्त उतराखण्डी नतमस्तक होकर कर रहा है। समस्त उतराखण्डी आपके दीर्घायु की कामना करते हुए कोटि-कोटि नमन करता है आपने गढ गौरव का मान बढ़ाया है ईश्वर सबकी रक्षा करें।
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