इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) की “सबकी रसोई”


नयी दिल्ली - वैश्विक महामारी करोना की वजह से लोगों को अपार पीड़ा एवं परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी चल रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की वजह से कई लोग भारी संकठों से जूझ रहे हैं, और इसका सबसे बुरा प्रभाव आर्थिक रूप से सबसे निचले पायदान के लोगों – प्रवासी मजदूर, दिहाड़ी कामगार और बेघरों पर पड़ रहा है।


इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) “सबकी रसोई” नाम से एक कार्यक्रम शुरू कर रही है। इसके माध्यम से समाज के सबसे ज़रूरतमंद लोगों के एक बड़े तबके को लॉकडाउन के दौरान रोजाना भोजन मुहैया कराने का प्रयास किया।


“सबकी रसोई” की शुरुआत 5 अप्रैल से होगी और 10 दिनों के पहले चरण में भारत के 20-25 शहरों में कम से कम 15 लाख भोजन के पैकेट पहुंचाए जाएंगे। इसको सफल बनाने के लिए देशभर के 1,000 से अधिक मेधावी युवा एकजुट होकर इस कार्यक्रम को चलाएंगे और चयनित शहरों में रोजाना 1.5 लाख लोगों को भोजन मुहैया कराएंगे।


 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

ग्रासरूट लीडरशिप फेस्टिवल में भेदभाव, छुआछूत, महिला अत्याचार पर 37 जिलों ने उठाये मुद्दे

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

घरेलू कामगार महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा का लाभ मांगा, कहा हमें श्रमिक का दर्जा मिले