ब्राइट ट्यूटी ने 40,000 शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण विधि की ट्रेनिंग दी

नयी दिल्ली : कोविड -19 महामारी के कारण स्कूलों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस स्थिति ने स्कूलों व अन्य शिक्षण संस्थानों को सीखने की नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया है। वहीं दूसरी ओर यह लॉकडाउन छात्रों को ऑनलाइन कक्षाएं देने के मामले में शिक्षकों के लिए एक परेशानी बनकर भी सामने आया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कई शिक्षण संस्थान व शिक्षक बेहद कम या बिना तैयारी के ऑनलाइन शिक्षण का कार्य कर रहे हैं।  



लॉकडाउन के दौरान इस मुश्किल दौर में शिक्षकों और शिक्षण संस्थानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए नई दिल्ली स्थित भारत के लोकप्रिय ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ब्राइट ट्यूटी द्वारा राजस्थान, उड़ीसा, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के विभिन्न निजी और राज्य शैक्षिक बोर्ड के स्कूलों में पढ़ाने वाले 40,000 शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण विधि के लिए प्रशिक्षित किया है।


इस प्रशिक्षण में शिक्षकों को मुख्य रूप से छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाने के तरीकों के बारे में सीखाया गया। साथ ही ऑनलाइन क्लास लेते हुए छात्रों के साथ तालमेल स्थापित करने और आसान तरीके से सभी छात्रों को पाठ्यक्रम समझाने व ऑनलाइन क्लासेस के लिए जरूरी अन्य उपयोगी टूल्स की बारीकियों के बारे में भी विस्तार से बताया गया। इस प्रशिक्षण सत्र में शामिल होने वाले 70% से अधिक शिक्षक टियर 2 और 3 शहरों से थे।  


इस प्रशिक्षण सत्र के बारे में बात करते हुए अनंत गोयल, निदेशक और संस्थापक ब्राइट ट्यूटी ने कहा कि, " देशव्यापी लॉकडाउन छात्रों के लिए एक मुश्किल समय है। लेकिन इस दौर में शिक्षकों की अहम भूमिका है, उनको ऑफलाइन शिक्षण के स्थान पर ऑनलाइन शिक्षण तकनीक को अपनाना होगा। महामारी के प्रकोप के बाद हमने अपने स्टडी प्लेटफॉर्म में छात्रों की ऑनलाइन सीखने की उत्सुकता को देखा है। शिक्षण क्षेत्र से जुड़े होने के कारण हम इस मुश्किल दौर में छात्रों और शिक्षकों की जरूरतों को भलिभांति पहचानते हैं और उसको पूरा करना ही अपना लक्ष्य मानते हैं।”


"देश नए बदलावों के लिए तैयार है, ऐसे में हमने अपने शिक्षकों को ऑनलाइन तकनीक से पढ़ाने के नए तरीकों को सीखने में मदद करने का फैसला किया है।हमारे प्रशिक्षण में हिस्सा लेने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण सामग्री के रूप में कुछ वीडियो (video testimonials) प्रदान किये जाते हैं । इससे उन्हें स्कूली शिक्षा को दोबारा से नियमित व सुचारू बनाने में मदद मिलती है।”


जयनगर (बेंगलुरु) के स्कूल शिक्षिका कविता प्रसाद ने कहा, “इस सत्र में हमें सिखाया गया कि हम किस प्रकार से सरल उपकरणों (टूल्स) का उपयोग करके ऑनलाइन कक्षाओं का प्रभावी रूप से संचालन कर सकते हैं। मेरे लिए यह सत्र बेहद ज्ञानवर्धक रहा। मेरा स्कूल शिक्षकों से ऑनलाइन क्लासेस करवा रहा है, ऐसे में अब मुझे ऑनलाइन क्लासेस के अधिकतर एप्लीकेशन और टूल्स को इस्तेमाल करना आ गया है।” हमारे द्वारा ऑनलाइन सीखने की प्रक्रिया को सशक्त बनाने के लिए लॉकडाउन में अप्रैल माह से भारत के विभिन्न शैक्षिक बोर्ड की कक्षा 6वीं से 8वीं के छात्रों के लिए यूट्यूब पर मुफ्त लाइव क्लासेस भी शुरू की गई हैं।


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