एमएसएमई को वैश्विक प्रतिस्पर्धा योग्य बनाने के लिए अभियान ‘‘ग्लोबल भारत’’ लॉन्च

नई दिल्ली । एस ए पी इंडिया ने ग्लोबल भारत के लॉन्च की घोषणा की। यह प्रोग्राम भारतीय एमएसएमई को वैश्विक प्रतिस्पर्धा करने योग्य बनाने के लिए डिजिटल टेक्नॉलॉजी उपलब्ध कराएगा। नैसकॉम फाउंडेशन, यूनाईटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) और प्रथम इन्फोटेक फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम एमएसएमई सेक्टर को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार के विज़न में सहयोग करेगा और उन्हें वैश्विक बाजार, कार्यबल के लिए डिजिटल स्किल एवं व्यवसायिक प्रक्रियाओं में परिवर्तन करने के साधन उपलब्ध कराएगा।



मौजूदा व्यवसायिक वातावरण एवं अर्थव्यवस्था की स्थिति देखते हुए ग्लोबल भारत भारतीय एमएसएमई को भविष्य के लिए तैयार करेगा तथा निम्नलिखित 3 अभियान अपनाकर ज्यादा एफिशियंसी लेकर आएगा:


वैश्विक बाजार की एक्सेस प्राप्त करना: एमएसएमई को एस ए पी अरीबा डिस्कवरी की स्वतंत्र एक्सेस मिलेगी, जहां पर खरीददार सोर्सिंग की जरूरतें पोस्ट कर सकेंगे और अरीबी नेटवर्क के कोई भी चार मिलियन सप्लायर वस्तु व सेवाएं देने की अपनी सामर्थ्य के अनुरूप उन पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकेंगे। 31 दिसंबर, 2020 तक इसके लिए कोई शुल्क नहीं होगा। अरीबा नेटवर्क सबसे बड़ा डिजिटल बी2बी मार्केटप्लेस है, जहां पर प्रतिवर्ष 3.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा वैश्विक व्यवसाय होता है। एस ए पी अरीबा डिस्कवरी ऑफर एक्सेस करके भारतीय एमएसएमई खुद को सप्लायर्स के रूप में एनरोल करा सकती हैं और ग्लोबल कस्टमर मार्केट की एक्सेस प्राप्त कर सकती हैं।


कार्यबल की डिजिटल स्किलिंग: व्यवसाय मालिकों को एस ए पी इंडिया का कोड उन्नति उपलब्ध होगा। यह एक प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक अवार्ड विनिंग डिजिटल स्किलिंग अभियान है। एमएसएमई को डिजिटल फाईनेंशल, सॉफ्ट स्किल्स, प्रोडक्टिविटी टेक्नॉलॉजी पर 240 कोर्सेस की एक्सेसिबिलिटी दी जाएगी (आने वाले महीनों में और ज्यादा), जो कार्यबल को कार्य के नए वातावरण में ढलने के लिए डिजिटल स्किल प्रदान करेगी। ये क्योरेटेड कोर्स लोगों को एक मोबाईल एप्लीकेशन द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे, जिन्हें वो अपने एन्ड्रॉयड स्मार्टफोन पर एक्सेस कर सकेंगे। इस डिजिटल लिटरेसी प्रोग्राम के तहत, एस ए पी इंडिया ने 1500 फिज़िकल ट्रेनिंग सेंटर्स की मदद से 1 मिलियन से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित किया है।
व्यवसायों में डिजिटल परिवर्तन: ग्लोबल भारत एमएसएमई के लिए किफायती एवं एक्सेसिबल एंटरप्राईज़ टेक्नॉलॉजी प्रस्तुत करता है।


भारत ईआरपी अभियान द्वारा वो एस ए पी की विश्वस्तरीय ईआरपी, बिज़नेस वन स्टार्टर पैक ऑन द क्लाउड को अपना सकते हैं। एस ए पी पार्टनर ईकोसिस्टम से हम जानते हैं कि वो इस क्लाउड प्रस्तुति को 3999 रु. प्रतिमाह में प्रस्तुत करेंगे, जिसकी एक्सेसिबिलिटी प्रति एमएसएमई अधिकतम 5 यूज़र्स की होगी। यह डिजिटल परिवर्तन व्यवसायों की एफिशियंसी को बढ़ाएगा एवं उन्हें अपने ग्राहकों को बेहतर उत्पाद व सेवाएं प्रदान करने में समर्थ बनाएगा।


इस प्रोग्राम के बारे में देब दीप सेनगुप्ता, प्रेसिडेंट एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, एस ए पी इंडियन सबकॉन्टिनेंट ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था एवं व्यवसायों पर इस महामारी का प्रभाव देश की एमएसएमई ने सबसे ज्यादा महसूस किया। भारत के जीडीपी में बड़ा योगदान (29 प्रतिशत) तथा 111 मिलियन लोगों को रोजगार प्रदान करने के चलते देश की अर्थव्यवस्था के पुनरोद्धार के लिए इस सेक्टर को मजबूत किया जाना अति आवश्यक है। ग्लोबल भारत एमएसएमई को व्यवसायिक कार्य मजबूत करने तथा महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को पुनः एक्सेस करने में समर्थ बनाने का हमारा प्रयास है, ताकि वो कमियों को दूर कर विश्व में प्रतिस्पर्धा के योग्य बनें।’’


सुब्रमण्यम अनंतपद्मनाभन, वाईस प्रेसिडेंट एवं हेड ऑफ जनरल बिज़नेस, एस ए पी इंडियन सबकॉन्टिनेंट ने कहा, ‘‘एस ए पी का 80 प्रतिशत कस्टमर बेस एसएमई का है, जिन्होंने डिजिटल टेक्नॉलॉजी का उपयोग शुरू कर शानदार वृद्धि की है। भारत कोविड-19 के दौर के बाद व्यवसाय शुरू कर रहा है, इस समय हम माईक्रो, स्मॉल एवं मीडियम उद्यमों के डिजिटल सफर में उनके साथ साझेदारी करके काफी उत्साहित हैं और उन्हें नए वातावरण में स्केल व प्रतिस्पर्धात्मकता हासिल करने के लिए आवश्यक टेक्नॉलॉजी एवं स्किल्स की मदद उन्हें देते हैं।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

ग्रासरूट लीडरशिप फेस्टिवल में भेदभाव, छुआछूत, महिला अत्याचार पर 37 जिलों ने उठाये मुद्दे

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

घरेलू कामगार महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा का लाभ मांगा, कहा हमें श्रमिक का दर्जा मिले