ईएसडीएस बड़े पैमाने पर छात्रों के हित में अपनी तकनीकी दक्षता उपलब्‍ध करायेगा

नयी दिल्ली : ईएसडीएस सॉफ्टवेयर सॉल्‍यूशंस को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि इसने एमआईटी यूनिवर्सिटी, पुणे के साथ सहयोग स्‍थापित किया है। इस सहयोग के जरिए, ईएसडीएस बड़े पैमाने पर छात्रों के हित में अपनी तकनीकी दक्षता उपलब्‍ध करायेगा और शिक्षा व शिक्षा जगत के बीच की दूरी को पाटने का काम करेगा।



ईएसडीएस और एमआईटी यूनिवर्सिटी ने एक समझौता-पत्र (एमओयू) पर हस्‍ताक्षर किया है। इस समझौते के तहत, क्‍लाउड कंप्‍यूटिंग की बड़ी कंपनी, ईएसडीएस के नेतृत्‍व में छात्रों पर केंद्रित पहल शुरू की जायेगी और एमआईटी के छात्रों को क्‍लाउड कंप्‍यूटिंग एवं इमर्जिंग टेक्नोलॉजिज के क्षेत्र में दक्षतापूर्ण जानकारी प्रदान की जायेगी। एमआईटी एक प्रमुख उच्‍चानुशीलन विश्‍वविद्यालय है, जो मूल्‍य-आधारित ''वैश्विक शिक्षा प्रणाली'' के जरिए ''शांतिपूर्ण संस्‍कृति'' (कल्‍चर ऑफ पीस) को बढ़ावा देता है, ताकि छात्रों के लिए एक ठोस मंच का निर्माण किया जा सके और उन्‍हें इंडस्‍ट्री के लिए तैयार किया जा सके।    
इस समझौता के अंतर्गत ईएसडीएस और एमआईटी यूनिवर्सिटी के बीच ज्ञान को परस्‍पर साझा किया जायेगा, ताकि उन शिक्षार्थियों को ज्ञान प्राप्‍त करने में मदद की जा सके, जो दोनों ही पक्षों के लिए बहुमूल्‍य संपत्ति होंगे।  


 ईएसडीएस' एकेडमिया 360°पहल के अंतर्गत   ईएसडीएस के एक्‍सपर्ट्स, इंडस्‍ट्री को ध्‍यान में रखते हुए डिजाइन किये गये पाठ्यक्रम के जरिए अपने इनोवेटिव पेटेंटेड क्‍लाउड टेक्‍नोलॉजी के बारे में दक्षतापूर्ण जानकारी देंगे, ताकि छात्रों को क्‍लाउड रेडी बनाया जा सके।  ईएसडीएस, एमआईटी के साथ मिलकर नई-नई उभरती तकनीकों के बारे में पाठ्यक्रम तैयार करेगा।  ईएसडीएस, एमआईटी के चयनित स्‍टार्टअप्‍स के लिए अपना विशेष मार्केटप्‍लेस प्‍लेटफॉर्म 'स्‍पॉकहब' उपलब्‍ध करायेगा, ताकि वो इस प्‍लेटफॉर्म के जरिए बाजार तक पहुंच सकें। इस सहयोग के जरिए, ईएसडीएस, एमआईटी के स्‍टार्टअप्‍स को आवश्‍यक ढांचागत सुविधाएं प्रदान करेगा, संभावनाशील प्रतिभाओं के लिए रास्‍ता तैयार करेगा ताकि वो बाजार में नाम कमा सकें, और उनके लिए ग्राहक आधार का निर्माण करके भी उनकी मदद करेगा। 


ईएसडीएस, एमआईटी यूनिवर्सिटी के डीएक्‍स पार्टनर के रूप में कार्य करने का इच्‍छुक है, ताकि डिजिटल रूपांतरण में उनकी सहायता की जा सके और शैक्षणिक अनुभवों को समृद्ध बनाया जा सके। 


इस सहयोग का स्‍वागत करते हुए, ईएसडीएस सॉफ्टवेयर सॉल्‍यूशंस के आरएंडडी ऑपरेशंस के हेड और स्‍पॉकहब के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, किशोर शाह ने कहा, ''ईएसडीएस सॉफ्टवेयर और एमआईटी यूनिवर्सिटी के बीच सहयोग से यह सुनिश्चित हो पायेगा कि छात्र क्‍लउड-रेडी हों और उनके लिए आगे अधिक अवसर उपलब्‍ध हों। साथ ही, किसी भी व्‍यवसाय की सफलता के लिए, आपको 3टी की आवश्‍यकता होती है - ट्रांसफॉर्मेशन, टाइम और टेक्‍नोलॉजी (बदलाव, समय और तकनीक)। इस गठबंधन के जरिए, हम इन तीनों टी (ट्रांसफॉर्मेशन, टाइम और टेक्‍नोलॉजी) का होना सुनिश्चित करते हैं ताकि छात्रों के हित में डिजिटल रूपांतरण को बढ़ावा मिल सके। उचित तकनीकी सहायता से उचित समय पर बदलाव लाया जाना बेहद महत्‍वपूर्ण होता है।'' 


एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्‍नोलॉजी यूनिवर्सिटी की डीन मैनेजमेंट, डाइरेक्‍टर - आईसीटी, प्रो सुनीता एम. कराड बताती हैं, ''एमआईटी आर्ट डिजाइन टेक्‍नोलॉजी यूनिवर्सिटी के पांचवें स्‍थापना दिवस के अवसर पर, ईएसडीएस और एमआईटी अटल इनक्‍यूबेशन सेंटर व एमआईटी स्‍कूल ऑफ इंजीनियरिंग की टीम के बीच यह सहयोग सचमुच बेहद खुशी की बात है। इस समझौते का छात्रों/फैकल्‍टी रिसर्चर्स और एमआईटी-एआईसी में स्‍टार्ट-अप व एंट्रेप्रिन्‍योरशिप इकोसिस्‍टम में शामिल होने के इच्‍छुकों की जिंदगी पर इसका सकारात्‍मक प्रभाव होगा। इस वर्ष, हमने क्‍लाउड कंप्‍यूटिंग में बी.टेक शुरू किया है और हम ईएसडीएस के सहयोग से इस स्‍पेशलाइजेशन को लॉन्‍च कर रहे हैं जो इस प्रभावी गठबंधन के इंडस्‍ट्री पार्टनर्स होंगे। इस शानदार सहयोग का श्रेय किशोर शाह और ईएसडीएस की टीम को जाता है, जिससे दुनिया में नये-नये प्रोडक्‍ट्स लाने में मदद मिलेगी।'' 


मूल तथ्‍य: डेटा सेंटर और क्‍लाउड कंप्‍यूटिंग के लीडर्स, छात्रों की प्रगति के लिए उच्‍चानुशील शिक्षा के अग्रगणियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। क्‍लाउड कंप्‍यूटिंग के क्षेत्र में ईएसडीएस को सर्वश्रेष्‍ठ संगठनों में शामिल है; ऐसे में एमआईटी यूनिवर्सिटी के साथ इस सहयोग से अध्‍यापन में उत्‍कृष्‍टता लाने और विशिष्‍ट विषयों में ज्ञान संवर्द्धन में मदद मिलेगी और यह इस क्षेत्र में एक आदर्श सहयोग होगा। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस

वाणी का डिक्टेटर – कबीर