आईआईएम उदयपुर ग्लोबल एफटी एमआईएम रैंकिंग में लगातार शामिल होने वाला सबसे युवा बी.स्कूल

इंडियन इंस्टीयूट आॅफ मैनेजमेंट का गुणवत्ता और प्रवीणता का गौरवशाली रिकाॅर्ड रहा है। आईआईएम उदयपुर इसी स्थापित परम्परा को आगे बढ़ा रहा है। आईआईएम, उदयपुर विश्वस्तरीय रिसर्च और छात्रों की पढ़ाई का तरीका बदलने  की दिशा में फोकस करते हुए नवाचार कर रहा है।



उदयपुर,  इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट, उदयपुर को इसके दो वर्षीय एमबीए पाठयक्रम के लिए प्रतिष्ठित एफटी मास्टर्स इन मैनेजमेंट- 2020 की ग्लोबल रैकिंग मंे 72वीं रैंक मिली है। एफटी एमआईएम दुनिया भर के श्रेष्ठ 90 मास्टर्स इन मैनेजमेंट पाठयक्रमों की रैंकिंग करता है। आईआईएमयू वर्ष 2019 की रंैकिंग के मुकाबले इस बार चार रैंक उपर चढ़ा है। पिछली बार इसकी रैंकिंग 76 थी। इतना ही नहीं, आईआईएम अहमदाबाद, कोलकाता और बैंगलौर के बाद के बाद यह चैथा आईआईएम है, जिसे इस वर्ष इस रैंकिंग में जगह मिली है।

एफटी रैंकिंग में मैनेजमेंट संस्थानों का कई मापदण्डों पर आकलन किया जाता है। इनमें एलुमनाई कॅरियर प्रोग्रेस और स्कूल डायवरसिटी और रिसर्च शामिल है। आईआईएम, उदयपुर ने अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के मामले में प्रभावशाली 78 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं और सम्पूर्ण संतुष्टि के मामले में शानदार 9.09 अंक प्राप्त किए हैं। इसके अलावा, आईआईएम उदयपुर को भारत के एफटी एमआईएम रैंकिंग वाले स्कूलों में ‘कॅरियर में आगे बढ़ने और वेल्यू फाॅर मनी‘ के मामले में भी प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

यह बी-स्कूल हाल में जारी अन्य प्रतिष्ठित वैश्विक रैंकिंग में भी शामिल हो चुका है जैसे मास्टर्स इन मैनेजमेंट (क्यूएस) वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 में 101 प्लस बैंड में। संस्थान को पिछले वर्ष क्यूएस एमआईएम रैंिकंग में पहला स्थान मिला था। यह भी ध्यान देने की बात है कि आईआईएमयू क्यूएस एमआईएम 2021 रैंकिंग में जगह पाने वाला सबसे युवा बी-स्कूल है।

इस उपलब्धि के बारे में आईआईएम उदयपुर के चेयरमैन पंकज पटेल कहते हैैं, ‘‘मैं सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, पूर्व छात्रों और मौजूदा छात्रों को बधाई देता हूं। आईाआईएम उदयपुर ने पहले दिन से ही अपना विजन स्पष्ट रखा है। हम उच्च गुणवत्ता की रिसर्च और ऐसे मैनेजर्स व उद्यमी तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो भविष्य के नेतृत्वकर्ता बनें। ये रैंकिंग्स संस्थान को 2030 में इसे ग्लोबल मैनेजमेंट स्कूल के रूप में तैयार करने के विजन की ओर एक कदम है।‘‘

आईआईएम उदयपुर के डायरेक्टर जनत शाह ने कहा, ‘‘आईआइएम उदयपुर ने विजन 2030 के लिए दो कोर एरिया चिन्हित किए हैं। ये हैं- उच्च गुणवत्त की रिसर्च और छात्रों को पूरी तरह बदलना। आईआईएमयू छात्रों के व्यक्तिगत बदलाव की दिशा में अपना फोकस बढ़ाएगा। इसके स्नातकों ने पूरी दुनिया में उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान बनाई है। ये स्नातक 12 से ज्यादा देशों में बहुत प्रतिष्ठित कम्पनियों मंे काम करने के साथ ही खुद के उद्यमों को आगे बढाने के लिए काम कर रहे हैं।‘‘

इंडियन इंस्टीयूट आॅफ मैनेजमेंट का गुणवत्ता और प्रवीणता का गौरवशाली रिकाॅर्ड रहा है। आईआईएम उदयपुर इसी स्थापित परम्परा को आगे बढ़ा रहा है। आईआईएम, उदयपुर विश्वस्तरीय रिसर्च और छात्रों की पढ़ाई का तरीका बदलने  की दिशा में फोकस करते हुए नवाचार कर रहा है। यही छात्र आगे चल कर भविष्य के मैनेजर और नेतृत्वकर्ता बनेंगे। आईआईएम, उदयपुर एएसीएसबी (एसोसिएशन टू एडवांस काॅलेजिएट स्कूल्स आॅफ बिजनेस) से एक्रिडेशन प्राप्त कर शिक्षा के वैश्विक मंच पर जगह बना चुका है। यह उपलब्धि सिर्फ आठ वर्ष में हासिल की गई है। इस एक्रेडेशन के बाद आईआईएम उदयपुर हावर्ड बिजनेस स्कूल, यूनिवर्सिटी आॅफ पेन्सिलवेनिया के व्हार्टन स्कूल और एमआईटी स्लोन स्कूल जैसे वैश्विक संस्थानों की श्रेणी में आ गया है। प्रतिष्ठित वैश्विक जर्नल्स में होने वाले प्रकाशनों को ट्रैक करने वाले यूटी डलास की मैथडोलाॅजी के अनुसार आईआईएमयू इस समय मैनेजमेंट के क्षेत्र में रिसर्च के लिए आईएसबी, आईआईएमए और आईआईएमबी के बाद देश में चैथे स्थान पर है।


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