विश्व के कोने-कोने में हिंदी और हिन्दुस्तान का झंडा बुलंद करने वाले भारतवंशियों को जोड़ा जा सके-प्रो.नजमा अख्तर

नयी दिल्ली - जामिया मिल्लिया इस्लामिया के राजभाषा हिंदी प्रकोष्ठ द्वारा हिंदी पखवाड़ा समारोह का आयोजन 01 सितंबर से 15 सितंबर तक ऑनलाइन माध्यम से किया गया । हिंदी दिवस के अवसर पर एक अंतरराष्ट्रीय काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया।



काव्य-गोष्ठी शुरू होने से पूर्व हिंदी दिवस के अवसर पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' के संदेश का वाचन सबकी उपस्थिति में किया गया| इस काव्य-गोष्ठी की मुख्य अतिथि जामिया की कुलपति प्रो.नजमा अख्तर रहीं और अध्यक्षता प्रो. इंदु विरेंद्रा ने की| काव्य-गोष्ठी में अपने आशीर्वचन के दौरान कुलपति प्रो.नजमा अख्तर ने इस बात पर बल दिया कि हमें हिंदी के ऐसे कार्यक्रमों का हरदम आयोजन करते रहना चाहिए जिसमें विश्व के कोने-कोने में हिंदी और हिन्दुस्तान का झंडा बुलंद करने वाले भारतवंशियों को जोड़ा जा सके|


इस अंतरराष्ट्रीय काव्य-गोष्ठी का आयोजन sसृजन ऑस्ट्रेलिया अंतरराष्ट्रीय ई-पत्रिका के सहयोग से किया गया जिसमें पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ. शैलेश शुक्ला और मुख्य संपादक पूनम चतुर्वेदी शुक्ला ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढाई| काव्य-गोष्ठी में ऑस्ट्रेलिया से संजय अग्निहोत्री, मॉरिशस से कल्पना लाल, सिंगापुर से श्रद्धा जैन, पपुआ न्यू गिनी से संदीप सिंघवाल, नीदरलैंड से प्रो. पुष्पिता अवस्थी, लन्दन से ज्योर्तिमय ठाकुर, श्रीलंका से अतिला कोतलावल तथा भारत से रणविजय राव ने अपनी सरस रचनाओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया| काव्य-गोष्ठी में डॉ.शैलेश शुक्ला ने अपनी मधुर आवाज़ में प्रेम गीत गाकर सबको सराबोर कर दिया| काव्य-गोष्ठी के संचालन के साथ जामिया के हिंदी अधिकारी डॉ. राजेश कुमार 'मांझी' ने हिंदी दिवस के अवसर पर एक गीत का सस्वर पाठ किया|  


हिंदी पखवाड़ा समारोह के अंतर्गत जामिया में कई महत्वपूर्ण व्याख्यान आयोजित किए गए जिसमें प्रो. विनोद कुमार मिश्र, महासचिव, विश्व हिंदी सचिवालय ने उद्घाटन वक्तव्य के दौरान ''हिंदी का वैश्विक परिदृश्य'' विषय पर बात रखी| उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में अतिथियों का स्वागत ए.पी. सिद्दीकी, आईपीएस, कुलसचिव ने किया| हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत डॉ दीपक पाण्डेय, ट्रिनीडाड के पूर्व द्वितीय सचिव, (भाषा और संस्कृति) ने ''ट्रिनीडाड में भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति'', डॉ. नूतन पाण्डेय, मॉरीशस की पूर्व द्वितीय सचिव, (भाषा और संस्कृति) ने ''मॉरीशस का हिंदी साहित्य'' और डॉ. राकेश पाण्डेय, प्रवासी संसार पत्रिका के संपादक ने ''महात्मा गाँधी और राष्ट्रभाषा" विषय पर अपने महत्वपूर्ण व्याख्यान दिए| उद्घाटन समारोह के उपरांत के अन्य व्याख्यान कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में क्रमशः डॉ. जयप्रकाश नारायण, संस्कृत विभागाध्यक्ष, प्रो. इंदु विरेंद्रा, हिंदी विभागाध्यक्ष, प्रो. गिरीश चन्द्र पन्त ने शोभा बढाई| हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित समस्त कार्यक्रमों का संचालन जामिया मिल्लिया इस्लामिया के हिंदी अधिकारी और 'जामिया दर्पण' के संपादक डॉ. राजेश कुमार 'मांझी' दवारा किया गया तथा तकनीकी सहयोग एफटीके-सीआईटी के पदाधिकारियों का रहा। कार्यक्रम संबंधी अन्य व्यवस्थाएँ राजभाषा हिंदी प्रकोष्ठ और ओ. एंड एम. ब्रांच के सर्वश्री हरी नारायण, फ़िरोज़ अख्तर, नदीम अख़्तर, शराफत अली, वकार अहमद, आदिल अली, फरहान सिद्दीकी और मौहम्मद ऐजाज द्वारा की गईं। 


हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह का आयोजन 15 सितम्बर को कियागया जिसमें अतिथि वक्ता के रूप में अनिल जोशी, उपाध्यक्ष, केंद्रीय हिंदी संस्थान 'हिंदी के समक्ष चुनौतियाँविषय पर अपना वक्तव्य देंगे और हिंदी विभाग के प्रो. चन्द्र देव सिंह यादव मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

ग्रासरूट लीडरशिप फेस्टिवल में भेदभाव, छुआछूत, महिला अत्याचार पर 37 जिलों ने उठाये मुद्दे

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

घरेलू कामगार महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा का लाभ मांगा, कहा हमें श्रमिक का दर्जा मिले