2030 तक भारत में स्टील का उत्पाद दोगुना हो जाएगा : ज्योतिरादित्य सिंधिया

० योगेश भट्ट ० 

नयी दिल्ली  - स्टील और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आठ सालों में स्टील का उत्पादन 300 एमटीपीए तक पहुंचने की उम्मीद जताई। इसके साथ ही उन्होंने इसमें केंद्र सरकार के सहयोगी की प्रतिबद्धता भी दर्शाई • सिंधिया ने खनिज, धातु, खनिजकर्म और मटीरियल पर भारत की सबसे विश्वसनीय ग्लोबल ट्रेड प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, सिंधिया ने इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की खरीद, उत्पादन और सप्लाई चेन को अपग्रेड करने का पूर्ण आश्वासन किया। • एमएमएमएम 2022 प्रदर्शनी के साथ 5 सहायक इंडस्ट्रीज की दूसरी पमुख बिजनेस टु बिजनेस प्रदर्शनी लगाई गई हैं। यह प्रदर्शनी नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 27 अगस्त तक लगेगी
केंद्रीय स्टील और नागरिक और उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खनिज, धातु, खनन कर्म और मटीरियल क्षेत्र की सबसे बड़ी व्यापारिक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। सिंधिया ने कहा कि 2030 तक भारत में स्टील का उत्पादन दोगुना कर दिया जाएगा। अभी यह करीब 145 मिलियन टीपीए है। 2030 तक यह उत्पादन बढ़कर 300 मिलियन टीपीए हो जाएगा। स्टील मंत्रालय ने कॉन्टेस्ट प्रोजेक्ट डिवेलपमेंट सेल का सिंगल पॉइंट भी स्थापित किया है। निवेश की विभिन्न प्रक्रियाओं के बीच राष्ट्रीय स्टील नीति 2017 के तहत भारत में स्टील के क्षेत्र में निवेश करने के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा।

एमएमएमएम 2022 प्रदर्शनी को सहायक इंडस्ट्रीज की दूसरी प्रमुख 5 प्रदर्शनियों के साथ लगाया गया है। यह व्यापारिक प्रदर्शनी नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 25 से 27 अगस्त तक चलेगी। इस समारोह में उपस्थित इंडस्ट्रीज के दिगगजों ने महसूस किया कि एमएमएमएम जैसे एकीकृत बिजनेस प्लेटफॉर्म हैंडशेक नेटवर्किंग से बिजनेस डील करने की प्रक्रिया को ज्यादा सुविधाजनक बना दिया है। इससे नीति निर्माताओं के लिए खरीदारों और सप्लायर्स की खोज की पर्याप्त संभावनाएं उपजती है। इस नीति के तहत कंपनियां आधुनिक तकनीक की पहचान कर अपना अपग्रेडेशन करती हैं।

एमएमएमएम 2022 एमएमएमएम 2022 का आयोजन पांच दूसरी सहायक इंडस्ट्रीज, पावर टूल्स और फास्टनर्स (एचटीएफ) के लिए एडवांस्ड हैंड टूल्स और फास्टनर्स, आधुनिक मशीन टूल्स के लिए आईएमईएक्स, इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग के लिए टेक इंडिया, एडवांस्ड कटिंग एंड वेल्डिंग इक्विपमेंट के लिए सीडब्ल्यूई जैसी सहायक इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर किया गया है। लेजर टेक्नोलॉजी और किफायती और सेकेंड हैंड मशीनरी के लिए यूएमईएक्स का प्रदर्शन भी इस एक्सपो में किया जाएगा। प्रदर्शनी में 6 देशों की 300 से ज्यादा कंपनियां भाग लेंगी, जिसमें चीन, ताइवान, जर्मनी, ब्रिटेन शामिल हैं। यह एशिया के मेगा बिजनेस प्लेटफॉर्म में से एक बन गया है। प्रदर्शनी के 2022 के संस्करण ने 4 देशों के 25 से ज्यादा सदस्यों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों को आकर्षित किया है। इस 3 दिवसीय प्रदर्शनी में 10,000 मेहमानों के शरीक होने की उम्मीद है, जिसमें उद्यमी, सीओ, कंसलटेंटेस, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता, वितरक और आर एंड डी प्रोफेशनल शामिल हैं।

आईआईएम डीसी (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेटल्स दिल्ली चैप्टर) और हाइवे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने शो का संयुक्त रूप से आयोजन किया। हाइवे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ब्रिटेन के हाइवे ग्रुप पीएलसी की भारतीय सहायक कंपनी है। एमएमएमएम 2022 को कोयला मंत्रालय, स्टील मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नीति आयोग, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) भारत सरकार ने प्रायोजित किया है। वर्ल्ड मेटल फोरम (डब्ल्यूएमएफ) ने इस प्रदर्शनी के आयोजन में सहयोग प्रदान किया है। 

हाइवे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पोर्टफोलयो निदेशक गगन साहनी ने बताया, “एमएमएम टेक्नोलॉजी के हस्तांतरण, व्यापारिक ठकों के लिए एक आदर्श प्लेटफॉर्म है। इस प्लेटफॉर्म पर सार्थक व्यापारिक साझेदारी की जा सकती है। इससे औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने, सहयोग और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने में संभावित निवेशकों की क्षमता को पहचाना जा सकता है।“ इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में भारत में खनिज और धातु के क्षेत्र में संसाधनों की क्षमता और सर्कुलर अर्थव्यवस्था पर उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया गया। इस कॉन्फ्रेंस को भारत और विदेश की दिग्गज कारोबारी हस्तियों ने संबोधित किया। इंडस्ट्री से इस प्लेटफॉर्म को मजबूती से जोड़ने की दिशा में खनिज, धातु और मशीनरी के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली इंडस्ट्रीज को इंडियन इंडस्ट्री एक्सिलेंस पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।

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