50 लाख का मुआवजा व परिवार को सरकारी नौकरी की मांग

० योगेश भट्ट ० 

जयपुर। मुरलीपुरा की शंकर विहार कॉलोनी की विकास समिति से परेशान श्री लक्ष्मीनारायण तत्कालेष्वर महादेव मंदिर के पुजारी गिर्राज प्रसाद ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली और 90 प्रतिशत तक झुलसे पुजारी की देर रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मृत्यु हो गई। सर्व ब्राह्मण महासभा के जयपुर शहर अध्यक्ष अनिल सारस्वत ने बताया कि पुजारी की घटना को लेकर सर्व ब्राह्मण महासभा की पूरी टीम पुजारी के घर पहुंची और पीड़ित परिवार से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। सारस्वत ने बताया कि थाने में जाकर डीसीपी से बात की और पूरी घटना की जानकारी लेकर सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा व विप्र कल्याण बोर्ड के चेयरमैन महेश शर्मा को अवगत कराया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने पुरे प्रकरण की जानकारी लेने के बाद कहा कि पुजारी 25 साल से शंकर विहार में किराए के मकान में रह रहा था, घर में पत्नी, 5 बेटियां व 2 बेटे है। मिश्रा ने बताया कि दर्ज रिपोर्ट के अनुसार पुजारी वर्ष 2000 से कॉलोनी के पार्क में बने मंदिर में पूजा कर रहा था। पुजारी गिर्राज प्रसाद के साथ न्याय हो और उसके परिजनों की सुरक्षा व्यवस्था हो और इनकी मांगों पर ठोस निर्णय होना चाहिए।
सर्व ब्राह्मण महासभा ने मांग की है कि पुजारी परिवार को 50 लाख का मुआवजा व परिजनों में से किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाये। साथ ही परिजनों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए, इसके लिए पुलिस प्रशासन की निगरानी में सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।

पं. सुरेश मिश्रा ने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और मानवता को शर्मसार करने वाली है। ऐसी घटना की राजस्थान में पुनरावृत्ति ना हो। क्योंकि पुजारी गिर्राज प्रसाद के परिवार में 5 बेटियां है और उसकी आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब थी। इसलिये उसके लिए जल्द से जल्द मुआवजे की व्यवस्था की जाये। मिश्रा ने कहा कि राजस्थान में जितनी भी काॅलोनियों में प्राइवेट मंदिरों में पंडित पूजा कर रहे है। उनकी हालत को देखते हुए उनके लिए एक तनखाह भी तय की जाये।

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