केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ,दिल्ली द्वारा संस्कृत सप्ताह का आयोजन

० योगेश भट्ट ० 

 नयी दिल्ली - शिक्षा मंत्रालय,भारत सरकार के निर्देशन तथा कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी की अध्यक्षता में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ,दिल्ली द्वारा संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जो दिनांक 08/08/2022 से14/08/2022
तक चलेगा । कुलपति प्रो वरखेड़ी ने कहा है कि इस भव्य संस्कृत सप्ताह का आयोजन इस बार आज़ादी के अमृत महोत्सव पर विशेष ढंग से मनाने की तैयारी है । इस उपलक्ष्य के उद्घाटन में मुख्य अतिथि के रुप में स्वामी करपात्री धर्म संघ , वाराणसी के जाने माने संत तथा समाज सुधारक स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी तथा भारत के युवा समाज से जुड़े युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक तथा भारतीय परंपरा के पोषक रोहित कुमार सिंह इसमें विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित रहेंगे ।इसके अतिरिक्त सारस्वत अतिथि के रुप में इग्नू ,निर्देशिका , मानविकी संकाय प्रो मालती माथुर सुशोभित करेंगी।

कुलपति प्रो वरखेड़ी ने यह भी बताया कि इस उपलक्ष्य में संस्कृत भाषा तथा इसके साहित्य से जुड़े अनेक बौद्धिक - संस्कृतनिष्ठ तथा प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोहों का आयोजन किया जा रहा है । ऐसे आयोजनों से संस्कृत की जीवंतता उजागर होती है ।साथ ही साथ भारतीय पारंपरिक ज्ञान विज्ञान तथा शास्त्रों की जीवंत चर्चा का संदेश भी जन मानस तक पहुंचता है । ऐसे आयोजनों की सार्थकता इसी में है क्योंकि संस्कृत सिर्फ़ आज की ही नहीं ,अपितु भविष्य की भी भाषा है । ।यही कारण है कि विविध प्रदेशों में अवस्थित इस केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के सभी परिसरों में इसे मनाने की तैयारी पूरे जोर शोर पर है ।

इस संस्कृत सप्ताह उत्सव के दौरान केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय , दिल्ली में भी अनेक महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है । शिक्षा राज्यमंत्री,भारत सरकार डा सुभाष सरकार तथा विश्व हिन्दू परिषद् ,संरक्षक, श्री दिनेशचन्द्र के समक्ष संस्कृत में विशेष योगदान देने के लिए संस्कृतव्रती तथा संस्कृतमित्रम् आदि सम्मान भी दिये जाऐंगे ।साथ ही साथ कार्यालय संबंधित संस्कृत के प्रयोग मूलक शब्दों से जुड़े कार्यशाला का भी आयोजन होगा जिसमें दिल्ली -विद्युत- विनियामक-आयोग के अध्यक्ष शबीहुल हसन भी उपस्थित रहेंगे तथा विद्वत्सपर्या कार्यक्रम के अन्तर्गत भारतीय दर्शन तथा शास्त्र के चोटी के विद्वानों के व्याख्यान भी होंगे ।

इसके अतिरिक्त संस्कृत में विज्ञान तथा प्रोद्यौगिकी क्षेत्र में संस्कृत की उपयोगिता को लेकर क्रमशः जाने माने विज्ञान वेत्ता तथा संस्कृत -संस्कृति उन्नायक श्रीश देवपुजारी तथा आ .गणेशन्. आर् . आई .आई. टी. , मुम्बई अपना विशिष्ट व्याख्यान देंगे ।इसके अतिरिक्त इसमें एक ऐसे व्याख्यान सत्र का भी आयोजन किया गया है जिसमें देश के किसी एक जाने माने संस्कृत के कवि पर विद्वान् अपना विचार भी रखेंगे । केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो रणजित कुमार बर्मन ने इस आयोजन की सफलता को लेकर आशा जताते कहा कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय , दिल्ली ( मुख्यालय) के आयोजन का बागडोर डा रत्न मोहन झा, निदेशक, मुक्त स्वाध्याय केन्द्र, दिल्ली को संयोजक के रुप सौंपा गया है ।

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