दक्षिण दिशा किसके लिए सबसे ज्यादा शुभ है – रविन्द्र दाधीच

० योगेश भट्ट ० 

नयी दिल्ली - अब ऐसे में निष्कर्ष निकलता है। कि क्या सभी के लिए दक्षिण दिशा अशुभ होती है? तो ऐसा बिल्कुल भी नही है। क्योंकि हर दिशा न तो हर किसी के लिए अच्छी होती है और न ही हर किसी के लिए खराब होती है। यह उनकी कुण्डली के आधार ज्ञात होता है। कि किस व्यक्ति के लिए कौन सी दिशा फलीभूत होगी। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा के संदर्भ में वर्णन किया गया है। कि इस दिशा का संबंध कुण्डली के मंगल ग्रह से होता है। क्योंकि मंगल ग्रह अग्नितत्व का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए दक्षिण दिशा अग्नि प्रधान दिशा होती है। ऐसे में जिन लोगों की जन्म कुण्डली में मंगल शुभ परिणाम देने वाला होता है। 

उन लोगों के लिए दक्षिण दिशा अच्छे परिणाम प्रदान करने वाली दिशा होती है। जिनघरों का द्वार दक्षिण-पश्चिम होता है और उनकी कुण्डली में दक्षिण से लाभ मिलता है तो ऐसे मकान के ग्रह स्वामी 8 वर्ष, 12 वर्ष और 24 वर्ष तक तो इनता धन अर्जित करते है, जिसकी कोई सीमा नही होती है। परंतु इसके पश्चात दक्षिण-पश्चिमी मकान को त्यागा नही गया तो उसके आगे की पीढ़ियाँ समस्याओं से ग्रसित रहती हैं।

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