फिक्की हील के 16वें आयोजन स्वास्थ्य सेवा में बड़े बदलावों पर केंद्रित

 
० नूरुद्दीन अंसारी ० 
नई दिल्ली- स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण’ करते हैं। इसकी अहमियत पर जोर देते हुए आयोजित फिक्की हील 2022 का थीम ‘स्वास्थ्य सेवा में बड़े बदलाव: भारत के आर्थिक विकास को बढ़ावा’ है। फिक्की का यह कहना है कि मजबूत स्वास्थ्य सेवा से जीडीपी बढ़ाता है यदि पर्याप्त निवेश और अनुकूल वातावरण हो। इसकी वजह यह है कि स्वास्थ्य सेवा से कार्य क्षमता बढ़ने के साथ-साथ रोजगार भी बढ़ता है जिससे विदेशी मुद्रा में आमदनी बढ़ती है और इससे नवाचार और उद्यमिता के अवसर बढ़ते हैं। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवा में बड़े बदलावों के अवसर पर विमर्श किया जाएगा। इसके तहत आर्थिक विकास में स्वास्थ्य सेवा के महत्व को रेखांकित किया जाएगा।

फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने 16वें वार्षिक स्वास्थ्य सम्मेलन - फिक्की हील 2022 का 10 से 12 अक्टूबर तक आयोजन करने की घोषणा की है। यह आयोजन 2007 से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू),भारत सरकार के सहयोग से हो रहा है। इस बार फिक्की, नई दिल्ली में वास्तविक रूप में आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सभी भागीदारों को एकजुट करने और उनके ज्ञान और अनुभव साझा करने के लिए आयोजन किया जा रहा है।

सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे डॉ. मनसुख मंडाविया केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण; और रसायन और उर्वरक मंत्री और मुख्य वक्तव्य देंगे डॉ सुनील कुमार, प्रोवोस्ट और शैक्षिक कार्य के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय, यूएसए। सम्मेलन में आमंत्रित अन्य गणमान्य लोगों में खास तौर से उल्लेखनीय हैं डॉ. वी के पॉल, सदस्य, नीति आयोग, भारत सरकार; डॉ. आर एस शर्मा, सीईओ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण; डॉ वी जी सोमानी, भारत के औषधि महानियंत्रक; सुश्री रोली सिंह, आईएएस, एएस और एमडी (एनएचएम), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय; डॉ मनोहर अगनानी, अतिरिक्त सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय; लव अग्रवाल, अतिरिक्त सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय; मेजर जेनरल (प्रोफेसर) अतुल कोतवाल, कार्यकारी निदेशक, एनएचएसआरसी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय; प्रो मीनू बाजपेयी, मानद कार्यकारी निदेशक, एनबीईएमएस और बाल शल्य चिकित्सा विभाग प्रमुख, एम्स - नई दिल्ली; डॉ शंकर प्रिंजा, कार्यकारी निदेशक (एचपी एंड क्यूए), राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण।

 गौतम खन्ना, अध्यक्ष, फिक्की स्वास्थ्य सेवा समिति और सीईओ, पीडी हिंदुजा अस्पताल और एमआरसी ने सम्मेलन के थीम पर विचार जाहिर करते हुए कहा, “स्वास्थ्य सेवा भारतीय अर्थव्यवस्था के सबसे बड़े क्षेत्रों में से एक हो गया है। यह आमदनी और रोजगार दोनों मानकों पर दिखता है। बकौल नीति आयोग (जीओआई) यह क्षेत्र 2016 से 22 प्रतिशत सीएजीआर बढ़ रहा है। इस क्षेत्र में 4.7 मिलियन लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार है और यह हर वर्ष 500,000 से अधिक नए रोजगार देने में सक्षम है। इतना ही नहीं, देश के अंदर रोजगार सृजन में इस क्षेत्र का मल्टीप्लायर इफेक्ट और सीधा प्रभाव है। और सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें महिलाओं की अधिकता है।

उन्होंने बताया, “महामारी के बाद के दौर में स्वास्थ्य सेवा की भूमिका पर फिर से विचार करना आवश्यक है क्योंकि पूरी दुनिया में आई इस महामारी ने ‘स्वास्थ्य सेवा’ पर सबका ध्यान आकर्षित किया है जिसका लंबे समय से इंतजार था। साथ ही, देश की आर्थिक प्रगति तेज करने में स्वास्थ्य सेवा की अहमियत सामने आई है। इसलिए आज यह जरूरी है कि हम हमारे दृष्टिकोणों, नीतियों और फिर भविष्य की रणनीतियों में स्वास्थ्य सेवा को अधिक सुदृढ़ बनाएं।’’

फिक्की स्वास्थ्य सेवा समिति के सह-अध्यक्ष और महाजन इमेजिंग के संस्थापक और मुख्य रेडियोलॉजिस्ट डॉ. हर्ष महाजन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “कोविड-19 के संकट से जूझते स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नवाचार और उद्यमिता का सिलसिला बन गया है। फार्मा, मेडटेक या सेवा सभी क्षेत्रों में किफायती, स्केलेबल और जल्द उपलब्ध उत्पाद और समाधान विकसित हो रहे हैं। महामारी के चलते देश में टेलीमेडिसिन, डिजिटल टूल्स और होम हेल्थकेयर मार्केट में तेजी आई है। साथ ही, स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में उत्सावर्धक बदलाव आए हैं। क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ संचालन और आपूर्ति श्रृंखलाओं में भी तेजी से सुधार हो रहे हैं। वक्त आ गया है कि हम स्वास्थ्य सेवा को हमारे समग्र आर्थिक विकास में अहम् योगदान करने वाला क्षेत्र मानें और इस क्षेत्र में निवेश और अनुसंधान बढ़ाने के लिए अनुकूल नीतियों के साथ अधिक सशक्त स्वास्थ्य सेवा का विकास करें।

इसके साथ ही फिक्की ने 14वें ‘फिक्की हेल्थकेयर एक्सीलेंस अवार्ड्स’ की घोषणा की है जिसका थीम है - ‘इंस्पायर. चेंज़. टुगेदर.। यह आयोजन स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए अनुकरणीय योगदान देने वाले संगठनों और व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए किया जाता है। इस बार पुरस्कार समारोह 11 अक्टूबर, 2022 को होटल ललित, नई दिल्ली में होगा। श्रीमती स्मृति ईरानी, माननीय केंद्रीय मंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार समारोह की मुख्य अतिथि होंगी। पुरस्कार के लिए प्रतिभागियों का मूल्यांकन एक उच्च स्तरीय निष्पक्ष जूरी करेगी जिसकी अध्यक्षता करेंगे श्री सी के मिश्रा, पूर्व सचिव, एमओईएफसीसी और एमओएचएफडब्ल्यू, भारत सरकार।

तीन दिन के सम्मेलन में मुख्य वक्ताओं के संबोधन, पैनल डिस्कशन के साथ-साथ प्लिनरी सेशन होंगे जिनमें संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा आपूर्ति शामिल की जाएगी - प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा, स्वास्थ्य सेवा में गुणवत्ता, स्वास्थ्य सेवा कार्यबल मजबूत करना, एनसीडी का बुनियादी ढांचा जिसमें कैंसर के इलाज, स्वास्थ्य बीमा, डिजिटल स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ निदान और चिकित्सा प्रौद्योगिकियांे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस साल फिक्की ने एक बार फिर प्री-कॉन्फ्रेंस मास्टर क्लास का आयोजन किया है जो डिजाइन थिंकिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विशेषज्ञता के विषयों पर केंद्रित है।

सम्मेलन के निम्नलिखित सत्रों में स्वास्थ्य सेवा के कई अहम् विषयों पर गहन सूझबूझ के साथ विमर्श होंगे:
ऽ भारत के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में स्वास्थ्य सेवा उद्योग की भूमिका ऽ प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा: स्मार्ट एचडब्ल्यूसी ऽ डायग्नोस्टिक्स का उभरता परिदृश्य: भविष्य पर एक नज़र! ऽ स्वास्थ्य सेवा कार्यबल का सशक्तिकरण ऽ भारत में कैंसर का अधिक सुलभ और सस्ता इलाज ऽ भारत में स्वास्थ्य लाभ, भारत के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ ऽ खर्च-गुणवत्ता की गुत्थी सुलझाना ऽ डिजिटल हेल्थकेयर का बदलता परिदृश्य - अवसर और चुनौतियां।

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