के चंद्रशेखर राव ने कलेश्वरम प्रोजेक्ट में किया बड़े स्तर का भ्रष्टाचार

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली:शर्मिला ने कहा कि उन्हें यह देखकर दुख हो रहा है कि इस मुद्दे पर दो राष्ट्रीय पार्टी पूरी तरह से असफल नजर आई है. जबकि इस मामले में वाईएसआर तेलंगाना पार्टी ने पहल करते हुए KCR के आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार को उजागर करने का कार्य किया है. वाईएस शर्मिला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की इस शिकायत के बाद इस मामले में कुछ कार्रवाई होगी 

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने दिल्ली में सीबीआई के अधिकारियों से मुलाकात की. इस दौरान शर्मिला ने के चंद्रशेखर राव सरकार की ओर से प्रारंभ की गई कलेश्वरम नहर परियोजना में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायत की. शर्मिला ने कहा कि इस योजना में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है. जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. शर्मिला ने इस संबंध में सीबीआई को एक ज्ञापन पत्र और उसके साथ कई अन्य दस्तावेज भी जमा कराए हैं. शर्मिला ने कहा कि यह राज्य का सबसे बड़ा घोटाला है. जिसमें मनचाहे तरीके से अपने चहेते लोगों को के चंद्रशेखर राव ने लाभ पहुंचाने का कार्य किया है.

शर्मिला ने कहा कि यह प्रोजेक्ट बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का एक नायाब नमूना है. जिसमें प्रोजेक्ट को फिर से रीडिजाइन किया गया. जिससे इसमें होने वाली खर्च राशि को 40000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1.25 लाख करोड़ रूपये किया गया. इसका शिलान्यास भ्रष्टाचार के सभी मानक को तोड़ने वाला है. जिसमें कई तरह की अनियमिताएं की गई. आंकड़ों को गलत तरीके से दिखाया गया. विभिन्न मद खर्च में इजाफा किया गया. इसके साथ ही फर्जी खर्च को सही दर्शाने के लिए गलत तरीके से आंकड़ों का समायोजन भी किया गया. 

शर्मिला ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी कलेश्वरम प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ियों को लेकर लगातार संघर्ष कर रही है. इसमें एक अकेले ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य किया गया. अन्य लोगों को इसमें अवसर ही नहीं दिया गया. शर्मिला ने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है कि इतने बड़े प्रोजेक्ट में केवल एक ही ठेकेदार को विशेष तरीके से चुना गया. शर्मिला ने कहा कि आखिर क्या वजह है कि सभी स्तर पर टेंडर में खर्च में बढ़ोतरी की गई. जिससे हजारों करोड़ रुपए की चपत राज्य को लगी है.
वाईएस शर्मिला ने कहा कि जो आंकड़े दिखाए गए थे. जिनका वादा किया गया था. वह भी झूठा था. यह तेलंगाना के किसानों के साथ धोखाधड़ी है. इसकी वजह यह है कि राज्य के किसान इस परियोजना को लेकर काफी उत्साहित थे. 

उन्हें लग रहा था कि इस नहर सिंचाई परियोजना से उन्हें सूखा और सिंचाई संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा. लेकिन उनकी सभी आशा और विश्वास के साथ भी के चंद्रशेखर राव और उनकी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति ने विश्वासघात किया है. जिस तरह से इस योजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है. वह भी यहां की भोली-भाली जनता को ठगने के लिए तैयार की गई है. इसमें कहा गया था कि 24 लाख एकड़ भूमि की सिंचाई इस परियोजना के माध्यम से संभव होगी. जबकि विशेषज्ञों ने इसे पूरी तरह से आधारहीन आंकड़ा करार दिया है. इसकी वजह से कई तरह की सुरक्षा चिंता भी उत्पन्न हो गई है. यही वजह है कि हाल में जब बाढ़ आई थी तो उसका भयानक प्रकोप देखने को मिला था.

शर्मिला ने कहा कि हम तेलंगाना के हितों के लिए एक समर्पित पार्टी है. यहां की जनता के साथ और किसानों के साथ हुए इस छल के खिलाफ हम संघर्ष तेज करेंगे. इसके साथ ही हम इस मामले में त्वरित जांच की मांग भी करते हैं. जिससे इस परियोजना में की गई गड़बड़ी सामने आए. इस संबंध में हमने कई प्रमाणिक दस्तावेज भी संबंधित एजेंसियों को उपलब्ध कराए हैं. हम यह दस्तावेज मीडिया को भी साझा कर रहे हैं. 

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