भव्य उद्घाटन समारोह के साथ जेईसीसी में इन्वेस्ट राजस्थान समिट का हुआ आगाज

० आशा पटेल ० 
जयपुर । राज्य में औद्योगिक इकाइयों को सहज और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने की दृष्टि से राज्य में सीआईएसएफ की तर्ज पर आरआईएसएफ का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के प्रस्तावित बजट के अंतर्गत ग्रेटर भिवाड़ी और बोरानाडा जोधपुर में 250-250 करोड़ रुपयों के मल्टी स्टोरी इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स विकसित करने का प्रावधान किया गया है। इससे विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों की इकाइयों को लाभ मिलेगा। राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित, ‘इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022‘ का आगाज  जेईसीसी में भव्य उद्घाटन समारोह के साथ हुआ।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रणथंभौर हॉल में समिट का उद्घाटन किया। इस अवसर
पर डॉ. सीपी जोशी, विधान सभा अध्यक्ष; उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शंकुन्तला रावत; चेयरमेन राजसिको, राजीव अरोडा के अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार,  उषा शर्मा; अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग एवं वाणिज्य वीनू गुप्ता; मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका; बीआईपी आयुक्त  ओम कसेरा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

 कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) इन्वेस्ट राजस्थान समिट के आयोजन के लिए राष्ट्रीय भागीदार है। उद्घाटन समारोह में दुनिया भर से प्रतिष्ठित कॉर्पाेरेट समूहों के दिग्गज लागों ने भाग लिया, जिनमें डॉ प्रवीर सिन्हा, सीईओ एवं प्रबंध निदेशक, द टाटा पावर कंपनी लिमिटेड; डॉ अनीश शाह, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड;  बी संथानम, सीईओ एवं अध्यक्ष, एशिया प्रशांत एवं भारत क्षेत्र, सेंट-गोबेन इंडिया; अजय एस श्रीराम, अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रबंध निदेशक, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड;  सी के बिड़ला, अध्यक्ष, नेशनल इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड; सुधीर मेहता अध्यक्ष, टोरेंट समूह; अनिल अग्रवाल, अध्यक्ष, वेदांता समूह; और  गौतम अडानी, संस्थापक एवं अध्यक्ष, अडानी समूह शामिल थे।

समिट का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री राजस्थान अशोक गहलोत ने कहा कि यदि हम अन्य राज्यों की जीडीपी की तुलना करें तो राजस्थान देश में सातवें स्थान पर आता है। यहां उद्यमिता के लिए भरपूर संसाधन उपलब्ध हैं। उत्तर भारत में राजस्थान एक विनिर्माण हब के रूप में विकसित हुआ है जहां विविध प्रकार के लघु, मध्यम और बड़े उद्योग स्थापित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार इन प्रयासों को मूर्त रूप देने में निवेशकों की सहभागिता और योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया की निवेशकों का सहयोग इसी प्रकार आगे भी निरन्तर मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और निवेशकों के संयुक्त प्रयासों से ही राजस्थान की आर्थिक प्रगति और उद्योगों तथा अन्य क्षेत्रों में विकास को बढावा मिलेगा।

अपने स्वागत भाषण में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री, राजस्थान सरकार शकुंतला रावत ने इन्वेस्ट राजस्थान समिट में आने वाले सभी निवेशकों एवं अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सपना है कि निवेश की दृष्टि से राजस्थान अव्वल रहे और राजस्थान के लोगों को रोजगार मिले। उद्योग मंत्री ने आगे बताया कि डीएमआईसी का बड़ा हिस्सा राजस्थान से गुजरता है जो भविष्य में विकास की धुरी साबित होगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का 25 प्रतिशत भाग राज्य में आता है। देश के 40 प्रतिशत बाजारों तक हमारे राज्य की पहुंच है। खनिज सम्पदा की दृष्टि से राजस्थान देश का देश में दुसरा स्थान है। राज्य जिंक एवं लेड का एकमात्र उत्पादक राज्य है। सिरेमिक उद्योग के लिए आवश्यक अधिकांश खनिज यहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। समावेशी संतुलित औद्योगिक विकास की दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए राज्य की औद्योगिक नीति लागु की गई है।

उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा 51 एमओयू एवं एलओआई, 25 औद्योगिक क्षेत्र और राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2022 (रिप्स 2022) का भी शुभारंभ किया गया। रिप्स 2022 पॉलिसी राजस्थान को देश में सबसे पसंदीदा निवेश गंतव्य बनाने के दृष्टिकोण से बनाई गई है। यह नई नीति अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है और राज्य भर में हरित पहल, समावेशी विकास, रोजगार सृजन और भविष्य की प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने पर केन्द्रित है। मुख्यमंत्री ने जस्टिस दलवीर भंडारी, न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा, उद्योगपति अनिल अग्रवाल, उद्योगपति  एलएन मित्तल, शीन कॉफ निजाम और केसी मालू को राजस्थान रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया।

उद्घाटन सत्र के बाद, समिट के एक भाग के रूप में पांच सेक्टोरल कॉन्क्लेव के साथ पैनल डिस्कशंस का आयोजन किया गया। ‘जेईसीसी‘ के ताल छापर हॉल मंे ‘कनेक्टिंग रूट्स एंड फॉर्जिंग पार्ट्नरशिप्स‘ थीम पर ‘एनआरआर कॉन्क्लेव‘ आयोजित किया जायेगा। एनआरआर कॉन्क्लेव के समानान्तर केवलादेव हॉल मंे टूरिज्म कॉन्क्लेव और मुकुंदरा हॉल मंे स्टार्टअप कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इसी प्रकार एग्री बिजनेस कॉन्क्लेव का आयोजन ‘फेसिलिटेटिंग एग्रीबिजनेस - रोल ऑफ स्टेट, प्रॉइवेट सेक्टर एंड स्टार्टअप्स‘ थीम पर किया गया।

 समिट के प्रथम दिवस के कार्यक्रमों का समापन ताल छप्पर हॉल में आयोजित ‘फ्यूचर रेडी सेक्टर्स कॉंन्क्लेवः एक्सप्लोरिंग इनवेस्टमेंट्स इन फ्यूचर रेडी सेक्टर्स‘ के साथ हुआ। उल्लेखनीय है कि समिट के तहत आयोजित कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य अग्रणीय व्यावसायिक उद्यमियों, निवेशकों, विचारकों एवं नीति निर्माताओं के विविध समूहों को एक मंच पर लाना था ताकि उनके संबंधित सेक्टर्स में संभावनाओं और वर्तमान परिदृश्य पर चर्चा की जा सके।

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