20 नवंबर को लाखों लोग के गैजेट्स एक घंटे के लिए बंद होने की उम्मीद

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली : भारत का अग्रणी पेरेंटिंग प्लेटफॉर्म पेरेंटसर्किल विश्व बाल दिवस के अवसर पर 20 नवंबर को शाम के7.30 बजे से रात 8.30 बजे तक गैजेटफ्री ऑवर का चौथा संस्करण लॉन्च करेगी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार के साथ गुणवत्ता पूर्ण समय बिताने के लिए अपने सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को बंद रखेंगे। 2019 में पेरेंटसर्किल द्वारा शुरू किया गया, गैजेटफ्रीऑवर अभियान को शानदार सफलता मिली है, जिसमें लाखों लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को बंद कर दिया और मोबाइल फोन या टेलीविजन के बिना अपने बच्चों और परिवार के सदस्यों के साथ घंटे या उससे भी अधिक समय बिता रहे हैं।

इस अभियान का पहला एडिशन 14 नवंबर, 2019 को बाल दिवस पर लॉन्च किया गया था। इस वर्ष विश्व बाल दिवस के अवसर पर 20 नवंबर को गैजेटफ्रीआवर बनाने का आयोजन किया जा रहा है। पेरेंटसर्किल ने 20 नवंबर (विश्व बाल दिवस), 2022 को शाम के 7:30 से 8:30 बजे के बीच गैजेटफ्रीऑवर जैसे सामाजिक पहल में भाग लेकर सभी लोगों को अपने परिवारों के साथ समय बिताने का आग्रह किया हैइस एक घंटे में, परिवार अपने गैजेट्स को डिस्कनेक्ट कर अपने बच्चों के साथ खेल कर, बात कर, साथ खाना खा कर और साथ ही एक-दूसरे की कंपनी को मजेदार बना कर समय बिताएंगे।

परिवार का एक साथ खेलना और एक-दूसरे के साथ समय बिताने से एक पॉवरफुल यादें बनती हैं, जो बच्चों और वयस्कों को अपने आवश्यक लाइफ स्किल्स को बढ़ाने में मदद करता हैं। इस साल अभियान का परिवारों को सभी रोमांचक गतिविधियां और कॉन्टेस्ट्स के माध्यम से फेमिली बॉन्डिंग को बढ़ाने और बिना किसी गैजेट के पारिवारिक गतिविधियों पर समय बिताने पर केंद्रित है। पेरेंटसर्किल चाहता है कि हर कोई इस पर गंभीरता से विचार करे कि “यदि परिवार आपस में एक दूसरे नहीं जुड़ेंगे, आपस में बराबर समय नहीं बितायेंगे, एक-दूसरे से बात नहीं करेंगे और अपने अनुभव आपस में नहीं बाटेंगे तो क्या होगा? इसका परिणाम होगा की गैजेट्स परिवार में अपनी एक जगह बना लेगा!" इसलिए यह जरूरी है कि परिवार के सभी लोग नियमित रूप से अपने गैजेट्स को बंद कर एक-दूसरे से जुड़ें।

सोशल मीडिया पहले से ही इस अभियान की ओर आकर्षित हो रही है और हमें उम्मीद है कि बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने बॉन्डिंग को मजबूत करने की इस पहल में भाग लेंगे। पिछले वर्षों की तरह इस साल 20 नवंबर की शाम में भी लाखों लोगों के अपने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहने की उम्मीद है। पुदुचेरी सरकार भी इस पहल के साथ जुड़कर अपने केंद्र शासित प्रदेश के सभी स्कूलों में गो-गैजेट-फ्री संदेश को फैलाने की इच्छा करती है। गैजेटफ्री ऑवर के उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताते हुए पेरेंटसर्किल ने कहा कि अपने करीबी लोगों के साथ सकारात्मक संबंध से बच्चे अपने आप को सुरक्षित और आपस के प्यार को महसूस कर पाते हैं। बच्चों के साथ रिश्ता बनाने के लिए जरूरी है कि हम उनके साथ खेल कर समय बिताएं और उनके साथ मोबाइल फोन और टीवी जैसे गैजेट्स के बिना बात-चीत करें ।
पेरेंटसर्किल ने कहा,"यह समय है कि हम इस बारे में सोचें की कैसे हम पारिवारिक रिश्ता को बढ़ाये, तकनीक-जीवन कैसे संतुलित करें, और साथ ही हैल्दी डिजिटल प्रैक्टिसेज को अपनाने और गैजेट-मुक्त टाइम को कैसे सभी परिवारों की दिनचर्या का हिस्सा बनाया जायें ।" पेरेंटसर्किल की संस्थापक और प्रबंध निदेशक नलिना रामलक्ष्मी ने कहा, कि सफल परवरिश की कुंजी आपका अपने बच्चों के साथ एक भरोसेमंद रिश्ता बनाना है। ऐसा करने के लिए, माता-पिता को अपने बच्चों के साथ बिताने के लिए समय निकाल कर उनकी बातें सुननी चाहिए, उनके साथ बात-चीत करना चाहिए, खेलना, मज़े करना और उनके साथ अच्छी यादें बनाना चाहिए।

रामलक्ष्मी ने साथ ही यह भी कहा,“इस स्पेशल मोमेंट्स पर हमें स्मार्टफोन जैसी बाधा के बिना बच्चों के साथ जुड़ना चाहिए। गैजेटफ्रीआवर अभियान का यह चौथा वर्ष है और हम आशा करते हैं कि इस अभियान के माध्यम से हम परिवारों को न केवल साल में एक बार बल्कि नियमित रूप से गैजेटफ्रीऑवर को एक साथ बिताने के लिए प्रेरित करते करेंगे। गैजेटफ्रीऑवर पहल को बहुत सारे सेलिब्रिटी जैसे अभिनेताओं, संगीतकारों, डॉक्टरों, लेखकों, कॉर्पोरेट लीडर और बाल शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों का समर्थन प्राप्त हैं साथ ही वे आगे आकर बात कर रहे कि कैसे गैजेटफ्रीऑवर माता-पिता और बच्चों के रिश्ते को मजबूत कर सकते है। इस बारे में उनका कहना है कि,

“गैजेटफ्रीऑवर, पेरेंटसर्किल और चेलामी मैगजीन की एक अनोखी पहल है, जिसकी स्थापना नलिना रामलक्ष्मी ने की थी। बच्चों द्वारा स्मार्टफोन, आईपैड, आईपॉड, गेमिंग गैजेट्स आदि का व्यापक और बड़े पैमाने पर उपयोग ने उनका ध्यान पढ़ाई और दूसरे गतिविधियों से हटा दिया है। वे पारिवारिक गतिविधियों को छोड़ दिए हैं और उन्हें गैजेट्स की लत लग गई है। जिसकी वजह से ,पारिवारिक बंधन टूट रहे हैं, खासकर यह वहाँ हो रहा है जिस परिवार में माता-पिता दोनों काम पर जाते हैं । माता-पिता और बच्चों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे टीवी और गैजेट्स के इस्तेमाल के बिना हर दिन परिवार के साथ एक घंटा बिताये। यही गैजेटफ्रीऑवर का विजन है। मैं गैजेटफ्रीऑवर 2022 की जबरदस्त सफलता की कामना करता हूं!"

द रैमको सीमेंट्स लिमिटेड के सीईओ एवी धर्मकृष्णन ने कहा, “प्रौद्योगिकी ने हमारे जीवन स्तर में सुधार किया है। इसने हमें कई पहलुओं में करीब लाया है। हम कुछ ही समय में दुनिया भर में अपने परिवार, दोस्तों और यहां तक कि कई ग्रुप से बात कर सकते हैं। लेकिन विडंबना यह है कि इसने हमारे बीच व्यक्तिगत तौर पर भी काफी दूरियां पैदा कर दी हैं। जब हम एक दूसरे के साथ होते हैं, तो हम कम बातचीत करते हैं क्योंकि हमारे पास ऐसे गैजेट होते हैं जो हमें विचलित करते हैं। एक व्यक्ति की दूसरे व्यक्ति से सीधी बातचीत भावनात्मक रूप में एक दूसरे को सीधा करीब लाती है। एक परिवार के रूप में मजबूत रिश्ता बनाने के लिए बचपन के शुरुआती समय में पालन-पोषण करने के लिए एक दूसरे के साथ भावनात्मक संबंध का होना बहुत महत्वपूर्ण है। 

बच्चे अपने माता-पिता और अपने देखभाल करने वालों के साथ पर्सनल टाइम बिताना चाहते हैं। कृपया 20 नवंबर को अपने सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को एक घंटे के लिए खुद से अलग रख दें ताकि गैजेटफ्रीऑवर और अपने इस समय का आनंद सकें। आइए हम सभी आने वाले दिनों में गैजेटफ्रीऑवर को और अधिक बनाने का प्रयास करें।" रामराजू सर्जिकल कॉटन मिल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एनआरके रामकुमार राजा ने कहा, "इस अभियान में जहां हर कोई गैजेटफ्रीऑवर बिता रहा है यह एक शानदार बात है, क्योंकि यह पहल लोगों का अपने परिवारों के साथ समय के महत्व को दर्शाती है।"गैजेटफ्रीऑवर नई आदतें जैसे बातचीत, कनेक्शन, रिश्तों के महत्व और लोगों की मौजूदगी को बढ़ाने में भी मदद करेगा।

डॉ जेनी वू, संस्थापक/सीईओ, माइंड ब्रेन इमोशन और टेडएक्स स्पीकर ने कहा, "आज के परिदृश्य में, हम अपने बच्चों को यह नहीं कह सकते हैं कि ' वे गैजेट्स का उपयोग न करें!' उदाहरण के लिए, मेरी बेटी यूकेजी में पढ़ रही है। लेकिन इस महामारी के दौरान, शैक्षिक उद्देश्यों के लिए गैजेट्स का उपयोग किया जा रहा था। इसलिए, वह गैजेट्स से परिचित है। अब, हमें इसके उपयोग को नियंत्रित करने की आवश्यकता है। मैं हमेशा इस बात पर जोर देता हूं कि मेरा बच्चा यूट्यूब का इस्तेमाल तभी करे जब माता-पिता साथ में हों। यूट्यूब किड्स बच्चों के लिए सुरक्षित है, इसलिए हमें गैजेट्स पर पैरेंटल लॉक्स का उपयोग भी करना चाहिए।

यदि आप कहते हैं कि 'कुछ मत करो' तो बच्चे वही करेंगे। इसके बदले आप कह सकते हैं कि वे क्या कर सकते हैं। शोध से पता चलता है कि गैजेट्स का अत्यधिक उपयोग बच्चों के मस्तिष्क के विकास और क्रिएटिविटी को प्रभावित कर सकता है। इन गैजेट्स की वजह से फैमिली टाइम प्रभावित होता है। इसीलिए परिवार में सभी के पास आधा घंटा गैजेटफ्रीऑवर होना चाहिए। आप उस समय का उपयोग अपने परिवार के साथ गुणवत्ता पूर्ण समय बिताने के लिए कर सकते हैं।

पेरेंटसर्किल 20 नवंबर (विश्व बाल दिवस) को अपने गैजेटफ्रीऑवर अभियान का संचालन कर रहा है। आइए शाम 7:30 से 8:30 बजे के बीच अपने परिवारों के साथ फिर से जुड़ने के लिए गैजेट को खुद से अलग करें। आप यह संकल्प ले सकते हैं और एक-दूसरे के साथ बात करने और अपने परिवार के साथ मौज-मस्ती करने में समय बिता सकते हैं ताकि आप पारिवारिक समय से मिलने वाली खुशियों का आनंद लें सके!मैंने गैजेटफ्रीऑवर बिताने की प्रतिज्ञा ली है और मैं आपसे इस अभियान में भी भाग लेने का अनुरोध करता हूं।

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