खादी देश की पहचान, युवा वर्ग खादी को अपनाकर सुखद बदलाव ला सकते हैं : खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री

० आशा पटेल ० 
जयपुर ।  खादी मेक इन इंडिया की पहली उपज थी। खादी अब युवाओं को रास आ रही है और देश के साथ विदेशों में भी लोकप्रियता बटोर रही है। उन्होंने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष से ऐसी प्रदर्शनियां प्रदेश के सभी जिलों में भी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा इन प्रदर्शनों से न केवल उत्पादकों को बाजार मिलता है, वहीं उपभोक्ताओं को भी अच्छे उत्पाद के चयन में आसानी होती है।
खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि खादी देश की पहचान है। युवा वर्ग खादी को अपनाकर देश में सुखद बदलाव ला सकता है। श्रीमती रावत ने बजाज नगर में राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ, जयपुर द्वारा लगाई खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी 2022-23 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि खादी हानिकारक रसायन रहित और पर्यावरण हितैषी वस्त्र है। साथ ही खादी आत्मनिर्भर भारत की और एक बढ़ता कदम भी है।
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार का कतिन, बुनकर व खादी से जुड़े हर हाथ को सुदृढ़ बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा खादी की लोकप्रियता बढ़ाने व आमजन तक इसकी पहुंच सुलभ करने की है। उन्होंने कहा कि खादी को बढ़ावा देने के साथ खादी संस्थानों के कंप्यूटरीकरण व डिजिटाइजेशन के लिए भी व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। राजस्थान खादी ग्राम उद्योग संस्थान संघ के मंत्री 

अनिल शर्मा ने बताया कि 25 नवंबर से प्रारंभ हुई यह प्रदर्शनी 13 जनवरी 2023 तक संचालित की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले 12 वर्षों से निरंतर लगाई जा रही है। इस प्रदर्शनी में कुल 175 स्टाल लगाई जा रही हैं, जिनमें से 130 स्टॉल खादी व 45 स्टॉल ग्रामोद्योग संघ की हैं। इस अवसर पर पूर्व सदस्य खादी ग्रामोद्योग आयोग रामदास शर्मा, राज्य निदेशक आयोग डॉ राहुल मिश्रा,  इंदु भूषण गोयल, लक्ष्मीचंद भंडारी खाद्य सचिव  बृजेश चंदोलिया सहित भारी संख्या में आमजन व अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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