राजस्थान अस्पताल में मोटापे के खिलाफ जागरूकता पोस्टर का विमोचन

० आशा पटेल ० 
जयपुर । मोटापे के खिलाफ विश्व भर में जागरूकता दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है। इसी कड़ी में राजस्थान अस्पताल के शल्य चिकित्सा विभाग के सर्जन डॉ शरद डागा द्वारा तैयार किये गए एक पोस्टर का विमोचन मुख्य अतिथि आईएमए के पूर्व अध्य्क्ष डॉ एस एस अग्रवाल ने किया।। डॉ अग्रवाल ने कहा कि भारत में मोटापा 21 वीं शताब्दी में महामारी अनुपात तक पहुंच गया है, जो की देश की 20 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करता है। वैश्विक खाद्य बाजारों में भारत के निरंतर एकीकरण के बाद अस्वास्थ्यकर, संसाधित भोजन अधिक सुलभ हो गया है। 

इसके करण प्रति व्यक्ति औसत कैलोरी सेवन बढ़ रहा है मोटापे हृदय रोग के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है ! मेजर जनरल विजय सारस्वत ने बताया कि एशिया स्तर पर, 23.5 केजी /एम 2 से अधिक बीएमआई को अधिक वजन माना जाता है। डा सर्वेश अग्रवाल ने मोटापे के शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया।डॉ शरद डागा ने बताया 32.5 बीएमआई से ऊपर मरीज को बेरियाट्रिक सर्जरी की आवश्य्कता पड़ सकती है। डॉ दिनेश माथुर ने बताया कि मोटापे से कई तरह के चर्म रोग भी विकसित हो जाते है जिसमे चेहरे का काला पड जाना चमड़ी का फट जाना आदि शामिल हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

ग्रासरूट लीडरशिप फेस्टिवल में भेदभाव, छुआछूत, महिला अत्याचार पर 37 जिलों ने उठाये मुद्दे

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

घरेलू कामगार महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा का लाभ मांगा, कहा हमें श्रमिक का दर्जा मिले