नैक निरीक्षण के लिए एसएसआर प्रतिवेदन आवेदित

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली -  नैक(नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडेशन कौन्सिल) परीक्षण हेतु एसएसआर प्रतिवेदन समर्पण के उपलक्ष्य पर कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने सीएसयू परिसर परिवार के अहर्निश योगदान की प्रशंसा करते बधाई दी और इस सारस्वत अनुष्ठान को उत्कृष्ट उत्सव बताते हुए यह भी कहा कि सीएसयू देश का एक मात्र बहुपरिसर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय है । इसके कारण यह स्वाध्यायन प्रतिवेदन की तैयारी में देश के सभी परिसरों के अकादमिक तथा प्रशासनिक स्टाफ ही नहीं , बल्कि छात्र छात्राओं के अथक सहयोग के कारण से ही यह संभव हो सका है क्योंकि इसमें सभी को मिल कर अपना अपना कार्य करना पड़ता है ।बहुपरिसरीय विश्वविद्यालय होने के कारण इस स्वाध्यायन प्रतिवेदन (सेल्फ स्टडी रिपोर्ट ) को प्रमाणिक ढंग से सुसज्जित करना पड़ता है । 

ऐसे ही श्रम साध्य कार्य को भागीरथ प्रयास कहा जाता है । यह विश्वविद्यालय परिवार ने मिल कर यह उत्कृष्ट कार्य कर दिखाया है ।वस्तुत: नैक के द्वारा श्रेष्ठ ग्रेडिंग को पाने के लिए इस एसएसआर की ही सम्यक् तैयारी की ही महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है और नैक द्वारा किसी शैक्षणिक संस्थान को उत्कृष्ट मान्यता दिया जाना उस संस्था के लिए राष्ट्रीय स्तर पर गौरव की बात होती है । साथ ही साथ प्रो वरखेड़ी ने यह भी कहा कि इसके अच्छे मूल्यांकन से शैक्षणिक तथा प्रशासनिक विकास के उत्तरोत्तर सहयोग के द्वार भी खुल जाते हैं ।

सीएसयू के कुल सचिव प्रो रणजित कुमार बर्मन ने कहा कि इस प्रतिवेदन को सुनिश्चित समय पर नैक के द्वारा अगली कार्रवाई के लिए इस विश्वविद्यालय के द्वारा जमा किये जाने में कुलपति का मार्गदर्शन मील का पत्थर साबित हुआ और हम आशा करते हैं कि अपने विश्वविद्यालय परिवार को बहुत जल्दी ही उस दिशा में कुछ साकारात्मक सूचना मिलेगी ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

ग्रासरूट लीडरशिप फेस्टिवल में भेदभाव, छुआछूत, महिला अत्याचार पर 37 जिलों ने उठाये मुद्दे

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

घरेलू कामगार महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा का लाभ मांगा, कहा हमें श्रमिक का दर्जा मिले