विभिन्न क्षेत्र में संघर्षशील महिलाओं को मिला सावित्रीबाई फुले अवार्ड

० आशा पटेल ० 
नयी दिल्ली - भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की 192वीं जयंती के अवसर पर देश में विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वाली संघर्षरत महिलाओं का गांधी पीस फांउडेशन, दिल्ली में सावित्री बाई फुले अवॉर्ड सम्मान समारोह में देश के विभिन्न राज्यों से आई जमीन पर कार्यरत महिलाएं शामिल हुईं और समाज में महिला शिक्षा और नेतृत्व विचार संगोष्ठी में भाग लिया साथ ही इनको सावित्री बाई फुले अवॉर्ड से भी नवाजा गया। संगोष्ठी में ख्यातनाम लेखिका दलित लेखक संघ पूर्व अध्यक्ष अनिता भारती ने सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया स्वाभिमान से जीने के लिए पढाई करो और पाठशाला ही इन्सानों का गहना है।
सावित्रीबाई ने विधवाओं का पुनः विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और हर वर्ग की महिलाओं को शिक्षित बनाना, प्रौढ़ शिक्षा में स्त्री, पुरुष के लिए रात्रि चौपाल पाठशाला खोले थे। उन्होंने शिक्षा के लिए ही संघर्ष नहीं किया बल्कि पुरे देश में कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। कार्यक्रम अध्यक्ष मंडल में वी ज्ञानवती, प्रोफेसर स्वामी आत्माराम, भारत नागरिक मंच अध्यक्ष अनिता उज्जेवाल, दिल्ली निगम पार्षद किरण बाला, दिल्ली निर्माण मजदूर कल्याण बोर्ड सदस्य लता, नेशनल केम्पेन डिग्निटी एंड राइट सीवेज एंड एलाइड वर्कर्स से वेद प्रकाश, सुजानगढ़ महिला सरपंच सविता राठी, नेहा कोरो इंडिया, थानेश्वर आदिगोड़ श्रमिक सलाहकार बोर्ड ने समाज में महिला शिक्षा और नेतृत्व संगोष्ठी को सम्बोधित किया। संगोष्ठी संचालन भारतीय दलित साहित्य अकादमी के डॉक्टर मूलचंद ने किया।
कार्यक्रम संयोजक एवं राजस्थान नागरिक मंच महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष हेमलता कांसोटिया ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने विषम परिस्थितियों में शिक्षा की अलख जगाई ,ऐसे विचार हम सब मे विषमताओं को खत्म कर समतामूलक समाज बनाने में मदद हम सभी को करना होगा। तब एक सावित्रीबाई थी आज हम शिक्षित बहने मिलकर आगे बढ़ें तो कितनी सावित्रीबाई फुले, फातिमा शेख बन सकती हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सामाजिक, शिक्षा, खेलकूद, पर्यावरण, साहित्य, चिकित्सा, पत्रकारिता, अधिवक्ता, आईटी आदि क्षेत्र में जमीन से जुड़ी वंचित समाज की महिलाओं को सावित्री बाई फूले अवार्ड से सम्मानित किया सम्मानित महिलाओं में सावित्री चौधरी, पूनम वर्मन, सीता मनी, 

रूबीना खातून, शबाना, सविता वर्मा, मंजू, मीनाक्षी, कमला देवी, सुनीता रावत,कुसुम आदि सहित 20 महिलाओं को सावित्री बाई फुले अवॉर्ड एवं उभरती महिला नेतृत्व के लिए 50 महिलाओं को सावित्रीबाई सम्मान सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एडवोकेट सुंदरी डोगरा, सुभाष भटनागर,शम्भू प्रसाद कोइराला, हिम्मत सिंह, मनजीत सिंह दईया, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ चंडीगढ़ शबाना, मीनाक्षी, सुमन, रामकली, गुलनाज़, जयपुर एकल नारी मंच सहित कई गणमान्य शामिल रहे एवं दिल्ली आर्टिस्ट फोरम की बच्चियों ने सावित्री बाई फुले जंयती पर गीत प्रस्तुत किया।

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