कैलीग्राफी हमे अनुशाशन मे रहने का सन्देश देती है : एहसन आबिद

० इरफान राही ० 
नयी दिल्ली - उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके मे राष्ट्रीय कैलीग्राफी का तीन दिवसीय वर्कशॉप व् कॉम्पिटिशन कौमी कौंसिल बराए फरोगे उर्दू जबान, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार व् सोफिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी ने मिलाकर किया। जिसमे उर्दू अकादमी के सेक्रेटरी एहसन आबिद मुख्य अतिथि व् शमा कौशर यजदानी असिस्टेंट डायरेक्टर कौमी कौंसिल बराए फरोगे उर्दू जबान विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहेमशहूर कैलिग्राफर मुख़्तार अहमद जिन्होंने कहा कि कैलीग्राफी एक ऐसा हुनर जिसको महसूस किया जाना चाहिए। यहाँ आकर करीब 250 बच्चों को ट्रेनिंग के दौरान उनके हुनर को जानने का मौका मिला और बच्चों ने बहुत ही कम समय मे बहुत खुश सीखा यह पहला मौका है जब पूरी दुनिया मे अलग अलग जगहों पर मैंने वर्कशॉप की है लकिन जितनी तादाद मे यहाँ बच्चों को ट्रेनिंग देने का मौका मिला वो कहीं नहीं मिले
शमा कौशर ने अपनी ख़ुशी का इजहार करते हुए कहा कि कौमी कौंसिल लगातार देश मे ऐसे वर्कशॉप करने के लिए हमेशा तैयार है और सोफिया की इस पहल से कैलीग्राफी को नया आयाम मिलेगा और मुझे बेहद ख़ुशी है कि बंगलौर से मशहूर कैलिग्राफर मुख़्तार अहमद को बुलाकर कैलीग्राफी को नई बुलंदियां दी है कौमी कौंसिल हमेशा ऐसा कामों के तैयार है और उर्दू के फरोग के लिए हमेशा काम कर रही है
एहशन आबिद ने कहा कि जब जब इस तरह के हुनर की बात आती है तो कैलीग्राफी का नाम सबसे ऊपर आता है कैलीग्राफी हमे अनुशाशन मे रहने का सन्देश देती है और लोगो को अदब का दायरा बताती है जो भी बच्चे इस हुनर को सीखने की कोशिश कर रहे है या जो सीख चुके है 

लगातार इस पर काम करने की जरूरत है और तब जाकर आपकी सख्शियत निखरेगी और आपका परिचय फिर कैलीग्राफी होगा जो अपने आप मे बहुत ही सुकून देने वाला है मेरे दुआ है की आप सब ऐसे ही शानदार कैलीग्राफी करते रहे अपना अपने उस्ताद व् पुरे देश का दुनिया मे नाम रोशन करेसुहैल सैफी के कहा कि देश मे कौमी कौंसिल ऐसा विभाग है जिसके जरिये बड़ी तादाद मे कैलीग्राफी के सेंटर पुरे देश मे चलाये जाते है और सोफिया पिछले 12 सालों के लगातार कैलीग्राफी सेंटर चलकर शानदार काम कर रही है अब तक हजारों युवाओं को कैलीग्राफी सीखा चुकी है 

कैलीग्राफी कॉम्पिटिशन मे शबीना फर्स्ट, समीर सेकंड, सना थर्ड व् चार कॉन्सोलेशन प्राइज दिए गए सभी बच्चों का काम बहुत ही शानदार था जिसके लिए सभी बच्चों को सर्टिफिकेट दिए गएइस मौके पर दानिश अय्यूबी, नदीम, सरफ़राज़, जमील अहमद सैफी, मुस्ताक अहमद, हाफ़िज़ वसीम, अब्दुल रेहमान, कदीर, शाहिना , हैदर अनस, इरफान राही सैदपुरी सैफ़ी आदि मौजूद रहे

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