विश्व पुस्तक मेला 25 फरवरी से 5 मार्च तक प्रगति मैदान दिल्ली में

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली-आजादी का अमृत महोत्सव समारोह और भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी के वर्ष के साथ, नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला दुनिया के सबसे बड़े पुस्तक मेलों में से एक - इस साल अपनी 50 साल की यात्रा का उत्सव मना रहा है। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा आईटीपीओ के सहयोग से आयोजित नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 तक प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। मेले में थीम के रूप में आजादी का अमृत महोत्सव और मेले में अतिथि देश के रूप में फ्रांस के साथ, इस 9 दिवसीय पुस्तक मेले में बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी प्रकाशकों की पुस्तकों का एक विशाल संग्रह प्रगति मैदान के नवनिर्मित हॉल में लगाया जाएगा।

पुस्तक मेले की घोषणा करने के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के अध्यक्ष प्रो गोविंद प्रसाद शर्मा ने विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को पुस्तकों के इस विशाल उत्सव में शामिल होने और इस पठन अभियान का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के निदेशक युवराज मलिक ने संबोधित करते हुए कहा कि नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2023 किताबों और साहित्य का सबसे बड़ा उत्सव होगा और इस साल जी-20 पवेलियन, एनईपी पवेलियन, एड-टेक जोन, युवा लेखक मंच 

जैसे नए आकर्षणों के साथ-साथ थीम मंडप, विदेशी मंडप, बच्चों के मंडप, लेखक मंच, संगोष्ठी हॉल और एम्फीथिएटर में विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। किताबों के इस उत्सव में दुनिया भर के अन्य देशों के अलावा जी-20 देशों की किताबें, साहित्य और संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा। पुस्तक मेले के दौरान कई सेमिनार, सम्मेलन, पुस्तक विमोचन, साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ विभिन्न बी2बी कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में फ्रांस की सम्मानित अतिथि देश के रूप में भागीदारी पर अपने विचार साझा करते हुए, भारत में फ्रांस के दूतावास के सांस्कृतिक सलाहकार श्री इमैनुएल लेब्रन-डेमियंस ने कहा कि फ्रांस नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले के 50 वर्षों के उत्सव का हिस्सा बनकर अत्यंत प्रसन्न है। यह फ्रांस तथा भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में फ्रांस के अनेक चित्रकारों तथा प्रकाशकों के अतिरिक्त, नोबेल पुरस्कार विजेता, फ्रांस, सुश्री आनी ओरनौ के नेतृत्व में फ्रांसीसी लेखकों का एक प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित होगा। फ्रांस, फ्रांसीसी साहित्य का भारतीय भाषाओं में अनुवाद करने का प्रयास कर रहा है और अब तक 40 से अधिक फ्रेंच पुस्तकों का भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।

 धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री 25 फरवरी को मेले का उद्घाटन करेंगे। इमैनुएल लैना, भारत में फ्रांस के राजदूत, वेनसौं मौंताईन, प्रेजिडेंट, सिंडिकेट नेशनल डे लेएडिशन, फ्रांस, सुश्री आनी ओरनौ, नोबेल पुरस्कार विजेता, फ्रांस, प्रदीप सिंह खरोला, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आईटीपीओ, प्रो गोविंद प्रसाद शर्मा, अध्यक्ष, एनबीटी इंडिया तथा युवराज मलिक, निदेशक, एनबीटी इंडिया भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।

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