एसोसिएशन ऑफ़ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के दसवें ग्लोबल कोंक्लेव में जयपुर में लगेगा चिकित्सकों का महा कुंभ

० आशा पटेल ० 
जयपुर । एसोसिएशन ऑफ हैल्थकेयर प्रोवाइडर्स का दसवां ग्लोबल कॉन्क्लेव यानि डाक्टर्स का महाकुंभ आगामी 10 -11 फरवरी को सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर से निजी चिकित्सा क्षेत्र की सुप्रसिद्ध हस्तियां हिस्सा ले रही है। एएचपीआई के डायरेक्टर जनरल डॉ गिरधर ज्ञानी ने बताया कि कॉन्क्लेव में हैल्थ केयर सेवाओं के लिए एकीकृत मॉडल, सर्वोत्तम सेवा, तकनीकी ज्ञान के समन्वय से स्वास्थ्य प्रणाली को लचीला बनाने सरीखे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। सम्मेलन में चिकित्सा सेक्टर की जरूरतों पर भी विचार विमर्श होगा । 

सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए संचालित की जा रही केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं में आ रही तकनीकी विसंगतियों पर भी मंथन किया जाएगा। महात्मा गांधी अस्पताल के एमेरिटस चेयरपर्सन प्रो डॉ एम एल स्वर्णकार ने बताया कि देश भर में सुपर स्पेशियल्टी चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता में निजी क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। इस दृष्टि से प्राइवेट अस्पतालों का संचालन निर्बाध रूप से हो योजनाएं इसको ध्यान में रखकर बनें। उनकी समस्याओं को दूर करना सरकारों की जिम्मेदारी बनती है। सम्मेलन में अस्पतालों की आर्थिक समस्याओं के निराकरण के लिए एक नीति पत्र भी तैयार किया जाएगा।

 सम्मेलन के आयोजक डॉ अशोक खंडाका तथा डॉ विकास चन्द्र स्वर्णकार ने बताया कि सम्मेलन में एनएचए के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ बसंत गर्ग, डॉ सी एम मंजूनाथ, डॉ देवी शेट्टी, डॉ एलेक्जेंडर थॉमस, डॉ शनमुगनंदन, डॉ अतुल कोचर, डॉ ए के दीवान, डॉ विजय कपूर, डॉ अनुपम सिब्बल, डॉ संदीप बुद्धिराजा, डॉ हर्ष महाजन, डॉ बीएस कुमार सहित देशभर के अनेक नामवर निजी चिकित्सा संस्थानों के प्रमुख संबोधित करेंगे। सम्मेलन के प्रमुख बिंदुओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आर्थिक प्रबंधन,आईटी का अधिकतम प्रयोग, रोगी की संतुष्टि तथा हैल्थकेयर वर्कर्स से जुड़ी समस्याएं प्रमुख होगी। 

आयोजन समिति द्वारा राज्य के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के डॉ एस एस अग्रवाल, डॉ सुनील खेत्रपाल, डॉ तरुण ओझा, डॉ अनुराग शर्मा, डॉ संजय आर्य, डॉ विजय कपूर, डॉ सचिन झंवर व डॉ सर्वेश अग्रवाल सहित देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सा प्रबंधक, क्वालिटी, मार्केटिंग तथा नर्सिंग क्षेत्रों के 500 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।

उल्लेखनीय है कि एसोसिएशन ऑफ़ हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स की यूनिवर्सल समस्याओं के समाधान करने की दिशा में यह आयोजन महत्वपूर्ण होगा। एएचपीआई देश के अधिकांश राज्यों में 10,000 से अधिक प्रतिनिधियों के साथ सरकार द्वारा नीति निर्धारित संबंधित सुझाव की दिशा में संस्था काम कर रही है।

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