गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सभा नेहरू नगर में अमृतसर के रागी जत्थों ने शबद गायन कर समा बांधा

० आशा पटेल ० 
जयपुर।गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा नेहरू नगर पानीपेच, जयपुर में महान गुरमत समागम भाई ओंकार सिंह हजूरी रागी दरबार साहिब द्वारा आसा दी वार के पाठ से शुरू हुई। उसके उपरांत कीर्तन दीवान सजाया गया जिसमें सबसे पहले भाई अजीत सिंह हजूरी रागी नेहरू नगर द्वारा "ऐहो मनुआ किन ना टिके बहुरंगी", "जिन बोलिया सब किछ जाणदा" शब्द कीर्तन का गायन किया।

भाई चमनजीत सिंह लाल दिल्ली वालों ने "अमृत पियो सदा चिर जियो" और "साहिबा साहिबा मेरे साहिबा" शब्द गाते हुए श्री गुरु नानक साहब की साखिया सुनाई और वाहेगुरु का सिमरन करवाया।
भाई महावीर सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर वालों ने शब्द गायन किए एवं भाई ओंकार सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर वालों ने "नासूरो मंसूर गुरु गोविंद सिंह" शपथ गाकर संगत को निहाल किया।

भाई कुलविंदर सिंह हजूरी रागी श्री दरबार से अमृतसर "तू मेरा राखा सबनी थाई" "मेल लेओ दयाल" "मन मेरा दयाल दिल सेती रहे" "तुध आगे अरदास हमारी"‌ भाई सतिंद्रबीर सिंह जी हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर ने शबद गायन किया। सरदार हरचरण सिंह प्रधान साहब ने बताया कि श्री दरबार साहिब अमृतसर से आए पंज प्यारों द्वारा गुरुद्वारे में अमृत संचार करवाया गया जिसमें 35 लोगों ने अमृत पान कर समागम के अंत में फूलों की वर्षा की गई।

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