क्विक हील की सीएसआर ने शिक्षण संस्था, शिक्षकों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया

० योगेश भट्ट ० 
पुरस्कार समारोह में कंपनी के ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा’ प्रोग्राम के लिये संस्थानों, शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा स्वैच्छिक आधार पर किये गये बेहतरीन काम को सराहा गया • यह पुरस्कार फरवरी और मार्च, 2023 में पुणे, मुंबई, नागपुर, सोलापुर और औरंगाबाद में दिये जाएंगे • इस पहल के अंतर्गत 29 लाख से ज्यादा लोगों तक पँहुचे है, इन प्रयासों से पुणे क्षेत्र के 1.3 लाख से ज्यादा लोग सतर्क हुए हैं

पुणे, वैश्विक साइबर सुरक्षा समाधान प्रदाता क्विक हील ने अपनी सीएसआर इकाई के माध्यम से ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा अवार्ड्स’ के पहले संस्करण का आयोजन किया। इस पुरस्कार समारोह में उन शिक्षण संस्था, शिक्षकों और विद्यार्थियों के उल्लेखनीय योगदान पर आभार प्रकट किया गया, जिन्होंने स्वेच्छा से उपेक्षित लोगों के बीच साइबर सुरक्षा पर जागरूकता फैलाई । पुणे संस्करण के पुरस्कार क्विक हील फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुश्री अनुपमा काटकर और भाग लेने वाले 6 संस्थानों के शिक्षकों की उपस्थिति में दिये गये।

पुरस्कार समारोह का आयोजन पुणे के चिंचवाड़ क्षेत्र में केईएस प्रतिभा कॉलेज ऑफ कॉमर्स एण्ड कंप्यूटर स्टडीज में हुआ था। स्वेच्छा से भाग लेने वाले संस्थान थे एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ट्रस्ट का शारदा बाई पवार महिला महाविद्यालय, डॉ. डी वाय पाटिल यूनिटेक सोसायटी का डॉ. डी वाय पाटिल कॉलेज ऑफ आर्ट्स, कॉमर्स एण्ड साइंस, कमला एज्युकेशन सोसायटी का प्रतिभा कॉलेज ऑफ कॉमर्स एण्ड कंप्यूटर स्टडीज, एमआईटी आर्ट्स, कॉमर्स एण्ड साइंस कॉलेज अलांदी, एमकेएसएसएस का के. बी. जोशी इंस्टिट्यूशन ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और पीडीईए का अन्नासाहब मगर कॉलेज।

शिक्षण संस्था, शिक्षकों और विद्यार्थियों को अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया, जिनके विजेताओं का चयन कॉलेजों से मिले उस डाटा के आधार पर हुआ, जिसमें कंपनी के ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा’ प्रोग्राम में सक्रिय भागीदारी के तहत कार्यवाही, गतिविधियों और पहुँच के प्रयासों का वर्णन था। क्विक हील फाउंडेशन की वेबसाइट पर इसी काम के लिये एक वोटिंग पेज बनाया गया था, जहाँ नॉमिनेटेड प्रस्तुतियों को वीडियो क्लिप्स के रूप में पोस्ट किया गया था।

इस मौके पर क्विक हील फाउंडेशन की चेयरपर्सन और क्विक हील टेक्नोलॉजीस लिमिटेड में ऑपरेशनल एक्सीलेंस की चीफ सुश्री अनुपमा काटकर ने कहा, ‘’हमारा उद्देश्य ‘सिक्योरिंग फ्यूचर्स’ कई लोगों और संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों के माध्यम से ही संभव होता है। आज मैं हमारे सभी भागीदारों को हार्दिक धन्यवाद देती हूँ, जिनमें डीएससीआई, महाराष्ट्र साइबर सेल और स्थानीय पुलिस शामिल है और जिन्होंने ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा’ पहल को अपना अमूल्य सहयोग दिया है। 

 निश्चित तौर पर, पुणे में अपने पुरस्कारों के पहले संस्करण में हम अपने योद्धाओं, यानि कि विद्यार्थियों, आगे रहकर काम करने वाली शिक्षण संस्था और शिक्षकों के बेहतरीन काम के लिये आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचते हुए सभी के बीच साइबर सुरक्षा पर जागरूकता फैलाई है।‘’ पुरस्कार समारोह के अगले चार संस्करणों का आयोजन क्रमश: 15 फरवरी को मुंबई, 3 मार्च को नागपुर, 9 मार्च को सोलापुर और 14 मार्च को औरंगाबाद में होगा।

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