दिल्ली जल बोर्ड की लापरवाही से द्वारका व मधु विहार वार्ड की जनता परेशान

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - डीडीए बिंदापुर एवम आसपास की कालोनियों के सीवर का पानी दिल्ली जल बोर्ड द्वारा पालम नाले में गिराए जाने से द्वारका एवम मधु विहार के लोगों का रहना दूभर हो गया है। सीवर के गंदे पानी से जहां पूरा वातावरण दूषित हो गया है वही तरह तरह की बीमारियां फैलने लगी है। मधु विहार एवम आदर्श अपार्टमेंट के लोगों को आते जाते नाक बंद करना पड़ रहा है। पालम इलाके के २५ कालोनियों के फेडरेशन प्रधान,राष्ट्रीय युवा चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा आरडब्ल्यूए मधु विहार के प्रधान रणबीर सिंह सोलंकी ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर महीने में भी इसी प्रकार सीवर का पानी गिर रहा था जिससे जनता काफी परेशान थी 

लेकिन जल बोर्ड के अधिकारियों से निवेदन करने पर इसे बंद करा दिया गया था परंतु फिर कुछ दिनों से इसे खोल दिया गया है जिससे राहगीर एवम अपार्टमेंट के लोग दूषित वातावरण में रहने को मजबूर है। श्री रणवीर सिंह सोलंकी ने यह भी कहा कि एक तरफ दिल्ली सरकार द्वारा करोड़ों का बजट यमुना की सफाई व्यवस्था पर लगाया जा रहा है वही यमुना में ही मिलने वाले नालियों के पानी में जब सीवर का पानी मिलाया जाएगा तो भला यमुना की सफाई कैसे हो सकती है यह किसी सरकार की व्यवस्था पर सवाल नहीं है जबकि सिस्टम का अव्यवहारिक रवैया जरूर है। 

सोलंकी ने कहा कि उन्होंने उप राज्यपाल, मुख्य मंत्री एवम जल बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी व मुख्य अभियंता से मांग की है कि इसे तत्काल बंद कराया जाय। उन्होंने कहा कि पालम ड्रेन बरसात के पानी के निकास के लिए बनाया गया है, परंतु जगह जगह पर इसमें लापरवाही से सीवर के निकास को जोड़ दिया गया है।सोलंकी ने कहा कि सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर यमुना सफाई अभियान में लगाती है तो फिर यह बीच शहर के लिए दोयम व्यवहार क्यों ? हम दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों से निवेदन करते है कि तत्काल संज्ञान लेकर इसे व्यवस्थित करने की कृपा करें।

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