हाउसिंग बोर्ड को रियल एस्टेट का राष्ट्रीय अवार्ड आयुक्त अरोड़ा सम्मानित

० आशा पटेल ० 
जयपुर। राजस्थान आवासन मंडल के लिए दिन ऐतिहासिक रहा। केंद्र सरकार की एजेंसी नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल ने मंडल के खाते में 15वां पुरस्कार डाला। राष्ट्रीय स्तर के समारोह में काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजन बंदेलकर और रेरा दिल्ली के चेयरमैन आनंद कुमार ने राजस्थान आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा सम्मान से नवाजा।
राजस्थान आवासन मंडल को देश में सर्वाधिक हाउसिंग प्रोजेक्टस रेरा में रजिस्टर्ड करने, सर्वाधिक आवास विक्रय करने और रियल एस्टेट के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिए इस महत्वपूर्ण सम्मान से नवाजा गया। समारोह में 'रियल एस्टेट इन द एरा ऑफ रेरा' विषय के पैनल डिस्कशन के लिए आवासन आयुक्त को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। इसी मंच पर आवासन आयुक्त को सम्मानित भी किया गया।
रेरा दिल्ली चेयरमैन आनंद कुमार ने कहा कि रेरा रजिस्ट्रेशन से ना केवल ग्राहकों के मन में विश्वास में बढ़ोतरी होती है बल्कि कई शंकाओं का भी समाधान हो जाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान आवासन मंडल द्वारा देशभर में सर्वाधिक प्रोजेक्ट्स को रेरा में रजिस्टर्ड कराना बडी उपलब्धि है। आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने इस मौके पर कहा कि आवासों में रेरा रजिस्ट्रेशन आईएसआई मार्का की तरह काम करता है। उन्होंने कहा कि रेरा आमजन और खरीददार में डवलपर और बिल्डर के प्रति भरोसा बढ़ाता है और तय समयावधि में बेहतरीन गुणवत्ता के साथ आवास उपलब्ध कराने की सुनिश्चितता लाता है।

 अरोड़ा ने कहा कि 101 प्रोजेक्ट रेरा नंबर रजिस्टर्ड करवाने वाली सबसे बड़ी संस्था राजस्थान आवासन मंडल बन गया है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर सरकारी एजेंसियां रेरा रजिस्ट्रेशन से बचती हैं लेकिन मंडल ने ग्राहकों के विश्वास की खातिर सभी प्रोजेक्ट को रेरा में रजिस्टर्ड करवाया है।  आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा की अगुवाई में पिछले चार वर्षों में मण्डल को कुल 15 अवार्ड मिल चुके हैं। इनमें मकान विक्रय में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस, स्कॉच अवार्ड-2021, अवार्ड ऑफ एक्सीलेन्सी, नेशनल रियल एस्टेट डवलपमेंट काउंसिल द्वारा सम्मान, नेशनल हाउसिंग अवार्ड, आई.बी.सी और ‘स्टार ऑफ गवर्नेंस-गोल्ड अवार्ड‘ जैसे प्रतिष्ठित अवार्ड शामिल हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

ग्रासरूट लीडरशिप फेस्टिवल में भेदभाव, छुआछूत, महिला अत्याचार पर 37 जिलों ने उठाये मुद्दे

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

घरेलू कामगार महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा का लाभ मांगा, कहा हमें श्रमिक का दर्जा मिले