लड़कियों को शिक्षित करने के लिए T.A.C ने MAD के साथ की भागीदारी

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - दि आयुर्वेद कंपनी (T.A.C), सबसे तेजी से विकसित होने वाले D2C ब्यूटी और वेलनेस ब्रांड्स में से एक है. इसने हाल ही में भारत में लड़कियों की शिक्षा का समर्थन करने के लिए एक गैर-लाभकारी संगठन ‘मेक ए डिफरेंस’ (MAD) के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है. T.A.C सामाजिक न्याय, महिलाओं को सशक्त बनाने और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले स्थानीय लोगों के उत्थान के लिए काम करता आया है और लंबे समय तक इस दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है. एमएडी के साथ उसकी इस साझेदारी का उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा में निवेश करके देश के भविष्य को आकार देना है।

टीएसी की सीईओ और सह-संस्थापक श्रीधा सिंह ने अपने व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी बातों को साझा करते हुए बताया, "मेरी शुरुआती जीवन साधारण रहा है. अगर व्यक्तिगत और आर्थिक बलिदानों की कीमत पर मुझे शिक्षित करने के लिए मेरी मां का दृढ़ साहस नहीं होता, तो शायद मैं यहां नहीं होती. लड़कियों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने से न सिर्फ एक लड़के-लड़कियों को भविष्य में आगे बढ़ने के समान अवसर मिलते हैं बल्कि वित्तीय निर्भरता के कारण महिलाओं द्वारा सामना किए जाने वाले सामाजिक अन्याय की संभावना भी कम हो जाती है।”

टीएसी के संस्थापक परम भार्गव ने कहा, “हम लड़कियों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के अपने साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए MAD के साथ साझेदारी करने को लेकर उत्साहित हैं। हमारा मानना है कि हर बच्चे को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है, भले ही उनकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो. इस साझेदारी के साथ, हम यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर सकते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को समाज के बेहतर भविष्य के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच प्राप्त हो।”

 अपनी इस नई साझेदारी के तहत T.A.C अपनी बिक्री आय का एक हिस्सा पूरे साल लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाली खास योजनाओं का समर्थन करने के लिए आवंटित करेगा. टीएसी ग्राहकों को अपने इस सुरक्षा और बेहतरी के लिए किए गए हर काम और योगदान से अवगत कराया जाएगा। इसके अलावा यह साझेदारी सभी T.A.C कर्मचारियों के लिए स्वयंसेवा के अवसर भी खोलती है, बच्चों के लिए इंडस्ट्री के बारे में समझ पैदा होने और बच्चों, कंपनी और टीम के सदस्यों के बीच एक मजबूत संबंध को बढ़ावा देती है।

 प्रतिक्रिया देते हुए ‘मेक ए डिफरेंस’ के संस्थापक और सीईओ जितिन नेदुमाला ने कहा, “हम दि आयुर्वेद कंपनी के साथ साझेदारी करने के लिए वास्तव में उत्साहित हैं क्योंकि यह हमें उन लड़कियों को सशक्त बनाने में सक्षम करेगा जिनके साथ हम काम करते हैं। जो बात इसे और भी खास बनाती है वह यह है कि श्रीधा ने मेक ए डिफरेंस के साथ वालियंटर के तौर पर काम किया है। उन्होंने हमारे काम की जरूरत और सभी स्वयंसेवकों के साप्ताहिक प्रभाव को देखा है। मुझे विश्वास है कि दि आयुर्वेद कंपनी जैसा सामाजिक रूप से जागरूक ब्रांड आगे बढ़ेगा और MAD को अधिक बच्चों तक पहुंचने एवं उनके जीवन को बदलने में मदद करेगा।”

T.A.C ने हाल ही में सिक्स्थ सेंस वेंचर्स और जानी-मानी अभिनेत्री काजल अग्रवाल के नेतृत्व में अपनी 100 करोड़ सीरीज़ A फंडरेजिंग की घोषणा की. इसमें 500 से ज्यादा महिलाएं कार्यरत हैं। T.A.C की स्थापना आयुर्वेद के साथ श्रीधा के विश्वास और जुड़ाव के बाद हुई थी। वह तीन साल से ज्यादा समय से शीतपित्त या पित्ती से पीड़ित रही थी. आधुनिक उपचारों से उन्हें थोड़ी राहत जरूर मिली मगर रोग से पूरी तरह छुटकारा नहीं मिल पाया था. फिर उन्होंने आयुर्वेद की ओर रुख किया, जिसने उन्हें सिर्फ छह महीने में ठीक कर दिया। 

T.A.C का विजन HEAL यानी हेल्प एंब्रेस एन आयुर्वेदिक लाइफ है। आयुर्वेद में जीवन को बदलने वाली क्षमता को पहचानने के बाद ब्रांड चेहरे, शरीर, बालों और अन्य वैलनेस कैटेगरी में गुणवत्ता से समझौता न करने वाले शुद्ध, शीर्ष गुणवत्ता और नैतिक रूप से तैयार किए गए उत्पादों की पेशकश करता है। ब्रांड को अपने कुमकुमादी रेडियंट और यूथफुल फेस केयर के लिए भारत से लाखों ग्राहकों का प्यार मिला है.

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