विश्व मे हमारी पहचान सबसे अलग : गोविंद गावड़े

० योगेश भट्ट ० 
फोंडा-गोवा। 
जब विद्यार्थि विभिन्न संस्कृतियों से दूसरी जगह आते-जाते है, तो उन्हें संस्कृति, भाषा से परिचय होने का अवसर मिलता है। गोवा राज्य की विशेष सांस्कृतिक विभिन्नता विषेशताओंं से भेटकर्ता युवा विद्यार्थीओं को परिचय करने हेतू उनको वास्तविक गोवा दर्शन करवाने का आलेख बनाया है, ऐसा प्रो बी के मिश्रा ने कहा। समारोह को रोचक बनाने हेतू डॉ कृपाशंकर एम् एस के आग्रह पर मंत्री गोविंद गावड़े ने अपने बचपन से राजनीतिक प्रवास के बारे में जानकारी देते हुए उनके व्दारा निभाए हुए कुछ लोकप्रिय ऐतिहासिक नाटकों के प्रसंगों को प्रस्तुत किए। जिसे सभी उपस्थित आमंत्रितों ने विशेष रूप से सराहा।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्दारा देश के युवाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से "एक भारत; श्रेष्ठ भारत", अंतर्गत केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय अधीन गोवा व्दारा तथा आईआईटी मंडी के सहयोग से युवा संगम इस सात दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन गोवा में किया। युवा संगम कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए गोवा के कला संस्कृति और युवा कल्याण मंत्री गोविंद गावड़े ने कहा, भारत सरकार की युवा संगम उपक्रम के कारण युवाओं को

देश की विभिन्न सभ्यता, संस्कृति, विचार धाराओं को देखने-समझने तथा अनुभव करने का मौका मिल गया है। आज विदेशी देशों में वैज्ञानिक प्रगति के कारणों कई क्षेत्रों में हमसे बढ़त हासिल की है । लेकिन फिर भी विश्व मे हमारी पहचान इन सबसे अलग है। हमारी अद्भुत सांस्कृतिक सभ्यता, गरिमामय संस्कृति और गौरवशाली इतिहास से वर्तमान में भी कोई भी प्रतियोगिता कर नहीं कर सकते।

अतिथी देवों भव: संकल्पना पर आधारित इस युवा संगम उपक्रम का उद्घाटन गोवा राज्य के कला संस्कृती तथा युवा कल्याण मंत्री गोविंद गावड़े व्दारा समारोह में किया गया। विशेष अतिथि के रूप में गोवा इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कृपाशंकर एम् एस उपस्थित थे। समारोह का आरंभ डॉ दिव्या पद्मनाभन व्दारा गणेश वंदना से किया गया और 
आईआईटी गोवा के निदेशक प्रो बी के मिश्रा ने युवा संगम उपक्रम में सहभागी विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए गोवा कि विशेषताओ के बारे में अवगत कराया।

आईआईटी गोवा के फोंड़ा स्थित प्रागंण मे आयोजित युवा संगम उपक्रम मे देश के दूरदराज इलाकों से आनेवाले हिमाचल, लड़ाख तथा गोवा राज्यों युवा विद्यार्थीओं को एक-दूसरे के राज्यों में भेंट देकर अद्भुत जानकारी आदान-प्रदान कर व्यक्तित्व विकास करते हुए भविष्य भारत को सक्षम बनाने उद्देश्य से युवा संगम का आयोजन किया गया है। उपक्रम अंतर्गत इस वर्ष हिमाचल प्रदेश तथा लद्दाख से गोवा की संस्कृति का अनुभव करने पचास तीस युवक और बीस युवती विद्यार्थियों का सहभाग है।

इस उपक्रम को मार्गदर्शन करते हुए गोविंद गावड़े ने आगे कहां, आप युवा याद रखिए हमारे प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व को संदेश दिया है कि, आज हमारा देश मात्र प्रगतिशील नहीं है लेकिन वर्तमान में भारत प्रगत बन गया है। इसके लिए हमें अपने जीवन की कई सारी चीज़ें पहले से प्लान करनी पड़ेगी। हमे आनंद है कि आज हमारे भारतीय अमेरिकन विकास के प्रमुख भागीदार है, लेकिन हम अपने देश के विकास के लिए कब भागीदार बनेंगे, इसपर हमें सोचना चाहिए। हमें जीवन में कई बार हमे असफलताओं का सामना करना पड़ता है लेकिन फिर भी हमें दृढ़ता से आगे बढ़ना चाहिए।

अवसर पर गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ कृपाशंकर एम् एस ने, वर्तमान परिस्थितियों में हम सबको एकसाथ मिलकर टिम वर्क में काम करने का महत्व बताया। टिम वर्क से बड़ी-बड़ी मुश्किलों का हल निकल सकता है। प्रौद्योगिकी करण के साथ हमें अपने सांस्कृतिक विरासत को भी संभालना चाहिए।
आईआईटी गोवा के निदेशक प्रो बी के मिश्रा ने अपने भाषण में बताया कि, युवा संगम उपक्रम में केंद्र सरकार ने देश के उज्जवल भविष्य में असिम महत्वपूर्ण माने जाने वाली

पंचसूत्री तत्व; पर्यटन, परंपरा, प्रगति, परस्पर संपर्क तथा प्राद्योगिकी ज्ञान के आदान-प्रदान को शामिल किया है। आजतक इस उपक्रम में बावीस राज्यों के बारह सौ विद्यार्थियों का सहभाग हुआ है और इस वर्ष युवा संगम उपक्रम में आयआयटी गोवा में अपने दुसरे चरण में सहभागी है। वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन से शुरू किया गया युवा संगम उपक्रम कई विशेषताओं के साथ युवा व्यक्तित्व विकास पर केंद्रित किया गया है।

आईआईटी गोवा के आठ विद्यार्थियों ने स्थानीय कोंकणी भाषा में अपने गीत व्दारा गोवा की सांस्कृतिक विरासत का परिचय अलग तरह से प्रस्तुत किया। हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थी प्रतिनिधियों ने मंत्री गोविंद गावड़े, प्रो बी के मिश्रा, डॉ कृपाशंकर एम् एस को हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक शाल तथा टोपी भेंट देकर सम्मानित किया। समारोह में आईआईटी गोवा के निदेशक प्रो बी के मिश्रा निदेशक के साथ युवा संगम के नोडल अधिकारी डॉ ऋषिकेश नारायण, प्रो राजेश प्रभुगावकर, रजिस्ट्रार डॉ व्यंकट राव, मीडिया प्रभारी कुश सिबू, मीडिया सहायक नीरजा राघवन, प्रो डॉ दिव्या पद्मनाभन, सहायक रजिस्ट्रार शिल्पा तथा अभिषेक गुप्ता अपनी टिम के साथ उपस्थित थे।

इस सात दिवसीय युवा संगम इस अद्भुत कार्यक्रम का संचालन आयआयटी गोवा व्दारा करने का सम्मान दुसरे वर्ष भी दिए जाने पर आयआयटी गोवा के निदेशक प्रो बी के मिश्रा ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का आभार व्यक्त किया । विशेष प्रकिया व्दारा गोवा के पचास विद्यार्थियों का चुनाव कर उन्हें हिमाचल प्रदेश तथा लद्दाख अनुभव करने जानेवाले प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए युवा संगम के नोडल अधिकारी डॉ ऋषिकेश नारायण ने आभार प्रदर्शन करते हुए मेजबानी करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे यह विश्वास दिलाया।

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