झुंझुनू में पहलवान लड़कियों पर दिल्ली पुलिस की ज्यादती के विरोध में बृजभूषण का पुतला जलाया

० आशा पटेल ० 
झुंझुनूं। दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवान लड़कियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा की गई ज्यादतियों के खिलाफ बृजभूषण शरण का पुतला जिला कलेक्टर झुंझुनूं के सामने फूंका व विरोध प्रदर्शन कर शीघ्र बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग की गई। इंकलाब जिंदाबाद, बृजभूषण सिंह मुर्दाबाद, दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद, अमित शाह मुर्दाबाद, मोदी सरकार मुर्दाबाद, जनांदोलनों पर दमन करना बंद करो। पुलिस के दम पर ये सरकार नहीं चलेगी आदि नारे लगाते हुए हाथों में बैनर तख्तियां लिए लोग नारे लगा रहे थे। 
जनता के जनवादी मोर्चा झुंझुनूं के बैनर तले विभिन्न जन संगठनों सर्वहारा एकता मंच, भीम आर्मी, क्रान्तिकारी किसान यूनियन, भगतसिंह विचार मंच ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। विरोध सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जंतर मंतर पर पहलवान लड़कियों पर शांतिपूर्ण ढंग दे रही धरने पर तीन तारीख को रात के समय दिल्ली पुलिस द्वारा भाजपा सरकार के सारे पर किया गया दुर्व्यवहार और मारपीट कर बहुत ही शर्मनाक है। ये सीधा जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है। भारत की बेटियां जब गोल्ड मेडल अवार्ड लाती हैं तो अपने आवास पर बुलाकर अपने घर की बेटियां बताते हैं और आज जब न्याय मांगने पर धरने पर बैठी है तो उनके साथ अपराधियों जैसा सलूक किया जाता है तो मुंह से एक शब्द भी नहीं निकल रहा है।

 बृजभूषण सिंह को राजनीतिक स्वार्थ के कारण भाजपा सरकार द्वारा खूला समर्थन किया जा रहा है, यही कारण है कि दिल्ली पुलिस उनके इसारे पर जंतर मंतर से बल प्रयोग कर भगाने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा सरकार अपने मनसूबे में कामयाब नहीं होगी और देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। पहलवान बेटियों के साथ अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जब तक न्याय नहीं मिल जाता, पहलवान बेटियों के साथ खड़े रहेंगे, एक समन्वय समिति का गठन कर सभी को साथ लेकर आन्दोलन को ओर तेज किया जायेगा। क्रान्तिकारी किसान यूनियन की ओर से 8 मई को पहलवान लड़कियों के समर्थन में निकाली जाने वाली रैली में भी शामिल होंगे।

 विरोध सभा को जनता का जनवादी मोर्चा के संयोजक बजरंग लाल एडवोकेट, सर्वहारा एकता मंच के महेश चोमाल, भीम आर्मी के प्रदीप चंदेल, क्रान्तिकारी किसान यूनियन के संयोजक पोकरसिह झाझडिया, वरिष्ठ अधिवक्ता मदन सिंह गिल, अजीज अली, रणजीत सिंह,युवा नेता अशोक मांजू, महिला नेत्री मधू खन्ना, श्रीचंद डुडी, प्रदेश महासचिव बिजली किसान यूनियन, शुभकरण महला,फूलचंद बुडानिया, रामस्वरूप गजराज, विजय गोपाल, सहदेव कस्वा, बालाराम मेघवाल, रामनिवास नूनिया, पितराम कालेर,घासीराम दिलोई व जगमालसिंह ने कविता प्रस्तुत की।

 इसके अलावा विरोध प्रदर्शन में कुलदीप बुगालिया, नरेश ढाका, शब्बीर हुसैन, कैलाश कल्याण, विक्रम दुलड, सत्येन्द्र सिंह,रामसिंह, वीरेंद्र चाहर, एडवोकेट्स के अलावा अन्य वकीलों ने प्रदर्शन में भाग लिया। इसके अलावा हरीराम मुंशी, अस्मत अली, दुर्गाराम तिलोटिया , दयानंद जानू, रामप्रताप रेपशवाल, लक्ष्मीनारायण आबुसर, प्रताप पातूसरी, रामनिवास बेनीवाल, गोविन्द बोयल, मुकेश बोयल, दशरथ बोयल, केशर देव कालेर, श्रीचंद कालेर, उम्मेदसिंह कृष्णिया, 

धर्मपाल सिंह डारा, सुभाष चन्द्र, बनवारीलाल जाट, उदयराम नायक, विधाधर, रमेश कुमार , बूटी राम, रणधीर सिंह, ओमप्रकाश जीनगर, रणवीर सिंह, श्यामलाल कालेर, राजवीर सोमरा, रामजीलाल झाझडिया, बचनसिंह मीणा, के अलावा बड़ी संख्या में वकील, किसान मजदूर नौजवान उपस्थित थे। संचालन बजरंग लाल एडवोकेट ने किया।

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