संदेश

जनवरी 27, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विविध उत्पाद,रैंप प्रेजेंटेशन,सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ आर्टेफैक्ट्स जोधपुर हुआ सम्पन्न

चित्र
० आशा पटेल ०  जोधपुर |  |हस्तशिल्प एक्सपो (आर्टेफैक्ट्स), जोधपुर-2025 पूरे उत्साह के साथ संपन्न हुआ। आर्टेफैक्ट्स जोधपुर का आयोजन, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) ने जोधपुर के बोरानाडा स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर (टीएफसी) में किया था । ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा, "ईपीसीएच और जोधपुर एवं जयपुर की हस्तशिल्प उत्पादन बिरादरी ने इसकी अच्छी तरह परिकल्पना और व्यवस्था की, इस शो का पहला लगभग 100 से अधिक प्रदर्शकों, क्यूरेटेड डिस्प्ले और कई सहयोगी कार्यक्रमों को एक साथ लाने के बाद सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है।  आगंतुकों को यहां उत्पादों की विविधता देखकर बेहद खुशी हुई, खास कर वो यहां डिस्प्ले में शिल्प कौशल और उनमें से कुछ की बारीकियों में सामंजस्य को देख कर मंत्रमुग्ध हुए। हमारे प्रदर्शकों ने जो होम डेकोर, फर्नीचर, फर्निशिंग और हाथ से चमड़े के शिल्पों की कई समकालीन और स्टाइलिश शिल्प रेंज पेश की उनमें सस्टेनेबिलिटी एक समान रूप से दिखाई पड़ने वाली अवधारणा थी। सभी उत्पाद वर्तमान और उभरते हुए अंतरराष्ट्रीय बाजारों के ट्रेंड के अनुरूप थे, और इससे उनकी अधिक मांग थी।"...

गणतंत्र दिवस पर समर्पण संस्था ने आयोजित की "सामाजिक न्याय और समानता" गोष्ठी

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर । "प्रकृति सबको न्याय व समानता देती है । प्रकृति अमीर गरीब व छोटे बड़े सब प्राणियों की समान रूप से देखभाल करती है । इसी तरह संविधान भी जाति, धर्म, लिंग, वर्ग व आर्थिक आधार पर बिना किसी भेदभाव के सबको समान अवसर मिले यह सुनिश्चित करता है ।” उक्त विचार समर्पण संस्था द्वारा 76 वें गणतंत्र दिवस पर आयोजित “ सामाजिक न्याय व समानता “ विषयक विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आईएएस पी. सी. बेरवाल ने व्यक्त किये । उन्होंने कहा कि हमें अपने अधिकार व कर्तव्यों के प्रति सजग रहना चाहिए ।समाज के शिक्षित वर्ग को संविधान की मूल भावना पर निरन्तर कार्य करना चाहिये । इससे पूर्व समर्पण आश्रय केयर भवन प्रांगण में मुख्य अतिथि पी सी बेरवाल ने अन्य पदाधिकारियों के साथ झंडा फहराया। तत्पश्चात विचार गोष्ठी की शुरुआत समर्पण प्रार्थना से की गई जिसे संस्था के कोषाध्यक्ष रामवतार नागरवाल व आर्किटेक्ट अंजली माल्या और सुवज्ञा माल्या ने प्रस्तुत किया। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या ने अपने भाषण में संस्था के सिद्धांत व कार्यक्रमों की विस्तृत व्याख्या करते हुए ...

देश की आजादी के साथ ही संविधान को बचाने की लड़ाई लडऩा भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कर्तव्य और दायित्व है : डोटासरा

चित्र
० संवाददाता द्वारा ०  जयपुर। 76वें गणतंत्र दिवस पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा द्वारा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर राष्टï्रीय ध्वज फहराया गया। इस अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सभी देशवासियों के लिए गौरव का क्षण है कि आज ही के दिन हमारे देश में संविधान लागू हुआ था। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान में हमें न सिर्फ अधिकार दिये हैं बल्कि कर्तव्य भी निर्धारित किये हैं। हमारे महान् नेताओं ने देश को आजाद करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी और इस देश में आजादी कायम रहे देश का विकास हो, निरंतर प्रगति हो, इसके लिए हमारे महान् नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन संविधान पर और देश की एकता व अखण्डता पर आंच नहीं आने दी। उन्होंने कहा कि आज जो लोग केन्द्र की सत्ता में बैठे हैं वह और उनसे जुड़ी संस्थायें हम...

फिक्की फ्लो जयपुर चैप्टर ने गणतंत्र दिवस पर हस्तशिल्पयों को प्रोत्साहन दे मनाया जश्न

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर। फिक्की फ्लो जयपुर चैप्टर ने अध्यक्ष रघुश्री पोद्दार के कुशल नेतृत्व में गणतंत्र दिवस के अवसर पर सपना बुनकर केंद्र, मालवीय नगर, जयपुर में एक समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम को रेमे के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें भारत की समृद्ध हस्तशिल्प और हथकरघा धरोहर को संरक्षित करने और स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाने पर जोर दिया गया।  कार्यक्रम में फिक्की फ्लो जयपुर चैप्टर द्वारा सपना बुनकर केंद्र को गोद लेने की घोषणा की गई। यह पहल कारीगरों को कौशल विकास और व्यवसायिक अवसर प्रदान कर उनके उत्थान और आजीविका सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। साथ ही, यह राजस्थान की पारंपरिक कला को संरक्षित करने और कारीगरों के लिए स्थायी रोजगार प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। कौशल विकास के अवसर प्रदान करने के लिए औपचारिक रूप से गोद लिया गया, जिससे कारीगरों की आजीविका सुनिश्चित हो सके और राजस्थान की पारंपरिक कला को संरक्षित किया जा सके। ग्यारह उत्कृष्ट कारीगरों को भारत की सांस्कृतिक धरोहर में उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। रघुश्री पोद्दार और फ्लो कार्य...

राज्यपाल ने डॉ. मनीषा सिंह को राज्यस्तरीय प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर। गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित ‘एट होम’ कार्यक्रम में राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े तथा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा कला, साहित्य एवं विभिन्न सेवा क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर, समाज सेवा एवं महिलाओं और बच्चों के उत्थान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली जयपुर की डॉ. मनीषा सिंह को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। डॉ. मनीषा सिंह ने महिलाओं का सशक्तिकरण, शिक्षा के प्रचार-प्रसार, हमारा युवा- हमारा भविष्य, कला व संस्कृति से युवाओं को जोड़ना और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उनके इस कार्य ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अहम भूमिका निभाई है। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने सभी पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को शुभकामनाएँ देते हुए उनके योगदान को प्रेरणादायक बताया। डॉ. मनीषा सिंह ने यह सम्मान पाकर कहा, “यह सम्मान मुझे और अधिक समर्पण के साथ समाज सेवा करने के लिए प्रेरित करेगा।