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Haryana सूरजकुंड मेला 2025 हस्तशिल्प का अनोखा संगम Surajkund Mela // Qut...

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नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर में विजुअल आर्ट प्रदर्शनी ‘लाइट इंटू स्पेस’ का शुभारंभ

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० आशा पटेल ०  मुंबई : नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर में विजुअल आर्ट प्रदर्शनी ‘लाइट इंटू स्पेस’ का उद्घाटन हुआ। न्यूयॉर्क स्थित दिया आर्ट फाउंडेशन द्वारा क्यूरेट की गई इस प्रदर्शनी में 1960 और 70 के दशक के प्रतिष्ठित लाइट एंड स्पेस आर्ट मूवमेंट को प्रदर्शित किया गया है, जो दक्षिणी कैलिफोर्निया में विकसित हुआ था। इस प्रदर्शनी में जॉन चैम्बरलिन, मैरी कोर्स, वॉल्टर डी मारिया, डैन फ्लेविन, नैन्सी हॉल्ट, रॉबर्ट इरविन, रॉबर्ट स्मिथसन और फ्रांसीसी कलाकार फ्रांस्वा मोरेल जैसे दिग्गजों की कृतियाँ शामिल हैं। इनमें फ्लोरोसेंट लाइट, मिरर, रिफ्लेक्टिव पेंट, पॉलिश्ड मेटल और प्लास्टिक जैसी औद्योगिक सामग्रियों से बनी इमर्सिव कलाकृतियाँ हैं, जो दर्शकों के अनुभव को नया आयाम देती हैं।  इस प्रदर्शनी का अनावरण ईशा अंबानी ने किया, जिनके साथ दिया आर्ट फाउंडेशन की निदेशक जेसिका मॉर्गन, क्यूरेटर नथाली डी गुनज़बर्ग और सह-क्यूरेटर मिन सुन जियोन भी उपस्थित रहीं। ‘लाइट इंटू स्पेस’ 11 मई 2025 तक प्रदर्शित होगी।

डोगरा समाज ट्रस्ट दिल्ली और जेएनयू छात्रों ने Duggar Malati कार्यक्रम का आयोजन किया

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : डोगरा समाज ट्रस्ट दिल्ली ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों के सहयोग से डोगरा समुदाय की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम Duggar Malati का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. कर्ण सिंह, पूर्व मंत्री और पूर्व जेएनयू चांसलर ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की।  डॉ. कर्ण सिंह के भाषण में डोगरा योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने देश के लिए निस्वार्थ रूप से संघर्ष किया और देश की सीमाओं का विस्तार किया। उन्होंने डोगरा समाज ट्रस्ट के ट्रस्टी जितेंद्र सिंह जम्वाल और महेश बरू की उत्कृष्ट संगठनात्मक कौशल की सराहना की। डोगरा समाज ट्रस्ट के ट्रस्टी जीतेन्द्र सिंह जम्वाल ने बताया की टीम जम्मू के चेयरमैन ज़ोरावर सिंह जम्वाल ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम् भूमिका निभाई। कार्यक्रम के सांस्कृतिक भाग में डोगरी लोक संगीत और नृत्य की एक जीवंत प्रस्तुति दी । रामनगर, जम्मू के प्रसिद्ध डोगरी लोक गायक सुभाष ब्राह्मणू और उनके समूह ने " साड़े हरि सिंह राजा जी" नामक भावपूर्ण भाख के ...

समृद्धि के लिए दालें–स्थिरता के साथ पोषण’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में दाल क्षेत्र की वृद्धि और विकास के प्रति प्रतिबद्धता

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली :  2027 तक भारत को दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि किसानों को उचित मूल्य मिले, उपभोक्ताओं को स्थिर आपूर्ति मिले और हमारा कृषि क्षेत्र अधिक लचीला बने। हाल ही में शुरू किया गया छह वर्षीय दलहन आत्मनिर्भरता मिशन घरेलू उत्पादन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिसमें तुअर, उड़द और मसूर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। नैफेड और एनसीसीएफ से खरीद समर्थन द्वारा समर्थित, यह पहल किसानों की आय बढ़ाएगी और बाजारों को स्थिर करेगी। रणनीतिक निवेश, नीतिगत समर्थन और किसान सहयोग से, भारत को आने वाले वर्षों में एक किलोग्राम भी दाल का आयात नहीं करना पड़ेगा।” प्रल्हाद जोशी केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री ने भारत मंडपम,  में द पल्सेस कॉन्क्लेव 2025 के सातवें संस्करण का उद्घाटन किया। ‘समृद्धि के लिए दालें - स्थिरता के साथ पोषण’ थीम पर आधारित इस कॉन्क्लेव ने दलहन क्षेत्र के विकास के लिए भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत किया। भारत के दलहन और अनाज उद्योग के शीर्ष निकाय, इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) द्वारा आय...