इंडियन सिल्क हाउस के 45वें स्टोर का रांची में उद्घाटन
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० संवाददाता द्वारा ० Ranchi : इंडियन सिल्क हाउस एजेंसीज़ के 45वें स्टोर के उद्घाटन के अवसर पर, पूरे भारत से लाई गई सुंदर साड़ियों का एक विशिष्ट संग्रह प्रस्तुत किया जा रहा है। यह संग्रह भारत की बेहतरीन बुनाई और शिल्प कौशल को दर्शाता है, जिसमें शामिल हैं : बनारसी सिल्क : वाराणसी की हाथ से बुनी हुई, सोने-चांदी की ज़री से सजी साड़ियाँ। कांचीवरम सिल्क : दक्षिण भारत की शान, जीवंत रंगों और जटिल डिज़ाइनों से भरपूर। पटोला और बंधनी : गुजरात की डबल इकत बुनाई और सूक्ष्म टाई-डाई कला। तसर और मधुबनी : बिहार की समृद्ध, बनावटदार सिल्क, जो पारंपरिक कला से सुसज्जित है। चंदेरी और महेश्वरी : मध्य प्रदेश की हल्की और शालीन साड़ियाँ। पैठणी और नौवारी : महाराष्ट्र की शाही बुनाई, मराठा विरासत को दर्शाती हुई। बालूचरी और जामदानी: बंगाल की सूक्ष्म कथात्मक बुनाई। पोचमपल्ली और गडवाल : आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की ज्यामितीय डिज़ाइन और ज़री किनारी वाली उत्कृष्ट कृतियाँ। सम्बलपुरी और बोमकाई : ओडिशा की प्रसिद्ध बुनाई, जो परंपरा और आधुनिकता का मेल है। हाथ से चित्रित और कढ़...